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चंडीगढ़ में रोज़ फेस्टिवल का आगाज, 55000 गुलाब के पौधों से सजा रोज गार्डन, गुलाब की कैटेगरी बनी आकर्षण का केंद्र - ROSE FESTIVAL 2025

रोज फेस्टिवल का आगाज हो चुका है. पहले दिन गुलाब के फूलों की कैटेगरी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है.

ROSE FESTIVAL 2025
चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 21, 2025, 6:21 PM IST

Updated : Feb 21, 2025, 7:57 PM IST

चंडीगढ़: शहर के बहुप्रतीक्षित 53वां रोज फेस्टिवल शुक्रवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित जाकिर रोज गार्डन में धूमधाम से शुरू हुआ. चंडीगढ़ नगर निगम (एमसी) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय यह फेस्टिवल 23 फरवरी तक चलेगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रम होंगे. इतिहास में पहली बार यह आयोजन 'जीरो बजट' फेस्टिवल के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लोग फूल की किस्मों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले पाएंगे.

करीब 55,000 गुलाब के पौधे : इस फेस्टिवल में 1,400 क्यारियों में गुलाब की कुल 829 किस्में और करीब 55,000 गुलाब के पौधे प्रदर्शित किए गए हैं. इनमें हाइब्रिड टी, फ्लोरिबंडस, पॉलीएन्थस, स्वदेशी और विदेशी किस्मों के मिनिएचर और क्लाइंबर शामिल हैं. इस मौके पर नगर निगम ने खुद कबूल किया है कि यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि रोज फेस्टिवल को जीरो बजट के साथ करवाया जा रहा है. कलाकारों के लिए नॉर्थ जोन केंद्र की ओर से स्पॉन्सर किया गया है, और रोज फेस्टिवल के लिए लगाए गए बैनर्स और स्ट्रेस के लिए बैंकों की ओर से स्पॉन्सरशिप दी गई है.

चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल के अनोखे दृश्य (ETV Bharat)

कल्चर प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे : इसके अलावा, आम लोगों के लिए कल्चर प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे, और इस साल फूलों के गुलदस्ते के लिए लगाए गए स्टॉल भी देखने लायक हैं. गुलदस्तों की प्रदर्शनी के साथ ही बोनसाई ट्री की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें लोग बोनसाई ट्री को उगाने और संजोकर रखने के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस फेस्टिवल के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें ढोल की थाप, लाइव बैंड, विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य प्रदर्शन, क्षेत्रीय कला प्रदर्शन और जीवंत फूलों की सजावट शामिल होंगी.

40 एकड़ में फैला है रोज गार्डन : पिछले 53 सालों से चंडीगढ़ के जाकिर हुसैन गार्डन में रोज फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इस रोज गार्डन में 800 से ज्यादा गुलाब की किस्में हैं, जो इसका मुख्य आकर्षण हैं. जाकिर हुसैन गार्डन 40 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 55,000 गुलाब के पौधे लगाए गए हैं. इनमें 800 से ज्यादा फूलों की किस्में हैं. इसके अलावा, 1400 प्रकार के अन्य पौधे और पेड़ भी हैं. यह पूरा गार्डन 10 भागों में बांटा गया है.

जानिए क्या कहते हैं चंडीगढ़ के लोग (Etv Bharat)

तीसरे राष्ट्रपति के नाम पर स्थापित किया गया रोज गार्डन : दरअसल, जाकिर हुसैन गार्डन को 1957 में बनाया गया था. इसके निर्माण और प्लानिंग में एमएस रंधावा की अहम भूमिका थी. रोज गार्डन को तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन के नाम पर स्थापित किया गया था. यह गार्डन देश के बेहतरीन बागों में से एक माना जाता है. रोज गार्डन का मकसद पौधों से नहीं, बल्कि शहर के टूरिज्म, पुण्य निर्माण और शिक्षा को बढ़ावा देना है. इसकी देखभाल हॉर्टिकल्चर के वर्करों द्वारा दिन-रात की जाती है.

