पलवल: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर असर देखने को मिला है. कुछ दिन पहले ही ईटीवी भारत ने पलवल में गायों की बदहाल हालत को लेकर खबर दिखाई थी, जिसपर अब प्रशासन ने संज्ञान लिया है. अब पलवल जिले में गौशालाओं को मिलने वाली सरकारी ग्रांट की लगातार जांच होगी.
पलवल जिले में गौशालाओं को सरकार लगातार ग्रांट दे रही है, लेकिन गायों की बदहाल हालत देखकर यही लगता है कि ये पैसा भ्रष्ट सिस्टम के खातों में जा रहा है. बता दें कि पलवल जिले के उपमंडल होडल में गायों की लगातार मौत हो रही थी और गाय कूड़े करकट के ढेर में पॉलिथीन खा कर गुजारा कर रही हैं.
ईटीवी भारत द्वारा इस खबर को प्रमुखता से दिखाया गया और खबर दिखाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और गायों की सेवा के लिए गौशालाओं की जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं. जब इस बारे में नायब तहसीलदार इब्राहिम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अब उनके संज्ञान में ये मामला आया है और इसकी उचित जांच करवाई जाएगी.
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इसी को लेकर पशु विभाग की डिप्टी डायरेक्टर नीलम आर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनको पहली बार इस बारे में जानकारी मिली है की गौशाला में गायों की देखभाल में कमी आ रही है और गायों की मौत हो रही है. वो इस बारे में जांच करेंगी और जो कार्रवाई होगी वो की जाएगी.
अब देखना ये होगा कि इन अधिकारियों द्वारा कब तक गायों की सेवा के बारे में जांच की जाएगी. प्रशासन ने तो अब कार्रवाई की बात कह दी, लेकिन गौसेवा के नाम पर जो लोग सरकारी पैसा गटक रहे हैं, उन पर जल्द नकेल कसना बहुत जरूरी है.