पलवल: श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का पहला स्थापना दिवस 19 नवंबर को दुधौला परिसर में मनाया जाएगा. स्थापना दिवस में मुख्यअतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे शिरकत करेंगे. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी समारोह में शामिल होंगे.
कौशल विश्वविद्यालय का पहला स्थापना दिवस
विश्वविद्यालय के वीसी राज नेहरू ने बताया कि बड़े स्तर पर स्थापना दिवस मनाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की ओर से पहली बार विद्यार्थियों के लिए एक स्कूल के कॉनसेप्ट पर नया कोर्स शुरू किया जा रहा है. जिसका नाम इनोवेशन फीडर स्कूल होगा. इस कोर्स के तहत नौवीं क्लास में बच्चों का एडमिशन किया जाएगा. जहां बच्चों को स्किल बेस्ड एजुकेशन दी जाएगी.
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कुलपति राज नेहरू ने कहा कि भारत का पहला कौशल विश्वविद्यालय पलवल के दुधौला में बनाया गया है. जिससे पलवल का नाम पूरे देश में हुआ है. उन्होंने कहा कि ये देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जहां युवाओं का स्किल डेवलपमेंट किया जाता है. उन्होंने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दोहरी शिक्षा पद्धति पर काम करता है. जिसमें युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ काम भी करवाया जाता है. बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कमाई करने का जरिया भी दिया जा रहा है.
पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
बता दें कि 19 नवंबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया के तहत पलवल में देश की पहले श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी. ये देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जहां उद्योग वर्तमान और भविष्य की जरूरत के मुताबिक युवाओं को तैयार किया जा रहा है.