पलवल: जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बुधवार को अवैध रूप से गर्भपात कराने वालों का भंडाफोड़ किया गया (Fetal sex test in Palwal) है. मौके से दो लोगों को पकड़ा गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस मामले में पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करवाया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक सूचना के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि बीते दिनों पलवल के सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप को सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग गर्भ में पल रहे लिंग की जांच और अवैध रूप से गर्भपात (abortion gang in palwal) कराने के लिए गर्भवती महिलाओं को उत्तर प्रदेश के खैर, अलीगढ़ और दिल्ली के इलाकों में ले जाते हैं.
विष्णु और हरकिशन नाम के दलाल इस गैरकानूनी धंधे में संलिप्त हैं. गर्भपात करवाने वाले इन दलालों द्वारा 35 से 40 हजार रुपये तक लिए जाते हैं. इसके बाद सिविल सर्जन द्वारा बीती 14 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गठित की गई. सबसे पहले छापेमारी टीम ने मनीषा, सोनू और नरेश को फर्जी ग्राहक के रूप में तैयार किया. इन लोगों का दलाल विष्णु और हरकिशन से लिंग जांच करवाने के लिए 38 हजार में सौदा तय हुआ.
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विष्णु ने सोनू और उसकी पत्नी मनीषा को 14 दिसंबर की सुबह आठ बजे दुधोला गांव में बुलाया. वहां पहुंचने पर विष्णु ने सोनू और उसकी पत्नी मनीषा से 38 हजार रुपये ले लिए. विष्णु ने हरकिशन से संपर्क साधा और उसके आने पर उसे 18 हजार रुपये दे दिए. दोनों मनीषा और उसके पति के साथ खैर अलीगढ़ पहुंचे. वहां पहुंचने पर हरकिशन मनीषा को अपने साथ अलीगढ़ में रश्मि इमेजिंग एवं डायग्नोस्टिक क्लिनिक पर ले गया और वहां पर डॉ. मयंक ने गर्भ में पल रहे बच्चे की जांच करके लड़का होने की पुष्टि की.
इसके बाद छापेमारी टीम ने उनका लगातार पीछा किया, लेकिन उन्हें पकड़ने में वह असफल रहे. अंत में टीम ने रहीमपुर नाके पर विष्णु, हरकिशन को सोनू और मनीषा के साथ पकड़ लिया. सोनू और मनीषा ने टीम को अलीगढ़ ले जाने और गर्भ में पल रहे लिंग की जांच कराने की जानकारी दी. टीम ने अलीगढ़ के डीएम, एसडीएम, ओएसडी और सीएमओ से संपर्क साधा, लेकिन सफलता नहीं मिली. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर थाना पलवल में विष्णु, हरकिशन और डॉक्टर मयंक के खिलाफ पीसीपीएनडीटी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है.
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