पंचकूला: हरियाणा में साल 2018 में ग्रुप-डी खेल कोटा की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की मांग को लेकर पंचकूला के सेक्टर 5 पर खिलाड़ियों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया है. इनमे से कुछ उम्मीदवार आमरण अनशन पर भी बैठे थे. रविवार को उनके धरने का समर्थन करने किसान नेता गुरनाम चढूनी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर बड़ा तंज कसा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्दी ग्रुप डी स्पोर्ट्स कोटा के उम्मीदवारों को नौकरी दी जाए.
'वोट की आड़ में चहेतों को नौकरी': किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ग्रुप डी स्पोर्ट्स कोटा की लड़ाई सही है, लेकिन खुद को तकलीफ में डालकर बीजेपी की आत्मा को जगाना चाहते हैं जो कि मर चुकी है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी चरम पर है. चढूनी ने कहा कि हरियाणा-पंजाब के युवा अपनी जमीन बेचकर विदेशों में जाने को मजबूर हो रहे हैं. चढूनी ने कहा कि वैसे तो सरकार कहती है कि बिना पर्ची खर्ची के नौकरी मिलती है लेकिन सरकार ने वोट के लालच में अपने चहेतों को नौकरी दी है. उन्होंने कहा कि जो नौकरी के हकदार थे उनको सड़कों पर बैठा दिया है.
'सरकार को चुनाव में देना है जवाब': गुरनाम चढूनी ने कहा कि आज मेरे कहने पर खिलाड़ियों ने अपना आमरण अनशन खत्म किया है. उन्होंने कहा कि मैंने उम्मीदवारों को कहा है कि इसका जवाब चुनाव में देना है. खुद को कष्ट देकर नहीं. चढूनी ने कहा कि सीएम के ओएसडी ने खिलाड़ियों को धरना स्थल पर आकर आश्वासन दिया था कि उनकी जॉइनिंग करवा दी जाएगी. ओएसडी ने 15 दिन के अंदर ज्वाइनिंग देने की बात कही थी और आश्वासन दिया था. लेकिन नौकरी के हकदारों को नौकरी नहीं दी गई.