नूंह: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने नूंह में चुनावी हुंकार भरी. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को झूठा बताया तो वहीं दूसरी तरफ नूंहवासियों के लिए कई बड़े वादे किए. राहुल गांधी ने नूंह की जनता से चार वादे किए और कहा कि अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी तो वो उन चार मुद्दों को जरूर पूरा करेंगे.
राहुल गांधी के नूंह से किए चार वादे
- गुरुग्राम- नूंह-अलवर रेलवे लाइन को पूरा करेंगे
- नूंह इंजीनियरिंग कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करेंगे
- कोटला लेक एक्सटेंशन का काम पूरा करेंगे
- मेवात की प्यास बुझाने के लिए मेवात कैनाल परियोजना को पूरा करेंगे
बता दें कि विकास की रेस में हरियाणा के दूसरे राज्यों से काफी पिछे चल रहे मेवात की कई मांगें हैं. जिनमें नूंह इंजीनियरिंग कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाना, गुरुग्राम अलवर रेलवे लाइन और मेवात कैलान परियोजना भी शामिल है.
गुरुग्राम-नूंह-अलवर रेलवे लाइन बनाएगी कांग्रेस !
गुरुग्राम-नूंह-अलवर रेलवे लाइन की मांग काफी अरसे से उठ रही है. इसके लिए हरियाणा रेल आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड, हरियाणा सरकार और रेल मंत्रालय के बीच एक समझौता भी हुआ है. संयुक्त उद्यम कम्पनी बनाई गई है जो इस रेलवे लाइन की फिजिब्लिटी स्टडी कर रही है, लेकिन अभी ये रेलवे लाइन एक सपना मात्र ही नजर आ रही है.
राहुल ने किया मेवात की प्यास बुझाने का वादा
मेवात की प्यास बुझाने के लिए कोटला झील को विकसित करने की मांग की गई थी. झील के लिए कोटला और आसपास के गावों की 108 एकड़ भूमि को अधिग्रहण करने की अधिसूचना हुड्डा सरकार ने जारी की थी. इसके बाद खट्टर सरकार ने मुआवजा देकर योजना को अमलीजामा भी पहनाया, लेकिन अभी ये योजना ठंडे बस्ते में पड़ी ही नजर आ रही है. इसके अलावा नूंह इंजीनियरिंग कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने की मांग भी सालों पुरानी है. जिसे अभीतक पूरा नहीं किया जा सका है.
मुस्लिम तय करते हैं मेवात की तस्वीर !
हरियाणा में मुस्लिम मतदाता 7.2 फीसदी हैं, लेकिन मेवात में 70 फीसदी के करीब मुस्लिम आबादी है. मेवात जिले में पांच विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें नूंह, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की निर्णायक भूमिका है. इसके अलावा सोहना और हथीन सीट पर भी मुस्लिम वोटर किंगमेकर की भूमिका में रहते हैं.
मेवात का दिल कौन जीतेगा?
मेवात को अपनी ओर करने की कवायद बीजेपी काफी वक्त से कर रही है, लेकिन मुस्लिम बहुल इलाका होने के चलते यहां वो पैर नहीं जमा सकी. इसी का नतीजा रहा कि 2014 के विधानसभा चुनाव में मेवात इलाके की तीनों विधानसभा सीटों में से महज एक सीट ही जीत सकी थी. वहीं, कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल सकी थी. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस ही नहीं इनेलो और जेजेपी ने भी इस बार मुस्लिमों पर दांव खेला है.
मुस्लिम चेहरा दिलाएगा जीत!
बीजेपी ने मुस्लिम बहुल मेवात पर कमल खिलाने के लिए दो दिग्गज मुस्लिम नेताओं पर दांव लगाया है. इसमें नूंह से जाकिर हुसैन और फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद को प्रत्याशी बनाकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. वहीं पुन्हाना से बीजेपी ने पहली बार किसी महिला उम्मीदवार नौक्षम चौधरी को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. फिरोजपुर झिरका से मम्मन खान, पुन्हाना से इलियास खान, नूंह से चौधरी अफताब अहमद को टिकट दिया है.
किसके साथ जाएंगे मुस्लिम?
राहुल गांधी ने जहां नूंह की अरसे पुरानी गुरुग्राम-अलवर रेलवे लाइन सहित 4 मांगों को पूरा करने का दावा किया है तो वहीं बीजेपी इस बार तीनों विधानसभा सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा कर सबका साथ, सबका विकास का संदेश दिया है. अब नूंह की जनता किसे वोट देती है ये तो आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा.