ETV Bharat / state

केले की खेती से कमा सकते हैं 3 से 5 लाख रुपये, बागवानी विभाग भी कर रहा मदद - पलवल में केले की खेती

पलवल जिले के किसानों का रूझान केले की खेती की ओर लगातार बढ़ रहा (Banana cultivation in Palwal) है. जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि जिले में 11 हेक्टेयर में किसानों द्वारा केले की खेती की गई है. बागवानी विभाग द्वारा किसानों को केले की खेती करने पर 50 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर अनुदान राशि प्रदान की जा रही है.

Banana cultivation in Palwal
Banana cultivation in Palwal
author img

By

Published : Jan 15, 2022, 3:05 PM IST

Updated : Jan 15, 2022, 9:01 PM IST

पलवल: खेती एक जोखिम का काम है. इसमें कदम-कदम पर चुनौती ही चुनौती है. खेत तैयार करने से लेकर फसल को मंडी में बेचने तक हर चरण में मुश्किलों से गुजरना पड़ता है. हालांकि बीते कई सालों में खेती में आमूलचूल तब्दीली आई है. तकनीक और तौर-तरीकों में बदलाव हुआ है. सदियों से जो खेती होती रही वह अब पूरी तरह बदल गई. यही वजह है कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन अब लोगों का रूझान खेती की ओर बढ़ना शुरू हो गया है. इसी कड़ी में पलवल के किसानों का रूझान केले की खेती की ओर लगातार बढ़ रहा (Banana cultivation in Palwal) है.

जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि पलवल जिले में साल 2021- 22 के तहत सात हेक्टेयर भूमि में केले की खेती करने का लक्ष्य बागवानी विभाग हरियाणा द्वारा प्रदान किया गया था. अब इस लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पलवल जिले के कुलैना गांव, मकसूदपुर, सोलड़ा में केला की खेती की जा रही है. उक्त गांवों में करीब 9 किसानों को केले की खेती करने पर अनुदान राशि दी गई है. बागवानी विभाग द्वारा केले की खेती करने वाले किसानों को एक हेक्टेयर पर दो साल के अंर्तगत 50 हजार रूपए देने का प्रावधान है.

केले की खेती से कमा सकते हैं 3 से 5 लाख रुपये, बागवानी विभाग भी कर रहा मदद

पहले साल में 37 हजार 500 रूपये जबकि दूसरे साल में फसल की रखरखाव के लिए 12 हजार 500 रूपये की अनुदान राशि प्रदान की जाती है. केले की खेती को देखते हुए चार अन्य किसानों ने भी केले की खेती करनी शुरू कर दी है. उन्हें भी विभाग द्वारा जल्द ही अनुदान राशि दे दी जाएगी. अब्दुल रज्जाक ने कहा कि पलवल जिले में बीते तीन सालों से केले की खेती करने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है. खादर क्षेत्र के किसानों में केले की खेती करने के प्रति काफी रूझान बढ़ा है. केले की जी-9 किस्म की अच्छी पैदावार हो रही है. केले की फसल नकदी फसलों में आती है.

Banana cultivation in Palwal
किसान केले की खेती से 3 से 5 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा के किसान ने देसी जुगाड़ से बनाई गाजर खुदाई की मशीन, खेती की लागत हुई कम

किसान एक एकड़ में केले की फसल लगाकर एक साल में तीन से पांच लाख रूपए कमा सकता है. डॉ. अब्दुल रज्जाक का कहना है कि पलवल के बाजार में केले की मांग लगातार बढ़ रही है इसलिए किसानों को केले की खेती करने के लिए बागवानी विभाग द्वारा जानकारी प्रदान की जा रही है. किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की खेती की ओर बढे़ें और बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाऐं ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का किसानों की आमदनी को दोगुणा करने का मिशन पूरा हो सके.

Banana cultivation in Palwal
बागवानी विभाग हरियाणा द्वारा किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-रजाई बुनकरों के रोजगार पर मंडरा रहा खतरा, कंबल के कारण ठप्प हुआ रजाई का कारोबार

वहीं गांव कुलैना के किसान भगत सिंह और मूलचंद शर्मा ने बताया कि तीन एकड़ में केले की फसल लगाई हुई है. केले की खेती करने के लिए बागवानी विभाग द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. केले की खेती नकदी फसल है. किसानों से अपील करते हैं कि धान, गेहूं व अन्य परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की खेती करें और आर्थिक रूप से मजबूत बनें.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

पलवल: खेती एक जोखिम का काम है. इसमें कदम-कदम पर चुनौती ही चुनौती है. खेत तैयार करने से लेकर फसल को मंडी में बेचने तक हर चरण में मुश्किलों से गुजरना पड़ता है. हालांकि बीते कई सालों में खेती में आमूलचूल तब्दीली आई है. तकनीक और तौर-तरीकों में बदलाव हुआ है. सदियों से जो खेती होती रही वह अब पूरी तरह बदल गई. यही वजह है कि धीरे-धीरे ही सही लेकिन अब लोगों का रूझान खेती की ओर बढ़ना शुरू हो गया है. इसी कड़ी में पलवल के किसानों का रूझान केले की खेती की ओर लगातार बढ़ रहा (Banana cultivation in Palwal) है.

जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि पलवल जिले में साल 2021- 22 के तहत सात हेक्टेयर भूमि में केले की खेती करने का लक्ष्य बागवानी विभाग हरियाणा द्वारा प्रदान किया गया था. अब इस लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पलवल जिले के कुलैना गांव, मकसूदपुर, सोलड़ा में केला की खेती की जा रही है. उक्त गांवों में करीब 9 किसानों को केले की खेती करने पर अनुदान राशि दी गई है. बागवानी विभाग द्वारा केले की खेती करने वाले किसानों को एक हेक्टेयर पर दो साल के अंर्तगत 50 हजार रूपए देने का प्रावधान है.

केले की खेती से कमा सकते हैं 3 से 5 लाख रुपये, बागवानी विभाग भी कर रहा मदद

पहले साल में 37 हजार 500 रूपये जबकि दूसरे साल में फसल की रखरखाव के लिए 12 हजार 500 रूपये की अनुदान राशि प्रदान की जाती है. केले की खेती को देखते हुए चार अन्य किसानों ने भी केले की खेती करनी शुरू कर दी है. उन्हें भी विभाग द्वारा जल्द ही अनुदान राशि दे दी जाएगी. अब्दुल रज्जाक ने कहा कि पलवल जिले में बीते तीन सालों से केले की खेती करने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है. खादर क्षेत्र के किसानों में केले की खेती करने के प्रति काफी रूझान बढ़ा है. केले की जी-9 किस्म की अच्छी पैदावार हो रही है. केले की फसल नकदी फसलों में आती है.

Banana cultivation in Palwal
किसान केले की खेती से 3 से 5 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा के किसान ने देसी जुगाड़ से बनाई गाजर खुदाई की मशीन, खेती की लागत हुई कम

किसान एक एकड़ में केले की फसल लगाकर एक साल में तीन से पांच लाख रूपए कमा सकता है. डॉ. अब्दुल रज्जाक का कहना है कि पलवल के बाजार में केले की मांग लगातार बढ़ रही है इसलिए किसानों को केले की खेती करने के लिए बागवानी विभाग द्वारा जानकारी प्रदान की जा रही है. किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की खेती की ओर बढे़ें और बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाऐं ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का किसानों की आमदनी को दोगुणा करने का मिशन पूरा हो सके.

Banana cultivation in Palwal
बागवानी विभाग हरियाणा द्वारा किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-रजाई बुनकरों के रोजगार पर मंडरा रहा खतरा, कंबल के कारण ठप्प हुआ रजाई का कारोबार

वहीं गांव कुलैना के किसान भगत सिंह और मूलचंद शर्मा ने बताया कि तीन एकड़ में केले की फसल लगाई हुई है. केले की खेती करने के लिए बागवानी विभाग द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. केले की खेती नकदी फसल है. किसानों से अपील करते हैं कि धान, गेहूं व अन्य परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की खेती करें और आर्थिक रूप से मजबूत बनें.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

Last Updated : Jan 15, 2022, 9:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.