नूंह: बीपीएल राशन कार्ड रद्द (BPL ration card canceled in Nuh) किए जाने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा दिक्कत उन महिलाओं को हो रही है, जो खुद घर की मुखिया हैं और सारी जिम्मेदारी उठा रही हैं. बीपीएल सूची से नाम कट जाने के बाद महिलाओं को अब रोजी-रोटी का संकट सताने लगा है. महिलाओं ने बीपीएल सूची से नाम कटने के बाद लघु सचिवालय (Nuh mini secretariat) पहुंचकर अपनी पीड़ा अधिकारियों के सामने रखी. अधिकारियों ने कहा कि सरकार के बनाए नए नियमों के तहत ही बीपीएल कार्ड रद्द किए जा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार पीड़ित महिलाएं फिरोजपुर झिरका शहर से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर लघु सचिवालय नूंह पहुंची. कुछ महिलाओं ने बताया कि गरीब होने के बावजूद उनका नाम बीपीएल सूची से काट दिया गया है. परिवार पहचान पत्र में उनकी आमदनी को अधिक दिखाया गया है. नूंह जिले में अधिकतर महिलाएं अनपढ़ हैं. अनपढ़ता तथा अज्ञानता के चलते समय पर लोग अपने परिवार पहचान पत्र में दिखाई गई इनकम को दुरुस्त नहीं करा पाए, इसलिए बड़े पैमाने पर लोगों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए. (Womens BPL ration card canceled in Nuh )
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सरकार के नए नियमों और कर्मचारियों की लापरवाही से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है. नूंह जिले में ऐसे कई मामले सामने आए हैं. बीपीएल राशन कार्ड रद्द होने पर लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. अतिरिक्त उपायुक्त रेनू सौगन ने बताया कि लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है कि उनके बीपीएल राशन कार्ड किस कारण से रद्द किए गए हैं. उन्होंने बताया कि 7 पैरामीटर तय किए गए हैं, जिनमें बिजली का बिल, जमीन, आमदनी इत्यादि शामिल हैं. अधिकारियों के पास लघु सचिवालय आने से पहले ऐसे परिवार वेबसाइट के माध्यम से राशन कार्ड रद्द करने के बारे में जानकारी ले सकते हैं. सरकार ने इसके लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किए हैं. वहां भी शिकायत की जा सकती है. जहां उसका तत्काल समाधान किया जा रहा है.
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