नूंह: लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों की मुश्किलें बढ़ गई थी. इन लोगों के लिए सरकार राहत शिविर लगाए जा रहे है. इसी बीच नूंह डीसी पंकज ने बताया कि कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के नजदीक तावडू शहर में प्रवासी मजदूरों-गरीबों के लिए दो शेल्टर होम बनाए गए है.
बता दें कि अभी तक पैदल अपने राज्यों के लिए जा रहे करीब 70 प्रवासी मजदूरों को रोककर शेल्टर होम में ठहराया गया है. डीसी ने बताया कि शेल्टर होम तावडू इलाके में दो शेल्टर होम बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि वैसे तो यहां प्रवासी मजदूर ज्यादा नहीं है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर ये कदम उठाया गया है.
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उन्होंने बताया कि शेल्टर होम में प्रवासी मजदूरों को सभी सुविधाएं दी जा रही है. जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार शेल्टर होम पर निगरानी बनाए रखे हुए हैं. खान-पान की वस्तुओं के अलावा बिस्तर इत्यादि का भी शेल्टर होम में पर्याप्त इंतजाम है. किसी भी मजदूर गरीब को शेल्टर होम में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
आपको बता दें कि 21 दिनों के लॉकडाउन जारी करने के बाद अचानक प्रवासी मजदूर भूखे पेट अपने घर पैदल जाने को मजबूर हो गए थे. इन सब के बाद सरकारों ने ये कदम उठाया है.