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नूंह के अल आफिया अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए सेवा शुरू
नूंह के अल आफिया अस्पताल में मानसिक रोगियों का इलाज शुरू हो गया है. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में मानसिक रोगियों के इलाज के लिए दिल्ली एम्स से डॉ. विजय सैनी को मुहैया कराया है. सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच कर उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है.
mental illness treatment nuh
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Published : Nov 15, 2019, 9:39 AM IST
नूंह: भाग-दौड़ भरी जिंदगी और अवसाद के कारण मानसिक रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. जिले में भी मानसिक रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. ऐसे रोगियों को पहले स्वास्थ्य लाभ के लिए दूर दराज इलाकों में जाना पड़ता था, साथ ही सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाते थे. लेकिन स्वास्थ्य विभाग नूंह के प्रयासों से अब अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एम्स दिल्ली से आए डॉक्टर विजय सैनी मानसिक रोगियों का इलाज कर रहे हैं.
अल आफिया अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए सेवा शुरू. सोमवार से शुक्रवार तक होता है इलाज
एम्स दिल्ली से आए डॉक्टर विजय सैनी सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 से 3 बजे तक मरीजों का इलाज कर रहे हैं. रोजाना करीब 30 से 40 मरीज अपना इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच करके उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें: चंडीगढ़ के वैज्ञानिक ने प्रदूषण से बचने के लिए बनाया विशेष मास्क, नहीं होगा इंफेक्शन
अस्पताल में हो रहे अनेक समस्याओं का इलाज
डॉक्टर असलम गफूर ने पत्रकारों को बताया कि उदासी, अकेलापन, आत्महत्या के विचार, घबराहट, बेचैनी, नशों-मांसपेशियों में जकड़न, तनाव, चिड़चिड़ापन ( गुस्सा ), बेवजह शक, वहम, नींद से जुडी समस्याएं, सेक्स संबंधित समस्या, नशा संबंधित समस्याएं, इंटरनेट एडिक्शन, बच्चों एवं किशोरावस्था में विकास एवं स्वभाव की समस्याएं, सरदर्द, माइग्रेन, बेहोशी, चक्कर आना, मिर्गी इत्यादि की दिक्कत है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करने का सुझाव दिया जा रहा है. डॉ असलम गफूर ने बताया कि हम लोगों को व्यायाम करने की भी सलाह दे रहे हैं.
नूंह: भाग-दौड़ भरी जिंदगी और अवसाद के कारण मानसिक रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. जिले में भी मानसिक रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. ऐसे रोगियों को पहले स्वास्थ्य लाभ के लिए दूर दराज इलाकों में जाना पड़ता था, साथ ही सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाते थे. लेकिन स्वास्थ्य विभाग नूंह के प्रयासों से अब अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एम्स दिल्ली से आए डॉक्टर विजय सैनी मानसिक रोगियों का इलाज कर रहे हैं.
अल आफिया अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए सेवा शुरू. सोमवार से शुक्रवार तक होता है इलाज
एम्स दिल्ली से आए डॉक्टर विजय सैनी सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 से 3 बजे तक मरीजों का इलाज कर रहे हैं. रोजाना करीब 30 से 40 मरीज अपना इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच करके उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है.
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अस्पताल में हो रहे अनेक समस्याओं का इलाज
डॉक्टर असलम गफूर ने पत्रकारों को बताया कि उदासी, अकेलापन, आत्महत्या के विचार, घबराहट, बेचैनी, नशों-मांसपेशियों में जकड़न, तनाव, चिड़चिड़ापन ( गुस्सा ), बेवजह शक, वहम, नींद से जुडी समस्याएं, सेक्स संबंधित समस्या, नशा संबंधित समस्याएं, इंटरनेट एडिक्शन, बच्चों एवं किशोरावस्था में विकास एवं स्वभाव की समस्याएं, सरदर्द, माइग्रेन, बेहोशी, चक्कर आना, मिर्गी इत्यादि की दिक्कत है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करने का सुझाव दिया जा रहा है. डॉ असलम गफूर ने बताया कि हम लोगों को व्यायाम करने की भी सलाह दे रहे हैं.
