पलवल: हरियाणा के पलवल में पिता की डांट इतनी नागवार गुजरी कि वो स्कूल से घर नहीं लौटा. परिजनों ने बच्चे की काफी तलाश की, लेकिन बच्चे का कहीं पता नहीं चल (child missing in palwal) सका. बच्चे के लापता होने की सूचना स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल को मिली. इसके बाद पुलिस की टीम तुरंत सक्रिय हो गई और बच्चों को तीन दिन बाद बरामद करके परिजनों को सौंप दिया.
स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल की टीम को गाजियाबाद से लापता बच्चे का पता लगा है. बच्चा अपने एक दोस्त के साथ ट्रेन में बैठकर गाजियाबाद पहुंच गया था. पलवल के राजीव नगर (Rajiv Nagar Palwal Haryana) के रहने वाले पूर्व सूबेदार राजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पड़ोस में किराए के मकान में हरी सिंह और कप्तान सिंह अपने परिवार के साथ रहते है. 17 सितंबर को हरी सिंह उसके पास आया और कहने लगा कि दूसरी क्लास में पढ़ने वाला उसका बच्चा सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकला था लेकिन वह स्कूल नहीं पहुंचा है.
पूर्व सूबेदार ने उनके बच्चे की काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चल सका. मकान में रहने वाले कप्तान सिंह का बेटा कृष्णा भी घर से लापता था. जिसके बाद उन्होंने दोनों के लापता होने की लिखित शिकायत किठवाड़ी पुलिस चौकी में दी. 18 सितंबर को स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल (State Crime Branch Palwal) ने उनसे संपर्क किया और बताया कि दोनों बच्चे गाजियाबाद स्थित अनाथ आश्रम घर में हैं. स्टेट क्राइम ब्रांच पलवल के प्रभारी एसआई संजय भड़ाना ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गाजियाबाद स्थित अनाथ आश्रम में दो बच्चे हैं, जो खुद को पलवल के रहने वाले बता रहे हैं. जिसके बाद उन्होंने परिजनों से बच्चों की बात कराई. परिवार से मिलने के बाद दोनों बच्चे भी काफी खुश नजर आए.