पलवल के नागरिक अस्पताल में लोगों ने डॉक्टर्स पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि अस्पताल में मशीन होने के बावजूद भी गर्भवती महिलाओं को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अस्पताल के डॉक्टर्स ने बाहर के किसी अल्ट्रासाउंड केंद्र से समझौता किया हुआ है. इसलिए वो महिलाओं को उसी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भेजते हैं. कहीं और से अल्ट्रासाउंड करवाने पर रिपोर्ट को अमान्य करार दे दिया जाता है.
लोगों ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों और निजी अस्पतालों की मिलीभगत के चलते ये सब किया जा रहा है. इसका सीधा असर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों पर पड़ रहा है. डॉक्टरों की मनमानी के चलते महिलाएं अस्पताल के बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाने को मजबूर हैं. जिसके चलते लोगों में रोष बना हुआ है. उनका कहना है कि अस्पताल में सभी सुविधाएं होने के बावजूद भी उन्हें बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है.
जो किसी भी तरीके से सही नहीं है. गर्भवती महिला भावना ने बताया कि वो पलवल के नागरिक अस्पताल में अपनी जांच कराने के लिए आई थी, तो अस्पताल में मौजूद एक महिला डॉक्टर ने उससे कहा कि आप ओम डायग्नोस्टिक सेंटर से अपना अल्ट्रासाउंड करा कर लाओ. इसके अलावा और किसी अल्ट्रासाउंड केंद्र से अपना अल्ट्रासाउंड नहीं कराना. अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट केवल ओम डायग्नोस्टिक सेंटर की ही मान्य होगी.
उसके बाद आपकी एडमिट प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी. जिसके बाद उन्होंने वहां से 2200 रुपये में अल्ट्रासाउंड कराया. वहीं दूसरी महिला मरीज के परिजन यशवीर ने बताया कि वो मरीज राजकुमारी को जांच कराने के लिए लेकर आए थे और डॉक्टर के द्वारा बताए हुए केंद्र पर पहुंचे. जहां ₹900 में अल्ट्रासाउंड हो रहा है. वहीं दूसरी जगह पर वही अल्ट्रासाउंड ₹700 में हो रहा है. आरोप है कि महिला डॉक्टर अपने फायदे के लिए ये सब कर रही है.