ETV Bharat / state

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए लगाया गया सेमिनार, प्रदेश में खुला 53वां केंद्र - Seminar

बढ़ते वैज्ञानिक प्रयोगों के दौर में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हरियाणा में राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए जिले का पहला और हरियाणा राज्य का 53वां केन्द्र स्थापित किया गया. साथ ही इस अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया.

बच्चों के विकास के लिए पलवल में लगाया गया सेमिनापर
author img

By

Published : May 2, 2019, 10:47 AM IST

Updated : May 2, 2019, 12:19 PM IST


पलवल: हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह परामर्श और कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अन्तर्गत पलवल जिले के गोलया प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल में जिले का पहला और राज्य का 53वां केन्द्र स्थापित किया गया. इस दौरान राज्य बाल कल्याण परिषद के नोडल अधिकारी अनिल मलिक मौजूद रहे.

केन्द्र स्थापना के मौके पर किशोरावस्था के बच्चों हेतु जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का महत्व और बच्चों को बाल शोषण से कैसे बचाया जाएगा ? विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य वक्ता राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि जीवन जितना सरल और सीधा नजर आता है, उतना होता नहीं है. जीवन हमेशा अच्छा रहे यह मुमकिन नहीं है. इसलिए जीवन में संघर्ष और विपरीत परिस्थिति में डटे रहना पड़ेगा और उसके लिए जीवन कौशल प्रशिक्षण जरूरी है.

जीवन के संघर्ष के लिए सकारात्मक व्यवहार जरूरी ज्ञान है. यह सीख एक पत्थर से भी ली जा सकती है, जो सख्त होते हुए भी नरम गुणशील प्रेरक होता है. आज इंटरनेट स्मार्टफोन का जमाना है, बच्चों को कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण देना पड़ेगा. सामाजिक कौशल, चिंतन कौशल, भावनात्मक भाषा कौशल व्यवहार, आत्म और कुशल नेतृत्व कौशल सबको सीखना होगा.

अनिल मलिक, नोडल अधिकारी, राज्य बाल कल्याण परिषद

अनिल मलिक ने कहा कि आज के वातावरण में नकारात्मकता फैली हुई है. कुशलतापूर्वक मनोवैज्ञानिक मनोस्थिति को समझते हुए बच्चों को सही ज्ञान देना होगा. सामाजिक संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों को सरकार की कार्ययोजनाओं में कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा. खुद पहल करनी पड़ेगी. बच्चों का उत्थान और सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है, जब हम सब मिलकर अपने-अपने स्तर पर निरन्तर प्रयास करेंगे.


पलवल: हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह परामर्श और कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अन्तर्गत पलवल जिले के गोलया प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल में जिले का पहला और राज्य का 53वां केन्द्र स्थापित किया गया. इस दौरान राज्य बाल कल्याण परिषद के नोडल अधिकारी अनिल मलिक मौजूद रहे.

केन्द्र स्थापना के मौके पर किशोरावस्था के बच्चों हेतु जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का महत्व और बच्चों को बाल शोषण से कैसे बचाया जाएगा ? विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य वक्ता राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि जीवन जितना सरल और सीधा नजर आता है, उतना होता नहीं है. जीवन हमेशा अच्छा रहे यह मुमकिन नहीं है. इसलिए जीवन में संघर्ष और विपरीत परिस्थिति में डटे रहना पड़ेगा और उसके लिए जीवन कौशल प्रशिक्षण जरूरी है.

जीवन के संघर्ष के लिए सकारात्मक व्यवहार जरूरी ज्ञान है. यह सीख एक पत्थर से भी ली जा सकती है, जो सख्त होते हुए भी नरम गुणशील प्रेरक होता है. आज इंटरनेट स्मार्टफोन का जमाना है, बच्चों को कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण देना पड़ेगा. सामाजिक कौशल, चिंतन कौशल, भावनात्मक भाषा कौशल व्यवहार, आत्म और कुशल नेतृत्व कौशल सबको सीखना होगा.

अनिल मलिक, नोडल अधिकारी, राज्य बाल कल्याण परिषद

अनिल मलिक ने कहा कि आज के वातावरण में नकारात्मकता फैली हुई है. कुशलतापूर्वक मनोवैज्ञानिक मनोस्थिति को समझते हुए बच्चों को सही ज्ञान देना होगा. सामाजिक संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों को सरकार की कार्ययोजनाओं में कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा. खुद पहल करनी पड़ेगी. बच्चों का उत्थान और सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है, जब हम सब मिलकर अपने-अपने स्तर पर निरन्तर प्रयास करेंगे.




---------- Forwarded message ---------
From: dinesh kumar <adinesh.sehrawat3@gmail.com>
Date: Wed 1 May, 2019, 13:48
Subject: 1_5_palwal_ bal paramarsh_dinesh kumar
To: Haryana Desk <haryanadesk@etvbharat.com>, <bhupinderkumar@etvbharat.com>




 
script ===============================

एंकर : पलवल, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अन्तर्गत पलवल जिले के गोलया प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल में जिले का पहला व हरियाणा राज्य का 53वां केन्द्र राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक के द्वारा स्थापित किया गया।
 
वीओं : केन्द्र स्थापना अवसर पर किशोरावस्था के बच्चों हेतु जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का महत्व व् बच्चों को बाल शोषण से कैसे बचाया जाएगा विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें मुख्यवक्ता के तौर पर राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि जीवन जितना सरल और सीधा नजर आता है उतना होता नहीं है । जीवन भर सदा अच्छा ही मौजूद रहे यह मुमकिन नहीं, लेकिन उलझनों को नजरअन्दाज करना भी तो समाधान नहीं है ।  इसलिए जीवन में संघर्ष व् विपरीत परिस्थिति में डटे रहना पड़ेगा और उसके लिए जीवन कौशल प्रशिक्षण जरूरी है । जीवन के संघर्ष के लिए जरूरी ज्ञान है सकारात्मक व्यवहार, यह सीखना पड़ेगा। यह सीख एक पत्थर से भी ली जा सकती है जो सख्त होते हुए भी नरम गुणशील प्रेरक होता है । आज इंटरनेट स्मार्टफोन का जमाना है बच्चों को कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण देना पड़ेगा। सामाजिक कौशल, चिन्तन कौशल, भावनात्मक भाषा कौशल व्यवहार, आत्म व् कुशल नेतृत्व कौशल सबको सीखना होगा। जैसे जीवन में चलते रहना जरूरी है इसी तरह सीखते रहना जरूरी है। आज के वातावरण में नकारात्मकता फैली हुई है। कुशलतापूर्वक मनोवैज्ञानिक मनोस्थिति को समझते हुए बच्चों को सही ज्ञान देना होगा । आज की जरूरत जानकारी से ज्ञान के तरफ बढऩे की है । यह नहीं कि क्या सोचें जरूरी है कि कैसे सोचें। सामाजिक संस्थाओ तथा शिक्षण संस्थानों को सरकार की कार्ययोजनाओं में कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा, खुद पहल करनी पड़ेगी। बच्चों का उत्थान और सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है जब हम सब मिलकर अपने अपने स्तर पर निरन्तर प्रयास करेंगें ।हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का उद्देश्य यही है कि मनोवैज्ञानिक परामर्श के माध्यम से किशोर मन को सही दिशा दी जाए। एक दोस्ताना हाथ बढ़ाया जाए ताकि आने वाले जीवन में एक ऊर्जावान युवावस्था की तरफ हमारे बच्चे अग्रसर हों। 

बाइट : अनिल मलिक नोडल अधिकारी हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद फाइल नं 2
Last Updated : May 2, 2019, 12:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.