नूंह: देश में पेट्रोल-डीजल के दामों (petrol diesel price) में लगातार इजाफा हो रहा है. एक तरफ पेट्रोल के दाम बढ़ने से आम लोगों की जेब ढीली हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से किसान प्रभावित हो रहे हैं. इसके अलावा बढ़ते सरसों के तेल के दाम (mustard oil rate hike) भी ग्रहणियों का रसोई बजट बिगाड़ रहा है.
बढ़ती महंगाई के बारे में जब नूंह के स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आज महंगाई ने उनकी कमर तोड़कर रख दी है. हर चीज महंगी हो रही है. 10 से 15 हजार रुपये तो सिर्फ खाने-पीने पर खर्च हो रहा है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में वो सड़क पर आ जाएंगे.
एक ऑटो चालक ने कहा कि पेट्रोल के दाम बढ़ने से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. वैसे ही कोरोना काल में कम सवारियां मिल रही हैं. ऐसे में पेट्रोल के दम बढ़ जाने से उनपर दोहरी मार पड़ रही है.
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अगर बात हरियाणा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Haryana Petrol Diesel Price) की करें तो मंगलवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट देखने को मिली है. पेट्रोल का रेट 10 पैसे और डीजल का रेट 09 पैसे कम हुआ है. बता दें, 5 जुलाई को हरियाणा में पेट्रोल की कीमत 97.07 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब कम होकर 96.97 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
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इसी तरह डीजल का रेट कल 89.52 रुपये प्रति लीटर था, जो आज 89.43 हो गया है. 27 जून के बाद से अभी तक हरियाणा में पेट्रोल की कीमत 1.16 रुपये बढ़ गई है, और डीजल की कीमत में 28 पैसे की बढ़ोतरी हुई है.