नूंह: बडकली चौक पर नगीना कस्बे के लोग सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर करीब 55 दिनों से धरना दे रहे थे. उन लोगों ने अब गुरुग्राम अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए पर पैदल सफर कर रहे प्रवासी मजदूरों और बेसहारा लोगों के लिए खाना उपलब्ध किया है. इसके अलावा जमीयत उलमा, आईटीआई मंच और नगीना कस्बा के कुछ लोग इन गरीबों को सूखा राशन खाने के पैकेट में पानी के पाउच दे रहे हैं.
सीएए के खिलाफ धरना के दौरान जो लोग पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए थे, वही लोग अब पुलिस और प्रशासन की मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वैसे सड़कों पर अब कम ही प्रवासी और बेसहारा दिखाई दे रहे हैं, लेकिन झुग्गियों तक समाजसेवी राशन पहुंचाने का काम कर रहे हैं. ताकि कोई भी लॉकडाउन के दौरान भूखे पेट ना सो सके.
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सिर्फ इंसान ही नहीं समाजसेवी बंदरों और कुत्तों को भी खाना खिला रहे हैं. ताकि कोई भी भूखे पेट ना रहे. जरूरतमंद लोगों ने सामाजिक संगठनों का आभार जताया. समाजसेवियों ने कहा कि जब तक लॉक डाउन रहेगा तब तक वो जरूरतमंदों की सेवा करते रहेंगे.