विभिन्न हस्तियों के नाम पर गुलाबों के नाम : रोज गार्डन में गुलाब के फूलों के नाम विश्व की बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम पर दिए गए हैं, जिनमें क्वीन एलिजाबेथ, डॉ वी गिरी, जॉन एफ कैनेडी आदि शामिल हैं. इसके अलावा, गुलाब के फूलों को मजेदार नाम दिए गए हैं, जिनमें प्रेगनेंट लेडी, केयरलैस लव, किस ऑफ फायर, ओनली यू, एफिल टावर आदि शामिल हैं. रोज गार्डन में लगे गुलाब के कुछ पौधों को दुनिया के अलग-अलग देशों के नाम दिए गए हैं, जिनमें ओकलाहोमा, दिल्ली प्रिंसेस, अमेरिकन हेरिटेज आदि शामिल हैं. अपरिकोट स्पाइस सबसे चर्चित गुलाब का फूल है.

तीन दिन चलेगा रोज फेस्टिवल (Etv Bharat)

रोज के अलग-अलग सेक्शन : रोज गार्डन में हरा गुलाब, नीला गुलाब और काला गुलाब का एक अलग सेक्शन है. इसके अलावा, प्राइड ऑफ़ इंडिया रोज, हाइब्रिड टी रोज, फ्लोर बूढ़ा रोज, मिनी नेचर रोज, और क्लाइंबर रोज के लिए अलग सेक्शन बनाया गया है.

विभिन्न गुलाबों के नाम : कुछ गुलाब के फूलों का नाम इस प्रकार है - एंगल फेस, पार्लिगेट, आइसबर्ग, व्हाइट डावन, बेबी गोल्ड स्टार, ग्रीन रोज, एस एन ए प्रिंसेस, कपकेक, लकी लेडी, बंगाली रोज, गोल्ड मेडल, पिंकी ए योबा, होम एंड गार्डन बहुत चर्चित कैटेगरीज है.

इसे भी पढ़ें : शुक्रवार से शुरू होगा चंडीगढ़ का रोज फेस्टिवल, 3 दिन गुलाबों की खुशबू के बीच लगेगा ग्लैमर का तड़का, प्रोग्राम का शेड्यूल आया सामने

इसे भी पढ़ें : 21 से 23 फरवरी तक गुलाबों की खुशबू से महकेगा चंडीगढ़, रोज फेस्टिवल में देखने को मिलेंगे 800 प्रकार के गुला

चंडीगढ़: शहर के बहुप्रतीक्षित 53वां रोज फेस्टिवल शुक्रवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित जाकिर रोज गार्डन में धूमधाम से शुरू हुआ. चंडीगढ़ नगर निगम (एमसी) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय यह फेस्टिवल 23 फरवरी तक चलेगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रम होंगे. इतिहास में पहली बार यह आयोजन 'जीरो बजट' फेस्टिवल के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लोग फूल की किस्मों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले पाएंगे.

करीब 55,000 गुलाब के पौधे : इस फेस्टिवल में 1,400 क्यारियों में गुलाब की कुल 829 किस्में और करीब 55,000 गुलाब के पौधे प्रदर्शित किए गए हैं. इनमें हाइब्रिड टी, फ्लोरिबंडस, पॉलीएन्थस, स्वदेशी और विदेशी किस्मों के मिनिएचर और क्लाइंबर शामिल हैं. इस मौके पर नगर निगम ने खुद कबूल किया है कि यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि रोज फेस्टिवल को जीरो बजट के साथ करवाया जा रहा है. कलाकारों के लिए नॉर्थ जोन केंद्र की ओर से स्पॉन्सर किया गया है, और रोज फेस्टिवल के लिए लगाए गए बैनर्स और स्ट्रेस के लिए बैंकों की ओर से स्पॉन्सरशिप दी गई है.

