पलवल: अगर किसी भी समाज को सभ्य बनाना हो तो वहां शिक्षा का फैलाव कर दीजिए. ऐसा ही अथक प्रयास हरियाणा सरकार कर रही है. प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग ने शिक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. जो बच्चे शिक्षा से वंचित रह गए है उनकों शिक्षा के साथ दोबारा जोड़ने के लिए अभियान चलाया गया है.
शिक्षा को लेकर प्रदेश सरकार ने चलाया अभियान
इसमें 6 से 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों को समग्र शिक्षा अभियान के अंर्तगत दोबारा से मुख्य धारा के साथ जोडऩे का कार्य किया जाएगा. शिक्षा परियोजना परिषद के सलाहकार अमीचंद ने पलवल में इस योजना को लेकर औचक निरीक्षण किया और इस योजना से जुड़े हुए शिक्षकों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि पलवल जिले में समग्र शिक्षा अभियान के तहत बेहत्तर कार्य किया जा रहा है.
शिक्षा वंचित बच्चों को मिलेगा दोबारा अवसर
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, जिला परियोजना अधिकारी हुक्मचंद भी मौजूद थे. अमीचंद ने बताया कि आर्थिक कारणों के चलते कई बार इस वर्ष तक की आयु के बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते है. शिक्षा के अधिकार के नियम के तहत सरकार की यह कोशिश है कि 6 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक की आयु का कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर ना रहे.
करीब 20 हजार बच्चें उठा रहे हैं इसका फायदा
इन बच्चों को स्कूल में लाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से चार हजार रुपये और राज्य सरकार की तरफ से दो हजार रुपये दिए जाते हैं. ये राशि बच्चों की शिक्षा पर खर्च की जाती है. योजना के तहत बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए अध्यापक उपलब्ध करवाऐ जाते हैं. जिनकों 9 हजार रुपये प्रति माह प्रदान किया जाता है. आपको बता दें कि प्रदेश भर में 19 हजार 505 बच्चें इस योजना का लाभ उठा रहे है, जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं.
इसको लेकर सर्वे भी किया जाएगा
गुरुग्राम में करीब 7 हजार बच्चे और मेवात में लगभग 6 हजार बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. पलवल जिले में 1600 बच्चों को योजना में शामिल किया गया है. वर्ष 2020 में पलवल जिले में लगभग ढाई हजार से तीन हजार बच्चों को इस योजना में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए जल्द ही एक सर्वे किया जाएगा.
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हुक्मचंद ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के अंर्तगत पलवल जिले में विभिन्न स्थानों पर 59 केंद्र चलाए जा रहे हैं. जो बच्चे विभिन्न कारणों से स्कूल नहीं जा पाते उनके माता पिता से संर्पक कर उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है और शिक्षा से वंचित रह गए बच्चों को दोबारा से समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का कार्य किया जा रहा है. सरकार की इस योजना का लाभ देने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से अथक प्रयास किए जा रहे है.