पलवल: केएमपी एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा पर रात के समय जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया के सामने पुलिस कर्मियों ने टोल कर्मियों की जमकर पिटाई कर दी. इतना ही नहीं पुलिसकर्मी दो टोल कर्मियों को काबू कर सीआईए ले आए. वहां पर भी इतनी पिटाई की कि दोनों युवक सही तरीके से चल भी नहीं पा रहे हैं.
मामला केवल इस बात को लेकर बढ़ा कि पुलिस अधीक्षक को टोल पर दो-तीन मिनट का इंतजार करना सहा नहीं गया. पुलिस की इस प्रकार की कार्यशैली से नाराज टोल कर्मियों ने कार्रवाई की मांग की है. वहीं घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है.
क्या है मामला?
25 जनवरी की रात को 12:30 बजे के करीब जिला पुलिस अधीक्षक और जिले के तमाम पुलिसकर्मी नाइट डोमिनेशन पर थे. टोल कर्मी शौनू ने बताया कि पलवल एसपी गाड़ी में सवार होकर मानेसर की तरफ से पलवल की ओर आ रहे थे और एसपी की गाड़ी के साथ उनके सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी भी मौजूद थी. इसी दौरान जब वे गांव जोधपुर स्थित टोल प्लाजा पर पहुंचे लेकिन टोल की हर लाइन में चार-पांच वाहन लगे हुए थे.
टोल कर्मी शौनू ने बताया कि एसपी गाड़ी को पायलेट कर रही गाड़ी साइड वाली लाइन को पार करती हुई आगे की तरफ आई और कहा कि पीछे एसपी साहब है. लाइन को जल्दी से फ्री कर दो. इसी दौरान लाइन में लगी हुई लगभग कुछ गाड़ियों को बगैर टोल शुल्क दिए ही निकाल दिया गया और एसपी गाड़ी को लगभग दो-तीन मिनट का इंतजार करना पड़ा.
टोल कर्मी शौनू ने बताया कि इसी बात से एसपी साहब गुस्सा हो गए और अपनी गाड़ी को रुकवा कर अपने सामने ही हमें जमकर बीच सड़क पर पुलिस वालों से पिटवाया. उसने बताया कि जब उन्हें पता चला की यहां सीसीटीवी लगा हुआ है तो दूसरी तरफ ले जाकर हमारी जमकर पिटाई करवाई.
टोल कर्मी शौनू ने बताया कि यही नहीं इसी दौरान सीआईए पुलिस को भी मौके पर बुला लिया. हम दो लोगों को काबू कर सीआईए में ले आए. उसने बताया कि वहां पर हमें नंगा कर लात धूसों से जमकर पीटा गया और हमारे ऊपर लोहे का बेलन तक फेर दिया गया और शदर थाने की हवालात में बंद कर दिया.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनको इतना पीटा की जैसे कि उन्होंने कितना बड़ा अपराध किया हो. जब इस बारे में पलवल के एसपी नरेंद्र बिजारणिया से बात की गई तो उन्होंने कैमरे पर कुछ नहीं बोला.
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