पलवल: 12 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री बनवारी ने इस शुगर मिल का उद्घाटन किया था, वो उद्घाटन के बाद ही बंद हो गई. बंद होने के बाद जब मिल को दोबार चलाया गया तो वो बार-बार ब्रेक डाउन होती रही. जिसकी भरपाई किसानों को नुकसान उठाकर करनी पड़ रही है.
इन किसानों द्वारा पिराई सत्र में गन्ना मिल में देने के बाद खेतों में गेहूं की फसल बोई जाती है. बार-बार मशीनों में खराबी के चलते बंद हो रही तो किसान खेत में खड़े गन्ने की फसल को नहीं काट पा रहा है.
इनेलो नेता ने भ्रष्टाचार के लगाए आरोप
आपको बता दें कि इस शुगर मिल की देखरेख के लिए जो सरकार ने 20 करोड़ रुपए जारी किए थे. इनेलो नेता ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए
नरेश कुमार ने मांगी 5 दिनों की मोहलत
वहीं इस पूरे मामले पर शुगर मिल के नए एमडी नरेश कुमार ने किसानों से मीटिंग करके 5 दिन की मोहलत मांगी है. उन्होंने कहा कि इस दौरान मिल में आ रही कमियों को दूर करके एक बार फिर नए जोश और उत्साह के साथ मिल को चलाने के प्रयास किए जाएंगे.
लेकिन तब तक करोड़ों रुपए का नुकसान मिल को हो चुका होगा. नरेश कुमार के अनुसार 17500 गन्ने की 20 दिसंबर तक पिराई की गई है. पिछले साल इसी समय में 4,44,000 क्विंटल गन्ने की पिराई शुगर मिल में हो चुकी थी.
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