नूंह: कुआं पूजन के दौरान पत्थरबाजी के मामले में मदरसे के तीन नाबालिग छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने देर शाम पेश किया गया. जहां से 9 साल के मदरसा के छात्र को जमानत मिल गई और दो छात्रों को बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेजा गया है. अब इस मामले में आगामी 20 नवंबर को अमित वर्मा की अदालत में सुनवाई होगी. बता दें कि गुरुवार देर शाम वार्ड नंबर 11 दलित मोहल्ला की कुछ महिलाएं कुआं पूजन के लिए कैलाश मंदिर नूंह गई थी.
जब वो डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए वापस अपने घर लौट रही थी, तो मदरसे की तरफ से पथराव होने की बात सामने आई. इसके बाद नूंह शहर में खूब बवाल बढ़ गया. पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने रात को ही मोर्चा संभालना पड़ा. भारी सुरक्षा के इंतजाम किए गए. दोनों समुदाय के लोगों को समझाया गया. इस दौरान बड़ा मदरसा नूंह के संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने हिंदू समाज के लोगों से माफी भी मांग ली, लेकिन शुक्रवार को फिर से दुकानदारों ने रोष जताया.
शुक्रवार को दुकानदारों ने बाजार बंद कर दिया. एक बार फिर स्थानीय नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने मध्यस्थता के चलते बाजार खुलवाया. उसके बाद तीन नाबालिग छात्रों की पहचान पथराव के लिए की गई, जिन्हें देर शाम सीडब्ल्यूसी कमेटी के सामने पेश किया गया, जहां से 9 वर्षीय मदरसा छात्र को जमानत मिल गई, जबकि 12-12 वर्ष के दो छात्रों को बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेजा गया है. कुल मिलाकर कुआं पूजन विवाद मामले में अब पूरी तरह से सुलह होती दिखाई दे रही है. पुलिस ने ना केवल एफआईआर दर्ज की है, बल्कि तीन आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर सीडब्ल्यूसी के सामने पेश भी कर दिया है.