नूंह: सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को लेकर किए गए दावें फेल होते दिखाई दे रहे हैं. सबे ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर स्टेडियम बदहाल हो चुके हैं. देखरेख की कमी के चलते स्टेडियम में खिलाड़ियों ने तो रुख करना ही छोड़ दिया. अब ये स्टेडियम शाराबियों और नशेडियों का अड्डा बनने लगा है. आज ईटीवी भारत की टीम नूंह के पनगवां कस्बे में बने खेल स्टेडियम में पहूंची. यहां भी खिलाड़ियों को लिए करोड़ों रुपये की लागत से बनाया गया स्टेडियम खंडहर बन चुका है.
विभाग की लापरवाही से उजड़ रहे हैं स्टेडियम!
पिछली सरकारों में खिलाड़ियों की सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे किये गए. खेल विभाग की लापरवाही के चलते इलाके के पांचों स्टेडियम उद्घाटन होने से पहले ही खंडहर में तब्दील हो गए. स्टेडियम में उबड़ -खाबड़ जमीन, जंगली घास-फूंस, पीने की पानी की व्यवस्था नहीं, भवन की दीवारों में दरार, छत तो लगभग उजड़ चुकी है. अब इस स्थिति में खिलाड़ी करे भी तो क्या? सुविधा नहीं होने के कारण स्टेडियम की तरफ झांकते भी नहीं है.
कौन कर रहा स्टेडियम से खिलवाड़?
ये हाल है उस हरियाणा प्रदेश के मेवात जिले के खेल स्टेडियम का है. जिस प्रदेश के खिलाडी मेडल की भरमार से देश की शान बढ़ा रहे हैं. जिस प्रदेश को खिलाड़ियों की बदोलत दुनियाभर में पहचान मिली हुई है. उसी प्रदेश में स्टेडियम का हाल बेहाल है. इलाके के लोगों का कहना है कि हरियाणा के अन्य जिलों में खेल को लेकर काफी सुविधाएं हैं और युवा नाम कमा रहे हैं, लेकिन मेवात जिले के इस स्टेडियम की बदहाल स्थिति के बाद भी सरकार की आंख नहीं खुली है.