पलवल: देश और दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है. वहीं पलवल नगर परिषद इसे गंभीरता से लेता दिखाई नहीं दे रहा है. लॉकडाउन के दौरान गरीब लोगों को भोजन की परेशानी ना हो इसलिए सरकार ने गरीब लोगों को राशन देने का ऐलान कर दिया है. लेकिन पलवल के कुछ इलाकों में बसे झुग्गी झोपड़ी वालों तक जिला प्रशासन की नजरें नहीं पहुंच पाई हैं.
झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों में अभी तक न तो सैनिटाइजर का छिड़काव किया गया और न ही इनके लिए खाने का प्रबंध हो पाया है. सैकड़ों की तादाद में झुग्गी झोपड़ी में रह रहे लोग समाजसेवियों और जिला प्रशासन की ओर भोजन के प्रबंध के लिए आस लगाए हुए हैं.
लॉकडाउन के दौरान कुछ लोग घर पर अपने परिवार के साथ टीवी पर देश और दुनिया की खबरों पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं एक तबका ऐसा भी है जो दो वक्त की रोटी के लिए समाज सेवियों और जिला प्रशासन से आस लगाए हुए है. भले ही कुछ समाजसेवियों द्वारा पलवल से निकलने वाले पैदल मजदूरों को भोजन की व्यवस्था करवाई जा रही है. लेकिन इन झुग्गी वालों की ओर अभी तक किसी समाजसेवी की निगाह नहीं पड़ी है.
वहीं मीडिया के पहुंचने पर ये लोग इस सोच के साथ इक्कठा हो गए कि शायद कोई इनकी भूख को शांत करने के लिए भोजन लेकर आया है. झुग्गी में रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि चटाई और खिलौने बेच कर गुजर-बसर करते हैं. अब लेकिन लॉकडाउन होने के चलते उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं मामले के संज्ञान में आते ही पलवल के विधायक ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए नगर परिषद के अधिकारियो को झुग्गियों को सैनिटाइज करने के निर्देश दिए. उन्होंने झुग्गीवासियों की समस्या को जल्द निवारण करने की भी बात कही.