पलवल: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कैंप लगाकर बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई गईं. इतना ही इस अवसर पर उपायुक्त ने लोगों को जागरूक करने के लिए साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
कृति मुक्त करने के लिए की गई पहल
जिला उपायुक्त यशपाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश के हर बच्चे को कृमि मुक्त करने के लिए एक पहल की गई है. बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एलबेंडाजोल टैबलेट खिलाई जा रही है, जिससे बच्चों के पेट में कीड़े मर जाए और बच्चों में एनीमिया ना हो. बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास हो सके.
लड़कियों में एनीमिया की पाई जाती है कमी
उपायुक्त ने कहा कि लड़कियों में एनीमिया की अक्सर कमी पाई जाती है. इसलिए छात्राएं अपने स्वास्थ्य की तरफ विशेष ध्यान दें. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के साथ-साथ साफ सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान देना चाहिए. जिला प्रशासन की तरफ से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. जिसके अंर्तगत 17 अगस्त को प्लास्टिक फ्री डे मनाया जा रहा है.
20 अगस्त तक खिलाई जाएगी दवाई
वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप शर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर जिले में एक साल से 19 साल तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की दवाई खिलाई जा रही है. इस अभियान के तहत जो बच्चे दवाई खाने से छूट जाएंगे, उन्हें 20 अगस्त को यह दवा खिलाई जाएगी.
बच्चों को खिलाई जा रही एलबेंडाजोल की गोलियां
पलवल ही नहीं भिवानी और महेंद्रगढ़ में भी बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई गई. भिवानी के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण ने बताया कि यहां जब स्कूलों में बच्चों की जांच की गई तो पता चला था कि जिले भर के 90 फीसदी बच्चों में खून की कमी है. ऐसे में एलबेंडाजोल की गोलियां सभी जगह खिलाई जा रही है.