Intro:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- अल आफिया अस्पताल में शुरू हुई नई सेवा , लोग उठा रहे लाभ
भागदौड़ भरी जिंदगी , महंगाई , रोजगार की चिंता इत्यादि की वजह से मानसिक रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे मरीजों को पहले दूरदराज इलाकों में जाना पड़ता था , साथ ही सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाते थे , लेकिन स्वास्थ्य विभाग नूह के प्रयासों से अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एम्स दिल्ली से आये डॉक्टर विजय सैनी अब मानसिक रोगियों का इलाज बेहतर ढंग से कर रहे हैं। रोजाना 30 - 40 मरीज उनके पास इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच करके उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है। सोमवार - शुक्रवार तक सुबह 9 - 3 बजे तक मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
डॉक्टर असलम गफूर ने पत्रकारों को बताया कि उदासी , अकेलापन , आत्महत्या के विचार , घबराहट , बेचैनी , नशों - मांसपेशियों में जकड़न , तनाव , चिड़चिड़ापन ( गुस्सा ) बेवजह शक , वहम , फालतू के विचार मन में आना , नींद से जुडी समस्याएं , सेक्स संबंधित समस्या , नशा संबंधित समस्याएं , इंटरनेट एडिक्शन , बच्चों एवं किशोरावस्था में विकास एवं स्वभाव की समस्याएं , सरदर्द , माइग्रेन , बेहोशी , चक्कर आना , मिर्गी इत्यादि की दिक्कत है , तो जल्द से जल्द आप डॉक्टर से सम्पर्क कर अपनी काया को स्वस्थ कर सकते हैं। इसके अलावा करो व्यायाम , रहो स्वस्थ की सलाह भी डॉक्टर दे रहे हैं। ध्यान रहे कि बीते माह गत 10 अक्टूबर को विश्व मेंटल दिवस भी मनाया जाता है । कुल मिलाकर नूह जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि उनको धन व समय की बर्बादी से बचने के साथ - साथ समय पर इलाज मिलेगा।
बाइट;- डॉक्टर असलम गफूर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Body:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- अल आफिया अस्पताल में शुरू हुई नई सेवा , लोग उठा रहे लाभ
भागदौड़ भरी जिंदगी , महंगाई , रोजगार की चिंता इत्यादि की वजह से मानसिक रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे मरीजों को पहले दूरदराज इलाकों में जाना पड़ता था , साथ ही सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाते थे , लेकिन स्वास्थ्य विभाग नूह के प्रयासों से अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एम्स दिल्ली से आये डॉक्टर विजय सैनी अब मानसिक रोगियों का इलाज बेहतर ढंग से कर रहे हैं। रोजाना 30 - 40 मरीज उनके पास इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच करके उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है। सोमवार - शुक्रवार तक सुबह 9 - 3 बजे तक मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
डॉक्टर असलम गफूर ने पत्रकारों को बताया कि उदासी , अकेलापन , आत्महत्या के विचार , घबराहट , बेचैनी , नशों - मांसपेशियों में जकड़न , तनाव , चिड़चिड़ापन ( गुस्सा ) बेवजह शक , वहम , फालतू के विचार मन में आना , नींद से जुडी समस्याएं , सेक्स संबंधित समस्या , नशा संबंधित समस्याएं , इंटरनेट एडिक्शन , बच्चों एवं किशोरावस्था में विकास एवं स्वभाव की समस्याएं , सरदर्द , माइग्रेन , बेहोशी , चक्कर आना , मिर्गी इत्यादि की दिक्कत है , तो जल्द से जल्द आप डॉक्टर से सम्पर्क कर अपनी काया को स्वस्थ कर सकते हैं। इसके अलावा करो व्यायाम , रहो स्वस्थ की सलाह भी डॉक्टर दे रहे हैं। ध्यान रहे कि बीते माह गत 10 अक्टूबर को विश्व मेंटल दिवस भी मनाया जाता है । कुल मिलाकर नूह जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि उनको धन व समय की बर्बादी से बचने के साथ - साथ समय पर इलाज मिलेगा।
बाइट;- डॉक्टर असलम गफूर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी ;- अल आफिया अस्पताल में शुरू हुई नई सेवा , लोग उठा रहे लाभ
भागदौड़ भरी जिंदगी , महंगाई , रोजगार की चिंता इत्यादि की वजह से मानसिक रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे मरीजों को पहले दूरदराज इलाकों में जाना पड़ता था , साथ ही सर्टिफिकेट भी नहीं बन पाते थे , लेकिन स्वास्थ्य विभाग नूह के प्रयासों से अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एम्स दिल्ली से आये डॉक्टर विजय सैनी अब मानसिक रोगियों का इलाज बेहतर ढंग से कर रहे हैं। रोजाना 30 - 40 मरीज उनके पास इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। सप्ताह के हर बुधवार को मानसिक रोगियों की जांच करके उनका सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है। सोमवार - शुक्रवार तक सुबह 9 - 3 बजे तक मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
डॉक्टर असलम गफूर ने पत्रकारों को बताया कि उदासी , अकेलापन , आत्महत्या के विचार , घबराहट , बेचैनी , नशों - मांसपेशियों में जकड़न , तनाव , चिड़चिड़ापन ( गुस्सा ) बेवजह शक , वहम , फालतू के विचार मन में आना , नींद से जुडी समस्याएं , सेक्स संबंधित समस्या , नशा संबंधित समस्याएं , इंटरनेट एडिक्शन , बच्चों एवं किशोरावस्था में विकास एवं स्वभाव की समस्याएं , सरदर्द , माइग्रेन , बेहोशी , चक्कर आना , मिर्गी इत्यादि की दिक्कत है , तो जल्द से जल्द आप डॉक्टर से सम्पर्क कर अपनी काया को स्वस्थ कर सकते हैं। इसके अलावा करो व्यायाम , रहो स्वस्थ की सलाह भी डॉक्टर दे रहे हैं। ध्यान रहे कि बीते माह गत 10 अक्टूबर को विश्व मेंटल दिवस भी मनाया जाता है । कुल मिलाकर नूह जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि उनको धन व समय की बर्बादी से बचने के साथ - साथ समय पर इलाज मिलेगा।
बाइट;- डॉक्टर असलम गफूर अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात