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पलवल के गांव मांदकोल में फसल के ऊपर लटक रहे हैं बिजली के तार

पलवल के गांव मांदकोल में खेतों के ऊपर से जा रही बिजली की तारे कभी भी किसानों के लिए बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं. किसानों के लिए ये समस्या नई नहीं है, किसान करीब पिछले तीन-चार सालों से इस समस्या से परेशान हैं. अधिकारियों से भी कई बार इन तारों को लेकर शिकायत की गई है लेकिन वो भी कुंभकरणी नींद सोए हुए हैं. पढें पूरी खबर...

electrical wires hanging palwal
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Published : Apr 14, 2020, 8:21 PM IST

पलवल: गांव मांदकोल के किसानों के खेतों में पिछले कई सालों से बिजली के तार लटके हुए हैं. इन तारों की वजह से किसानों को कई तरह की परेशानी हो रही है. तार इतने नीचे हैं कि किसान ट्रैक्टर से सही से खेत भी नहीं जोत पाते हैं. कई किसान तो तार के नीचे वाले भाग को यूं ही छोड़ देते हैं.

खेत में लटके तार से परेशान किसान

किसानों का कहना है कि पिछले साल भी इसी जगह पर खंबे में बिजली का करंट आने से एक भैंस की मौत हो गई थी. किसान जब खेत में पानी लगाते हैं तो उनको भी करंट का खतरा लगने का खतरा लगा रहता है. किसनों को अपने ही खेत में खेती करना दुश्वार हो गया है. जब तेज हवा चलती है तो ये तार आपस में स्पार्किंग भी करते हैं.

इस समय खेत में महीनों की मेहनत गेहूं की फसल खड़ी है. गेहूं के ऊपर से बिजली के तार लटके हुए हैं. लॉकडाउन की वजह से मशीन भी नहीं हैं, ऊपर से इन तार की वजह से मजदूर भी फसल काटने को तैयार नहीं हो रहे हैं. किसान क्या करे, क्या ना करे? कई बार बिजली के तार टूटने से भी आग लग जाती है. इन बिजली के तारों की चिंता हर दम सताती है. रात को चैन से नींद भी नहीं आती.

ये भी पढ़ें:- पड़ताल: लॉकडाउन में चारे की कमी ने तोड़ी डेयरी उद्योग की कमर, आधा दूध दे रहे पशु

किसानों का कहना है कि इन लटकी तारों को लेकर कई बार बिजली विभाग के चक्कर लगा चुके हैं लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं. वो तो अपने आलीशान बंगलों में सोते हैं, वो किसान का दर्द क्या समझेंगे? ना तो उनसे तार ऊंचे कराए गए हैं और ना ही खेतों से तार हटवा रहे हैं. हम फसल को बच्चे की तरह पालते हैं, लेकिन कहीं से बिजली स्पार्किंग की खबर मिलती तो कलेजा कांपता है.

पलवल: गांव मांदकोल के किसानों के खेतों में पिछले कई सालों से बिजली के तार लटके हुए हैं. इन तारों की वजह से किसानों को कई तरह की परेशानी हो रही है. तार इतने नीचे हैं कि किसान ट्रैक्टर से सही से खेत भी नहीं जोत पाते हैं. कई किसान तो तार के नीचे वाले भाग को यूं ही छोड़ देते हैं.

खेत में लटके तार से परेशान किसान

किसानों का कहना है कि पिछले साल भी इसी जगह पर खंबे में बिजली का करंट आने से एक भैंस की मौत हो गई थी. किसान जब खेत में पानी लगाते हैं तो उनको भी करंट का खतरा लगने का खतरा लगा रहता है. किसनों को अपने ही खेत में खेती करना दुश्वार हो गया है. जब तेज हवा चलती है तो ये तार आपस में स्पार्किंग भी करते हैं.

इस समय खेत में महीनों की मेहनत गेहूं की फसल खड़ी है. गेहूं के ऊपर से बिजली के तार लटके हुए हैं. लॉकडाउन की वजह से मशीन भी नहीं हैं, ऊपर से इन तार की वजह से मजदूर भी फसल काटने को तैयार नहीं हो रहे हैं. किसान क्या करे, क्या ना करे? कई बार बिजली के तार टूटने से भी आग लग जाती है. इन बिजली के तारों की चिंता हर दम सताती है. रात को चैन से नींद भी नहीं आती.

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किसानों का कहना है कि इन लटकी तारों को लेकर कई बार बिजली विभाग के चक्कर लगा चुके हैं लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं. वो तो अपने आलीशान बंगलों में सोते हैं, वो किसान का दर्द क्या समझेंगे? ना तो उनसे तार ऊंचे कराए गए हैं और ना ही खेतों से तार हटवा रहे हैं. हम फसल को बच्चे की तरह पालते हैं, लेकिन कहीं से बिजली स्पार्किंग की खबर मिलती तो कलेजा कांपता है.

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