नूंह: जिले के कस्बा पिनगवां में मनाई जाने वाली रामलीला कौमी एकता की मिसाल है. यहां रामलीला में न सिर्फ हिन्दू बल्कि मुस्लिम समुदाय के भी लोग भी 10 दिनों तक राम भक्ति में लीन रहते हैं. रामलीला का ये वो मंचन है जो कौमी एकता की कहानी बयां रही है. लोगों की माने तो यहां पिछले करीब 3 सौ सालों से यहां रामलीला का आयोजन किया जा रहा है.
एकता की मिसाल
आपको बता दें कि नूंह जिला मुस्लिम बाहुल्य है. रामलीलाओं में दर्शक से लेकर वालेंटियर इत्यादि भूमिका मुस्लिम समाज के लोग निभाते आ रहे हैं, जो पूरे मुल्क के लोगों के लिए एकता की मिसाल पेश करते हैं. यहां हर साल आसपास के कई किलोमीटर दूर से लोग रामलीला देखने आते हैं.
बृज से नूंह आए कलाकार
रामलीला का मंचन करने नूंह में बृज से कलाकार आए हैं. जो करीब 10 दिन तक लोगों को रामलीला का मंचन कर दिखाएंगे. पिनगवां कस्बे में शनिवार को रामलीला के उद्घाटन अवसर पर श्री रामलीला कमेटी से जुड़े पदाधिकारियों के अलावा भारी भीड़ रामलीला को देखने के लिए जुटी.
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सालों से मना रहे दशहरा
आपको बता दें कि नूंह में सभी धर्मों के लोग राम की इस लीला के लिए इंतजार करते हैं. पिछले कुछ सालों से यहां लोग इसी तरह से दशहरा मना रहे हैं, जों लोगों को भाईचारे का संदेश देती है. दशहरे वाले दिन यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है. शाम के समय यहां रावण दहन भी किया जाता है.