नूंह: हरियाणा के बल्लभगढ़ में हुई निकिता हत्याकांड पर जहां पीड़ित परिवार से लेकर हर किसी की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है. वहीं ईटीवी भारत पीड़ित और आरोपी दोनों पक्षों के बयानों को आपके सामने रख रहा है. हमारी टीम ने आरोपी युवक के जाचा जावेद अहमद जो कि बीएसपी के नेता भी है, उनसे बात की. ईटीवी भारत ने जावेद अहमद से उनके भतीजे के गुनाह पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने भी इस घटना पर दुख जताया है. उनका कहना है कि वो खुद बेटी के साथ खड़ा रहना चाहते हैं और खड़ा रहेंगे.
'पीड़ित परिवार ने बेटी खोई, लेकिन कुछ लोग राजनीति चमका रहे'
हमारी टीम ने जावेद अहमद से उनके परिवार पर लग रहे गंभीर आरोपों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि माता-पिता का गुस्सा तो बिल्कुल जायज है. इस दुख की घड़ी में सब उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को खोया है, लेकिन कुछ लोग इसमें सिर्फ राजनीति चमका रहे हैं.
'2018 में कोई मामला संज्ञान में नहीं'
जब उनसे 2008 में हुए घटनाक्रम के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मामला उनके नोटिस में नहीं आया. अगर कुछ बड़े लेवल का मामला होता तो उनके संज्ञान में आता. लड़की का परिवार अच्छा और समझदार परिवार है. परिवार ने अपने स्तर पर ही मामले को शॉट आउट किया होगा. उस समय उन्होंने किस तरह मामले को निपटा है, यह वही परिवार बता सकता है. जहां तक कानून की बात है, कानून उसमें भी अपना काम कर रहा था और आज भी अपना काम कर रहा है. जिसका फैसला कोर्ट करेगा. जैसा किया है, उसका फैसला कोर्ट करेगा.
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'जावेद अहमद ने लव-जिहाद के आरोपों को किया खारिज'
लव जिहाद के मामले पर उन्होंने कहा कि नूंह लव जिहाद को नहीं जानता. यहां 36 बिरादरी के लोगों का भाई-बहन, चाचा, ताऊ का आपस में रिश्ता है. सब धर्म एक है, उनका परिवार सबको साथ लेकर चलता है. उन्हें उनके पूर्वजों ने उन्हें कभी जात, पात, धर्म बिरादरी का पाठ नहीं पढ़ाया.
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हमारी टीम ने जावेद अहमद से मुख्य आरोपी तौसीफ के बारे में पूछा तो उनका कहना है कि तौसीफ में शराब, धूम्रपान जैसी कोई आदत नहीं थी. उसका दिमाग अचानक ऐसे कैसे खराब हुआ, यह उनकी समझ से भी बाहर है. उन्होंने यह भी कहा कि वारदात के समय जो साथी लड़का उसके साथ था, उसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. जहां तक वारदात को अंजाम देने की बात है, तो कोई माता-पिता ऐसे संस्कार अपने बच्चों को नहीं देगा. जिससे उनका भविष्य खराब हो और सारे परिवार पर तरह-तरह के बेबुनियाद आरोप लगाया जगाए जाएं.
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