ETV Bharat / state

नूंह: न्यू कोट ड्रेन में दशकों से नहीं आया पानी, बरसात पर निर्भर किसान

दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले दस वर्ष से पानी नहीं आया है. ट्यूबवेलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर किसान खेतों में सिंचाई करने पर मजबूर है.

author img

By

Published : Jul 15, 2019, 2:27 PM IST

न्यू कोट ड्रेन

नूंह: पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है.पानी के न आने से फसल के उत्पादन में कमी आ रही है. किसान टयूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर खेतों की सिंचाई करने पर मजबूर हो चुके है. जिसकी वजह से किसानों को खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं.

तो वही, एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए और किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए पुल की भी हालत बत्तर हो गई है. इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन किसी का भी ध्यान इन समस्याओं की तरफ नही जाता हैं.

अंजान बने बैठी है सरकार

यहां देखें वीडियो
किसान नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. किसानों के हित में बड़ी-बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान कर भी अंजान बने बैठी है.

झेलनी पड़ रही है मंहगी सिंचाई
पानी की समस्या से किसान परेशान है. जिसके कारण महंगा खाद, बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई है. जिसके कारण किसानों को बरसात पर निर्भर होना पड़ रहा है और बरसात में हो रही लगातार देरी से क्षेत्र में सूखे जैसे हालात भी नजर आ रहे है.

नूंह: पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है.पानी के न आने से फसल के उत्पादन में कमी आ रही है. किसान टयूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर खेतों की सिंचाई करने पर मजबूर हो चुके है. जिसकी वजह से किसानों को खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं.

तो वही, एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए और किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए पुल की भी हालत बत्तर हो गई है. इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन किसी का भी ध्यान इन समस्याओं की तरफ नही जाता हैं.

अंजान बने बैठी है सरकार

यहां देखें वीडियो
किसान नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. किसानों के हित में बड़ी-बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान कर भी अंजान बने बैठी है.

झेलनी पड़ रही है मंहगी सिंचाई
पानी की समस्या से किसान परेशान है. जिसके कारण महंगा खाद, बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई है. जिसके कारण किसानों को बरसात पर निर्भर होना पड़ रहा है और बरसात में हो रही लगातार देरी से क्षेत्र में सूखे जैसे हालात भी नजर आ रहे है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- न्यू कोट ड्रेन में दशकों से नहीं आया पानी , किसान परेशान
पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है। ड्रेन पर बने पुलों की हालत भी बद से बदतर हो गई है। एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए तथा किसानों की सुविधा के लिए बनाये गए पुलों पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
न्यू कोट ड्रेन से फरदड़ी , बिसरू , पैमाखेड़ा , गुबराड़ी , रहीडा , चांदनकी , नंगला इत्यादि दर्जन भर से अधिक गांव आते हैं। आगरा कैनाल से यह नहर जुडी हुई है , बहीन गांव से यह नहर नूंह जिले के गांवों को जोड़ती है। पानी नहीं आने से फसल के उत्पादन में कमी आती है। ट्यूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर किसान खेतों की सिंचाई करने को मजबूर है। किसान इस नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर सफेदपोश नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं , लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। किसानों के हित में बड़ी - बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान बूझकर अंजान बने बैठी है। किसान परेशान है , महंगा खाद - बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई उसे झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई। बरसात पर किसान निर्भर होता जा रहा है। बरसात में लगातार देरी हो रही है। क्षेत्र में सूखे जैसे हालात हैं।
बाइट;- तौशिफ बिसरू किसान
बाइट;- सलमान खान किसान
बाइट;- मुस्ताक किसान
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- न्यू कोट ड्रेन में दशकों से नहीं आया पानी , किसान परेशान
पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है। ड्रेन पर बने पुलों की हालत भी बद से बदतर हो गई है। एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए तथा किसानों की सुविधा के लिए बनाये गए पुलों पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
न्यू कोट ड्रेन से फरदड़ी , बिसरू , पैमाखेड़ा , गुबराड़ी , रहीडा , चांदनकी , नंगला इत्यादि दर्जन भर से अधिक गांव आते हैं। आगरा कैनाल से यह नहर जुडी हुई है , बहीन गांव से यह नहर नूंह जिले के गांवों को जोड़ती है। पानी नहीं आने से फसल के उत्पादन में कमी आती है। ट्यूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर किसान खेतों की सिंचाई करने को मजबूर है। किसान इस नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर सफेदपोश नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं , लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। किसानों के हित में बड़ी - बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान बूझकर अंजान बने बैठी है। किसान परेशान है , महंगा खाद - बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई उसे झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई। बरसात पर किसान निर्भर होता जा रहा है। बरसात में लगातार देरी हो रही है। क्षेत्र में सूखे जैसे हालात हैं।
बाइट;- तौशिफ बिसरू किसान
बाइट;- सलमान खान किसान
बाइट;- मुस्ताक किसान
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- न्यू कोट ड्रेन में दशकों से नहीं आया पानी , किसान परेशान
पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है। ड्रेन पर बने पुलों की हालत भी बद से बदतर हो गई है। एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए तथा किसानों की सुविधा के लिए बनाये गए पुलों पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
न्यू कोट ड्रेन से फरदड़ी , बिसरू , पैमाखेड़ा , गुबराड़ी , रहीडा , चांदनकी , नंगला इत्यादि दर्जन भर से अधिक गांव आते हैं। आगरा कैनाल से यह नहर जुडी हुई है , बहीन गांव से यह नहर नूंह जिले के गांवों को जोड़ती है। पानी नहीं आने से फसल के उत्पादन में कमी आती है। ट्यूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर किसान खेतों की सिंचाई करने को मजबूर है। किसान इस नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर सफेदपोश नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं , लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। किसानों के हित में बड़ी - बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान बूझकर अंजान बने बैठी है। किसान परेशान है , महंगा खाद - बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई उसे झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई। बरसात पर किसान निर्भर होता जा रहा है। बरसात में लगातार देरी हो रही है। क्षेत्र में सूखे जैसे हालात हैं।
बाइट;- तौशिफ बिसरू किसान
बाइट;- सलमान खान किसान
बाइट;- मुस्ताक किसान
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.