नूंह : शिक्षा विभाग में दो अलग-अलग घटनाओं में एक अध्यापक और क्लर्क की पिटाई का मामला सामने (Teacher and clerk beating in Nuh) आया है. दो कर्मचारियों की पिटाई होने की शिकायत जब पुलिस को दी गई तो शिकायत के बावजूद पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है. शिक्षा विभाग के अधिकारी का कहना है कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों से लेकर अधिकारी तक पुलिस से मामले की शिकायत दर्ज कराने की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ ने दो टूक कहा है कि पुलिस का रवैया कतई ठीक नहीं है. अधिकारियों के चक्कर लगाए जा रहे हैं, लेकिन सुनवाई न होने पर मजबूरन उन्हें कोर्ट के माध्यम से ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराना होगा.
जानकारी के मुताबिक रहपुआ गांव के सरकारी स्कूल (Government School of Rahapua Village) में एक अध्यापक ने छात्र की पिटाई कर दी थी. जब इस घटना के बारे में छात्र के परिजनों को पता लगा तो उन्होंने अध्यापक को जमकर पीटा. स्कूल में इस दौरान खूब हंगामा हुआ. मामला पुलिस विभाग तक पहुंचा. दोनों तरफ से शिकायत लगाई गई. छात्र की एमएलआर भी कटवाई गई. शिक्षा विभाग ने मुकदमा दर्ज कराने की भरपूर कोशिश की, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. खबर मिल रही है कि इस मामले में दोनों पक्ष पंचायत में बैठकर विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. दूसरी तरफ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय नूंह में लघु सचिवालय (District Education Officer Office Nuh) की दूसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय में सुनील कुमार नाम के कर्मचारी की शिक्षा विभाग के ही आदिल अली कंप्यूटर टीचर ने पिटाई कर दी है.
आदिल अली के मुक्के से सुनील कुमार के दांत टूट गए. मामले में एमएलआर कटवाई गई. पुलिस विभाग में शिकायत दी गई. सिटी थाना नूंह से लेकर एडिशनल एसपी और पुलिस कप्तान तक में मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई गई, लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने शिक्षा विभाग की शिकायत को अनदेखा कर दिया. जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ ने कहा कि आदिल अली नाम के कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी, लेकिन हैरत की बात यह है कि दोनों ही मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है.