नूंह: हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (bharat jodo yatra in haryana) का पहला फेज शुरू हो गया है. राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर नूंह में भारत जोड़ो यात्रा की फ्लैग सेरेमनी हुई. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की अगुवाई में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान और भूपेंद्र हुड्डा को फ्लैग सौंपा गया. इस दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि मुझसे BJP के नेताओं ने पूछा कि यात्रा की क्या जरूरत है? मैंने उनको जवाब दिया कि आपके नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि जब भी ये लोग इस देश में नफरत फैलाने निकलते हैं. तो हमारे विचारधारा के लोग मोहब्बत व प्यार फैलाना शुरू करते हैं. उन्होंने कहा कि ये नई लड़ाई नहीं है. ये लड़ाई हजारों साल पुरानी है. इसमें दो विचारधारा लड़ती आ रही हैं. एक विचार धारा चुने हुए लोगों को फायदा पहुंचाती है. दूसरी विचारधारा जो जनता की आवाज है उसके लिए लड़ाई करती है. ये लड़ाई चलती आ रही है. चलती जाएगी. राहुल गांधी ने कहा कि आजकल नेताओं और जनता के बीच में खाई बन गई है. भारत जोड़ो यात्रा ने उस खाई को पाटने का काम किया है.
'कांग्रेस शासित राज्यों में पैदल चलेगी कैबिनेट': उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल नेता लंबे भाषण नहीं देते, लोगों से मिलते हैं. इस यात्रा ने हिंदुस्तान की राजनीति में काम करने का विजन दिया है. राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अब महीने में एक बार पूरी कैबिनेट के साथ 15 किलोमीटर पैदल जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. अब वहां के मुख्यमंत्री और मंत्री सड़कों पर चलेंगे और जनता के बीच जाएंगे. राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में दो बड़े मुद्दे हैं. पहला बेरोजगारी और दूसरा महंगाई.
बेरोजगारी और महंगाई बड़ा मुद्दा: उन्होंने कहा कि आज हजारों पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं. इसकी वजह देश के चार-पांच बड़े उद्योगपति हैं. वो जो भी चाहते हैं, उन्हें मिलता है. छोटे व्यापारियों को परे कर दिया गया है. राहुल ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी पॉलिसी नहीं है. ये छोटे व्यापारियों को खत्म करने का व्यापार है. महंगाई पर उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार में चार सौ रुपए का गैस सिलेंडर था. अब बारह सौ का हो गया है.
राहुल गांधी ने कहा हमारी नफरत के खिलाफ यात्रा जरूर है. मगर दो बड़े मुद्दे हैं, जिसे हिंदुस्तान को बहुत चोट पहुंच रही है. दर्द हो रहा है, सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी. इन सड़कों पर हजारों युवा मेरे पास आए हैं. किसी ने इंजीनियरिंग की, कोई डॉक्टर बनना चाहता है. कोई इस यात्रा में शामिल होना चाहता है. जब मैं उनसे पूछता हूं कि आप क्या करते हो, तो जवाब मिलता है उधर मजदूरी कर रहा हूं. राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए. इसके बाद राहुल गांधी ने बिना नाम लिए इशारों ही इशारों में पीएम मोदी पर निशाना साधा.
'मैं तपस्वी नहीं हूं': उन्होंने कहा कि एक नेता मुझे तपस्वी बता रहे थे. मैं देश का तपस्वी नहीं हूं, मैंने कुछ बड़ा काम नहीं किया. इस देश में मुझसे बड़े करोड़ों तपस्वी हर रोज सुबह उठकर खेतों में काम करते हैं. मजदूरी करते हैं और इन सड़कों पर पूरी जिंदगी चलते हैं. ये कोई बड़ा काम मैंने नहीं किया. हम कन्याकुमारी से कश्मीर चल दिए हैं. इससे बड़ा काम इस देश के गरीब लोग किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार सब करते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि सड़कों पर चलने से बहुत कुछ सीखने को मिला जो शायद गाड़ी में, हवाई जहाज में, हेलीकॉप्टर में सीखने को नहीं मिलता.
राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कन्याकुमारी से श्रीनगर में हिंदुस्तान के तिरंगे को हम लहरा कर छोड़ेंगे. कोई भी शक्ति इस यात्रा को नहीं रोक सकती. इसका कारण है कि यात्रा कांग्रेस पार्टी की नहीं है, ये लोग चल रहे हैं. ये यात्रा हिंदुस्तान के गरीब मजदूरों के किसानों की है. छोटे दुकानदारों की है और जो करोड़ों बेरोजगार युवा हैं. उनकी है. राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे बीजेपी के नेताओं ने पूछा की यात्रा की क्या जरूरत है.