नूंह: हरियाणा में नूंह पंचायत समिति पिनगवां (Nuh Panchayat Samiti Pingawan) का बुधवार यानी 28 दिसंबर को चेयरमैन का चुनाव होने का समय व तिथि निर्धारित की हुई थी. नवनिर्मित बीडीपीओ कार्यालय पिनगवां में सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया. सुबह 11 बजने का इंतजार होता रहा कि मनीषा शर्मा एसडीम पुन्हाना के आने के बाद पंचायत समिति सदस्य बीड़ीपीओ प्रांगण में प्रवेश करेंगे और आज पंचायत समिति पिनगवां के चेयरमैन (Nuh Panchayat Samiti Pingawan Chairman Election) का ताज किसी ना किसी के सर सज जाएगा.
पंचायत समिति पिनगवां के लिए चेयरमैन के लिए दो दावेदार आमने-सामने हैं. असलम बुबलहेडी और रफीक तेड चेयरमैन का चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है. बुधवार को जैसे ही तकरीबन 11 बजे तो अचानक से मनीषा शर्मा एसडीएम पुन्हाना के बीमार होने की सूचना मिली. बीडीपीओ पिनगवां मनीष मलिक ने जानकारी दी की मनीषा शर्मा एसडीएम पुन्हाना की तबीयत अचानक खराब हो गई.
जिस कारण चुनाव रद्द किया गया. जबकि चुनाव रद्द होने की खबर के बाद भी अगली कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई. जैसे ही यह खबर चेयरमैन पद का चुनाव लड़ रहे असलम बुबलहेडी तक पहुंची तो वह अपने सैकड़ों समर्थकों व पंचायत समिति सदस्यों का पूरा कोरम लेकर बीडीपीओ कार्यालय प्रांगण में पहुंच गए और चुनाव रद्द होने के बारे में बीडीपीओ मनीष मलिक से बातचीत की.
अचानक से चुनाव रद्द होने की खबर से असलम समर्थकों में भारी रोष दिखाई दिया. पत्रकारों से बातचीत के दौरान असलम ने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से पंचायत समिति पिनगवां चेयरमैन के चुनाव रद्द किया गया है. उन्होंने कहा कि उनके पास पूरा कोरम है और वह 16 सदस्यों के साथ चुनाव लड़ने के लिए आए थे. लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बिना किसी सूचना के अचानक से चुनाव रद्द कर दिया.
यह सरासर गलत है, इसे किसी सूरत में भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह लोकतंत्र के साथ भद्दा मजाक है. कुल मिलाकर सैकड़ों की गुस्साई भीड़ चुनाव रद्द होने की खबर से नाराज होकर वापस लौट गई. आपको बता दें की रफीक तेड को भाजपा समर्थक माना जाता है और वह चेयरमैन पद की रेस में पिछड़ते दिख रहे हैं.
इसलिए अधिकारियों पर दबाव बनाकर पंचायत समिति पिनगवां का चुनाव रद्द करवाया गया है.इस तरह की चर्चाओं का बाजार चुनाव रद्द होने के बाद गरम है. वहीं जिले के मीडियाकर्मी पंचायत समिति पिनगवां चुनाव को कवर करने गए थे. जब चुनाव रद्द होने का कारण पूछने के अलावा अगली तिथि के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए मनीषा शर्मा एसडीएम पुन्हाना एवम उपायुक्त अजय कुमार से बात करनी चाही तो कॉल अटेंड नहीं हुई.
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साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी लेनी चाही तो भी कोई जवाब नहीं मिला. इससे दाल में काला तो नजर आ ही रहा है. खास बात यह है कि इससे पहले अधिकारियों का ऐसा व्यवहार कभी देखने को नहीं मिला.
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