नूंह: हरियाणा के नूंह जिले में कुआं पूजन के दौरान पथराव के मामले में सीजेएम की कोर्ट ने बड़ा मदरसा नूंह के दोनों आरोपी छात्रों को जमानत दे दी है. दोनों छात्रों को जमानत मिलने के बाद बड़ा मदरसा नूंह संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन को सौंपा गया. मुफ्ती जाहिद हुसैन गार्जियन के तौर पर कोर्ट में पेश हुए थे. बच्चों के वकील ताहिर हुसैन देवला एवं रमजान चौधरी ने करीब एक घंटे तक सरकारी वकील के साथ जमानत को लेकर बहस की. कोर्ट ने दोनों पक्ष के वकीलों की दलीलों को सुनने के बाद पिछले करीब तीन दिन से बाल सुधार गृह फरीदाबाद में रह रहे बच्चों को जमानत दे दी.
आपको बता दें कि कुआं पूजन के दौरान 16 नवंबर को शाम करीब 8 बजे बड़ा मदरसा नूंह के पीछे अग्रवाल चौक पर महिलाओं पर पथराव करने का मामला सामने आया था. इस मामले में मदरसे के 3 नाबालिग छात्रों को पकड़ा गया था. उन्हें बाल कल्याण विभाग (CWC) के सदस्य सुदेश रानी के सामने पेश किया गया था. जिसमें से 8 साल के बच्चे को जमानत मिल गई थी. उसके अलावा 11 और 12 साल के दो छात्रों को बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेजा गया था.
पथराव की घटना के बाद इलाके के दुकानदारों ने बाजार बंद कर दिए थे. नेताओं और अधिकारियों की मध्यस्थता के चलते दुकानदार राजी हो गए और कई घंटे बाद बाजार खोलने को तैयार हुए. बच्चों के वकील रमजान चौधरी ने बताया कि पुलिस की तरफ से डीएसपी वीरेंद्र सिंह भी इस जमानत की कार्रवाई के दौरान उपस्थित रहे. उन्होंने कहा कि सरकारी वकील ने करीब पौने घंटे तक बहस की. आखिरकार कोर्ट ने दोनों बच्चों को जमानत दे दी.
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