चंडीगढ़ रोज फेस्टिवल के अनोखे दृश्य (ETV Bharat)

कल्चर प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे : इसके अलावा, आम लोगों के लिए कल्चर प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे, और इस साल फूलों के गुलदस्ते के लिए लगाए गए स्टॉल भी देखने लायक हैं. गुलदस्तों की प्रदर्शनी के साथ ही बोनसाई ट्री की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें लोग बोनसाई ट्री को उगाने और संजोकर रखने के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस फेस्टिवल के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें ढोल की थाप, लाइव बैंड, विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य प्रदर्शन, क्षेत्रीय कला प्रदर्शन और जीवंत फूलों की सजावट शामिल होंगी.

40 एकड़ में फैला है रोज गार्डन : पिछले 53 सालों से चंडीगढ़ के जाकिर हुसैन गार्डन में रोज फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इस रोज गार्डन में 800 से ज्यादा गुलाब की किस्में हैं, जो इसका मुख्य आकर्षण हैं. जाकिर हुसैन गार्डन 40 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 55,000 गुलाब के पौधे लगाए गए हैं. इनमें 800 से ज्यादा फूलों की किस्में हैं. इसके अलावा, 1400 प्रकार के अन्य पौधे और पेड़ भी हैं. यह पूरा गार्डन 10 भागों में बांटा गया है.

जानिए क्या कहते हैं चंडीगढ़ के लोग (Etv Bharat)

तीसरे राष्ट्रपति के नाम पर स्थापित किया गया रोज गार्डन : दरअसल, जाकिर हुसैन गार्डन को 1957 में बनाया गया था. इसके निर्माण और प्लानिंग में एमएस रंधावा की अहम भूमिका थी. रोज गार्डन को तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन के नाम पर स्थापित किया गया था. यह गार्डन देश के बेहतरीन बागों में से एक माना जाता है. रोज गार्डन का मकसद पौधों से नहीं, बल्कि शहर के टूरिज्म, पुण्य निर्माण और शिक्षा को बढ़ावा देना है. इसकी देखभाल हॉर्टिकल्चर के वर्करों द्वारा दिन-रात की जाती है.

विभिन्न हस्तियों के नाम पर गुलाबों के नाम : रोज गार्डन में गुलाब के फूलों के नाम विश्व की बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम पर दिए गए हैं, जिनमें क्वीन एलिजाबेथ, डॉ वी गिरी, जॉन एफ कैनेडी आदि शामिल हैं. इसके अलावा, गुलाब के फूलों को मजेदार नाम दिए गए हैं, जिनमें प्रेगनेंट लेडी, केयरलैस लव, किस ऑफ फायर, ओनली यू, एफिल टावर आदि शामिल हैं. रोज गार्डन में लगे गुलाब के कुछ पौधों को दुनिया के अलग-अलग देशों के नाम दिए गए हैं, जिनमें ओकलाहोमा, दिल्ली प्रिंसेस, अमेरिकन हेरिटेज आदि शामिल हैं. अपरिकोट स्पाइस सबसे चर्चित गुलाब का फूल है.

तीन दिन चलेगा रोज फेस्टिवल (Etv Bharat)

रोज के अलग-अलग सेक्शन : रोज गार्डन में हरा गुलाब, नीला गुलाब और काला गुलाब का एक अलग सेक्शन है. इसके अलावा, प्राइड ऑफ़ इंडिया रोज, हाइब्रिड टी रोज, फ्लोर बूढ़ा रोज, मिनी नेचर रोज, और क्लाइंबर रोज के लिए अलग सेक्शन बनाया गया है.

विभिन्न गुलाबों के नाम : कुछ गुलाब के फूलों का नाम इस प्रकार है - एंगल फेस, पार्लिगेट, आइसबर्ग, व्हाइट डावन, बेबी गोल्ड स्टार, ग्रीन रोज, एस एन ए प्रिंसेस, कपकेक, लकी लेडी, बंगाली रोज, गोल्ड मेडल, पिंकी ए योबा, होम एंड गार्डन बहुत चर्चित कैटेगरीज है.

इसे भी पढ़ें : शुक्रवार से शुरू होगा चंडीगढ़ का रोज फेस्टिवल, 3 दिन गुलाबों की खुशबू के बीच लगेगा ग्लैमर का तड़का, प्रोग्राम का शेड्यूल आया सामने

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Last Updated : Feb 21, 2025, 7:57 PM IST
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