नूंह: ओड़िशा से सोमवार को अपने एक साथी की डेड बॉडी को लेकर राजस्थान पहुंचे और अंतिम संस्कार के बाद नूंह पहुंचे 16 वर्षीय लड़के की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
क्या है पूरा मामला ?
ओड़िशा में रहने वाला नफीस राजस्थान भरतपुर जिले के कामा सब डिवीजन के किसी गांव का रहने वाला था. उसके शव को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद नूंह जिले के रहने वाले तीनों व्यक्ति अपने गांव लौट आए.
मुबारकपुर गांव में आते ही तीन में से दो की हालत बिगड़ने लगी. जिनको इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उनकी नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा के लिए रेफर कर दिया.
डॉक्टरों ने युवक को पीजीआई किया रेफर
मांड़ीखेड़ा सामान्य अस्पताल पहुंचते समय साबिब पुत्र उम्र 16 वर्ष निवासी मुबारकपुर की जान चली गई, जबकि इब्राहिम उम्र 30 वर्ष नाम के व्यक्ति की नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया.
दोनों व्यक्तियों के एक साथ अचानक बीमार होने एवं उनके एक साथी की ओड़िशा में जान चली जाने की वजह से आशंका जताई गई कि कहीं ओड़िशा में बीमार होने वाले लोगों में कोरोना के लक्षण तो नहीं थे.
मृतकों और बीमार व्यक्ति की रिपोर्ट आई कोरोना नेगेटिव
इस खबर से ना केवल मुबारकपुर गांव बल्कि पूरे जिले में लोगों की टेंशन बढ़ने लगी, तो स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर पशोपेश की स्थिति में दिखा. स्वास्थ्य विभाग ने मृतक व बीमार व्यक्ति को रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट आनन-फानन में किया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई.
कुल मिलाकर जिस व्यक्ति की मौत व बीमार युवक को कोरोना से जोड़कर देखा जा रहा था. रिपोर्ट आने के बाद पूरी तरह साफ हो गया कि मुबारकपुर गांव के मरने वाले व बीमार व्यक्ति को कोरोना बिल्कुल नहीं था.. उनकी मौत किसी अन्य बीमारी की वजह से हुई है.