नूंह: जिले में बेटी बचाओ को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है. नूंह में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का अच्छा असर देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार की बेटी बचाने को लेकर योजना कारगर साबित हो रही है. नूंह में इस योजना के लागू होने के बाद समाज में बेटियों के प्रति सम्मान बढ़ा है. भ्रूण हत्या के मामलों में काफी कमी आई है.
नूंह में बीते साल की तुलना में इस साल लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है, जो हर्ष का विषय है. सिविल सर्जन कृष्ण कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र सरकार की ये प्रभावी योजना है. बीते साल 2019 में 1000 लड़कों के मुकाबले 921 लड़कियां थी, लेकिन इस साल ये आंकड़ा 921 से बढ़कर 939 तक पहुंच गया है.
सीएमओ डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि बेटी को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ग्राउंड लेवल पर अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि आशा-आंगनवाड़ी वर्कर से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर महिलाओं को लिंग जांच के बारे में जागरूक करती हैं. जिले में अल्ट्रासाउंड मशीनों पर निगरानी रखी जाती है कि कहीं कोई लिंग जांच तो नहीं करा रहा है.
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सीएचसी/ पीएचसी स्तर पर बैठकें जारी रहती हैं. स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि जिले में भ्रूण हत्या रूके और समाज में बेटियों को लेकर सोच बदले, बेटियों को अभिभावक बोझ नहीं समझे. इसके लिए कोशिशें की जा रही हैं.
बता दें कि हरियाणा में लिंगानुपात चिंता का विषय है. पीएम नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से इस योजना की शुरूआत की थी. लिंगानुपात में इस योजना के बाद लगातार सुधार हुआ है. अब नूंह में इस योजना का अच्छा असर देखने को मिल रहा है.