पलवल: नगर परिषद चेयरमैन पद (city council elections in palwal) के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक सुभाष चौधरी (BJP leader Subhash Chaudhary) सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोगों ने अपना आशीर्वाद निर्दलीय प्रत्याशी धीरज कुमार को दिया. इतना सुभाष चौधरी ने पलवल विधायक दीपक मंगला पर पलवल की व कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए विधायक के खिलाफ वर्ष 2024 में चुनाव लड़ने तक की बात कह दी.
इस फैसले से भाजपा प्रत्याशी डॉ. यशपाल को बड़ा नुकसान होने की संभावना है. जिसका कारण भाजपा नेताओं की आपसी फूट है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुभाष चौधरी का दर्द पलवल में हुई एक महापंचायत में आखिरकार फूट ही गया. उन्होंने कहा पार्टी नेताओं द्वारा नगर परिषद चेयरमैन की टिकट का फैसला बंद कमरे में लिया गया. जिसके कारण ज्यादातर कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है. चौधरी ने कहा कि पलवल नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है.
नगर परिषद में बिना पैसे के जनता का कोई काम नहीं होता. इस बारे में उन्होंने पार्टी के नेताओं को भी अवगत कराया था, लेकिन उन्होंने भी उनकी एक नहीं सुनी. पार्टी के नेताओं द्वारा की जा रही कार्यकर्ताओं की अनदेखी उन्हें काफी समय से खल रही थी. उन्होंने कहा कि नगर परिषद में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ हुई इस महापंचायत में जनता ने ही उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार धीरज कुमार को अपना समर्थन देने के लिए कहा.
पलवल विधायक दीपक मंगला पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पलवल में डी कंपनी का राज है. काम कुछ नहीं हो रहे बस सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. सरकारी अधिकारी जनता की सुनने तक को तैयार नहीं है. बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व विधायक सुभाष चौधरी की अनदेखी भी उन्हें और उनके समर्थकों को बुरी तरह कचोट रही थी. जिसका बड़ा असर आज देखने को मिला है. इतना ही नहीं चौधरी ने पलवल विधायक पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए वर्ष 2024 में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने तक की बात कह दी.
उन्होंने कहा अगर बीजेपी उन्हें टिकट देती है तो ठीक अन्यथा उसके बावजूद भी वर्ष 2024 में वो विधायक का चुनाव लड़ेंगे. दरअसल, निर्दलीय प्रत्याशी धीरज कुमार यूं तो पहले से ही नगर परिषद चेयरमैन सीट के दमदार प्रत्याशी माने जा रहे थे, लेकिन महापंचायत के फैसले को जानने के बाद मंच पर धीरज की आंखें भी नम हो उठी, जिसके बाद पंचायत में मौजूद बड़ी संख्या में लोगों ने दोनों हाथ उठाकर धीरज का समर्थन करते हुए उसे विजय बनाने की घोषणा तक कर दी.