नूंह: आज के समय में चोरी-डकैती की खबरें ज्यादा और ईमानदारी की खबरें नाम मात्र ही देखी जाती हैं. हरियाणा के जिला नूंह से भी कुछ ऐसी ही खबर सामने आई है. जहां नूंह के फिरोजपुर नमक गांव के रहने वाले युवक इस्लाम ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है. दरअसल, 1 सितंबर को इस्लाम पुत्र अब्दुल वहीद निवासी फिरोजपुर नमक जब शाम के समय अपनी बाइक से गुरुग्राम-अलवर राजमार्ग से लौट रहा था, तो उसी समय IMT सोहना के सामने सड़क पर उसकी नजर एक पोटली पर गई.
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उस पोटली को इस्लाम ने उठाया तो देखा कि उसमें करीब 2 किलो वजन के चांदी के गहने थे. इन जेवरात की बाजार में कीमत करीब-करीब सवा लाख के आसपास बताई जा रही है. इस्लाम ने आधा घंटा वहां बैठकर इंतजार किया कि जिसकी पोटली खो गई है. वह यहां आएगा. लेकिन वहां पर इंतजार किया तो कोई नहीं आया. जिसके बाद इस्लाम उन गहनों को अपने घर लेकर चला गया.
इस्लाम ने गहने अपने माता को दिखाए और उन्हें सारी बात बताई. जिसके बाद माता-पुत्र दोनों परेशान हो गए कि जिनके ये गहने हैं आखिर उन तक कैसे पहुंचाएं. जिस शख्स के वो गहने थे, उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की, जिसमें गहने वापस लौटाने को कहा गया था. जिसके बाद इस्लाम को इसकी सूचना कुछ लोगों ने दी. क्योंकि इस्लाम पहले से ही काफी लोगों को इन गहनों के बारे में बता चुका था.
जिसके बाद इस्लाम व उसके परिवार ने समाज सेवा के काम में लगे हिदायत खान सेवानिवृति कमांडो चंदेनी से संपर्क किया. जिसके बाद कमांडो व उनकी टीम फिरोजपुर नमक गांव पहुंची. जिसके वह गहने थे कमांडो ने उनको संपर्क किया और पीड़ित तालीम निवासी खोयरी जिला फरीदाबाद को सोशल मीडिया पर दिए गए नंबर पर संपर्क कर जेवरात के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद तालीम फिरोजपुर नमक गांव पहुंचा.
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कमांडो ने तालीम को उसके गहने गांव के लोगों की मौजूदगी में सौंप दिए. इस पोटली में चांदी के करीब सात प्रकार के गहने थे. बताया जा रहा है की तालीम अपनी पत्नी को खींचतान गांव से अपने गांव खोयरी फरीदाबाद लेकर जा रहा था. गत 1 सितंबर को शाम करीब 6 बजे जब वह आईएमटी सोहना के सामने से गुजर रहे थे. तो उनके सामान में से यह जेवरात का सामान गिर गया. जिसे इस्लाम ने उठा लिया और इस्लाम ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए इस जेवरात को अब उसके सही मालिक को लौटा दिया है.
यह खबर अहम इसलिए भी हो जाती है, क्योंकि आज के समय में कुछ युवा नशा और चोरी-डकैती की वारदातों को अंजाम देते हैं. लेकिन इस्लाम उन युवाओं में से है जिन्होंने उन युवाओं को एक अच्छा संदेश दिया है. जो अपने शौक पूरे करने के लिए खौफनाक वारदातों को अंजाम देते हैं. इस्लाम ने युवाओं से ईमानदारी से जीवन जीने की अपील की है. इस युवा ने ईमानदारी की यह मिसाल पेश कर दूसरे लोगों के लिए एक नजीर पेश की है.
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