नूंह: जिले की राजधानी कहे जाने वाले बडकली चौक पर सीएए, एनआरसी, एनपीआर के विरोध में करीब सप्ताह भर से चल रहा है. इस धरने में अब पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर महिलाओं ने भी शामिल होकर अपना समर्थन देने का ऐलान किया है.
मेवात में पुरुष भले ही सुबह से शाम तक बाजारों में दिखाई देते हो, लेकिन मेवात जिले की महिलाओं ने घर की चारदीवारी और खेतों में काम करने में ही अपना रोल निभाया है. ये पहला अवसर है, जब जिले की महिलाएं किसी प्रोटेस्ट में भाग ले रही हैं. महिलाओं ने दो टूक कहा कि जब तक केंद्र सरकार सीएए,एनआरसी,एनपीआर को जब तक सरकार वापस नहीं लेती. पुरुषों के साथ महिलाएं भी धरने में डटी रहेंगी.
प्रदर्शन थमने का नाम नही
बता दें कि गृह मंत्रालय भारत सरकार ने लोकसभा में इस बात का लिखित बयान दिया है कि अभी एनआरसी लाने का कोई फैसला केंद्र सरकार ने नहीं लिया है.बावजूद इसके सीएए,एनआरसी और एनपीआर के मामलों में विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
आधा दर्जन FIR की गई दर्ज
शाहीन बाग दिल्ली में बड़ी संख्या में महिलाएं धरना में शामिल हो रही हैं. ध्यान रहे कि बड़कली चौक पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को समाप्त कराने के लिए पुलिस ने ना केवल टेंट उखाड़ने से लेकर, धरना स्थल पर टैंकरों से पानी भरवा दिया. बल्कि नगीना थाने में तकरीबन आधा दर्जन एफआईआर दर्ज की गई है. जिनमें सैकड़ों लोगों को नामजद करने के अलावा हजारों अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन बावजूद इसके लोग धरना से पीछे हटने को किसी सूरत में भी तैयार नहीं.
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