नूंह: जिले में टीबी के केसों में कमी लाने के लिए महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने नूंह में टीबी केंद्र बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. ये भवन जिला नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में 57 लाख 75 हजार रुपये की धनराशि से बनाया जाएगा. अगले साल 31 मार्च तक भवन बनकर तैयार होगा.
बता दें कि जिले में इस साल 2000 टीबी के मरीजों की पहचान हो चुकी है. जबकि पिछले साल जिले से 3400 टीबी मरीज सामने आए थे. इस साल 4000 मरीजों के सामने आने की उम्मीद है. ऐसे में जिले में टीबी केंद्र बन जाने से मरीजों को काफी लाभ होगा.
सीएमओ जेएस पुनिया ने बताया कि नूंह की सीमा से लगते पलवल में अभी भी जिला टीबी केंद्र नहीं है. इसके लिए मुहिम चल रही है, जबकि नूंह के साथ यमुनानगर में भी टीबी केंद्र की सौगात मिली है, जो करीब 38 लाख की धनराशि से यमुनानगर के पुंडरी में बनाया जाएगा.
जेएस पूनिया ने बताया कि 16 जून को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने पत्र भेजकर उनके मांडीखेड़ा जिला अस्पताल में जिला टीबी केंद्र बनाने के लिए बजट मंजूर किया है. तकरीबन 57 लाख 75 हजार रुपये की लागत से केंद्र बनेगा. उन्होंने बताया कि ड्रॉइंग बनाने के बाद निर्माण कार्य का टेंडर प्रक्रिया और लोक निर्माण विभाग के खाते में धनराशि भेजने के लिए शुरुआत कर दी गई है.
खास बात तो ये है कि टीबी रोकथाम के लिए काम करने वाले जिला उपमंडल और खंड स्तर के सभी कर्मचारी और अधिकारी एक छत के नीचे केंद्र की शुरुआत होने पर मिलेंगे. मरीजों को रोज चक्कर काटने की बजाय एक ही दिन में सभी प्रकार की जांच करने के बाद रिपोर्ट मिल जाएगी.
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बता दें कि सरकार के एनटीईपी 2025 के अंतर्गत नए टीबी केंद्रों में सीबीनेट या ट्रू नेट मशीन सुविधा होगी. ये मशीन टीबी के सबसे बारीक की बैक्ट्रिया की पहचान करने में सक्षम होती है. इससे सामान्य टीबी के अलावा एमडीआर टीबी के मरीजों को भी लाभ मिलेगा.