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नूंह: गोद लिए गांव में विकास के नाम पर विधायक नहीं लगा पाए एक भी ईंट

बीते दिनों विधायक और सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्रों से एक-एक गांव को गोद लिया गया था. लेकिन जब गोद लिए गांव के बारे में स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव को गोद तो लिया गया लेकिन विकास नहीं हुआ.

गांव को गोद तो लिया गया, लेकिन विकास नहीं हुआ
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Published : Jul 28, 2019, 8:46 AM IST

नूंह: निर्दलीय विधायक बनकर हरियाणा वक्फ बोर्ड में चेयरमैन बने रहीश खान की राह इस बार आसान नहीं है. विधायक रहीश खान ने हल्के के एकमात्र कस्बे पिनगवां को न सिर्फ गोद लेने का ऐलान किया बल्कि करीब 2 करोड़ रुपये की विकास राशि खर्च करने की घोषणा भी की.

गोद लिए गांव में नहीं हुआ विकास

पिनगवां को गोद लिए कई साल बीत चुके हैं, लेकिन विधायक बनने के बाद अपने लिए काफी तरक्की करने वाले विधायक जनता के लिए कुछ खास नहीं कर सके. कस्बे के सरपंच संजय सिंगला उर्फ बिल्लू ने कहा कि विधायक से अच्छे संबंध नहीं होने के कारण ये राशि सिर्फ घोषणा बनकर रह गई है.

आपको बता दें कि सांसद और विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के एक-एक गांव को गोद लिया था. चुने गए प्रतिनिधियों को इन गांवों का संपूर्ण विकास करना था. पिनगवां को भी विधायक ने गोद लिया था, जिसके बाद लोगों को अपार खुशी हुई थी. लेकिन विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है.

नूंह: निर्दलीय विधायक बनकर हरियाणा वक्फ बोर्ड में चेयरमैन बने रहीश खान की राह इस बार आसान नहीं है. विधायक रहीश खान ने हल्के के एकमात्र कस्बे पिनगवां को न सिर्फ गोद लेने का ऐलान किया बल्कि करीब 2 करोड़ रुपये की विकास राशि खर्च करने की घोषणा भी की.

गोद लिए गांव में नहीं हुआ विकास

पिनगवां को गोद लिए कई साल बीत चुके हैं, लेकिन विधायक बनने के बाद अपने लिए काफी तरक्की करने वाले विधायक जनता के लिए कुछ खास नहीं कर सके. कस्बे के सरपंच संजय सिंगला उर्फ बिल्लू ने कहा कि विधायक से अच्छे संबंध नहीं होने के कारण ये राशि सिर्फ घोषणा बनकर रह गई है.

आपको बता दें कि सांसद और विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के एक-एक गांव को गोद लिया था. चुने गए प्रतिनिधियों को इन गांवों का संपूर्ण विकास करना था. पिनगवां को भी विधायक ने गोद लिया था, जिसके बाद लोगों को अपार खुशी हुई थी. लेकिन विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- गोद लिए गांव में विकास के नाम पर विधायक नहीं लगा पाए एक भी ईंट

पुन्हाना विधानसभा से निर्दलीय विधायक बनकर हरियाणा वक्फ बोर्ड में चैयरमेन के बाद राज्य मंत्री तक बनने में सफल रहे रहीस खान की राह इस बार आसान नहीं है। विधायक रहीस खान ने हलके के एकमात्र क़स्बा पिनगवां को गोद लेने का ऐलान ही नहीं किया बल्कि करीब 2 करोड़ रुपये की विकास राशि खर्च करने की घोषणा की। गोद लिए लंबा अर्सा बीत गया , लेकिन विधायक बनने के बाद अपने लिए काफी तरक्की करने वाले विधायक जनता के लिए कोई खास नहीं कर सके। कस्बे के सरपंच संजय सिंगला उर्फ़ बिल्लू एवं विधायक में अच्छे संबंध नहीं होने के कारण यह राशि सिर्फ घोषणा बनकर ही रह गई। विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है , ऐसे में विधायक का यह वायदा पूरा नहीं होने की सूरत में भाजपा का गढ़ माने जाने पिनगवां कस्बे में ही उनकी लुटिया डूब सकती है।
आपको बता दें कि सांसद , विधायकों ने अपने - अपने क्षेत्र के एक - एक गांव को गोद लिया था। चुने गए प्रतिनिधियों को इन गांवों का संपूर्ण विकास करना था। ग्रामीणों को भी पिनगवां को विधायक द्वारा गोद लेने से अपार ख़ुशी हुई थी , लेकिन उनकी ख़ुशी लम्बे अंतराल के बावजूद विधायक द्वारा घोषित की गई राशि ग्राम पंचायत के खाते में नहीं आने से मायूसी हाथ लगी है। विधायक रहीस खान वैसे तो बड़े विकास के दावे करते हैं , लेकिन जब गोद का विकास ही उनकी सूचि में शामिल नहीं हुआ तो विपक्षी उन पर विधानसभा चुनाव में निशाना साधने से पीछे रहने वाले नहीं हैं। ग्राम पंचायत पिनगवां में ही कब्रिस्तान की कमी को देखते हुए अनाज मंडी पिनगवां में हुए एक कार्यक्रम में कब्रिस्तान की भूमि हरियाणा वक्फ बोर्ड से खरीदकर देने की घोषणा कर मुस्लिम समाज के लोगों का दिल जीता था , लेकिन अब वही लोग चुनाव आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कुल मिलाकर पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री मोहमद इलियास को धूल चटाकर विधायक बने रहीस खान को इस बार पसीने आ सकते हैं।
बाइट ;- मनोज गोयल पिनगवां निवासी।
बाइट ;- निक्की पटेल पिनगवां निवासी।
बाइट - राजकुमार पिनगवां निवासी
बाइट ;- मौहम्मद तौफीक खान।
बाइट ;- नरेश पिनगवां निवासी।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Body:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- गोद लिए गांव में विकास के नाम पर विधायक नहीं लगा पाए एक भी ईंट

पुन्हाना विधानसभा से निर्दलीय विधायक बनकर हरियाणा वक्फ बोर्ड में चैयरमेन के बाद राज्य मंत्री तक बनने में सफल रहे रहीस खान की राह इस बार आसान नहीं है। विधायक रहीस खान ने हलके के एकमात्र क़स्बा पिनगवां को गोद लेने का ऐलान ही नहीं किया बल्कि करीब 2 करोड़ रुपये की विकास राशि खर्च करने की घोषणा की। गोद लिए लंबा अर्सा बीत गया , लेकिन विधायक बनने के बाद अपने लिए काफी तरक्की करने वाले विधायक जनता के लिए कोई खास नहीं कर सके। कस्बे के सरपंच संजय सिंगला उर्फ़ बिल्लू एवं विधायक में अच्छे संबंध नहीं होने के कारण यह राशि सिर्फ घोषणा बनकर ही रह गई। विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है , ऐसे में विधायक का यह वायदा पूरा नहीं होने की सूरत में भाजपा का गढ़ माने जाने पिनगवां कस्बे में ही उनकी लुटिया डूब सकती है।
आपको बता दें कि सांसद , विधायकों ने अपने - अपने क्षेत्र के एक - एक गांव को गोद लिया था। चुने गए प्रतिनिधियों को इन गांवों का संपूर्ण विकास करना था। ग्रामीणों को भी पिनगवां को विधायक द्वारा गोद लेने से अपार ख़ुशी हुई थी , लेकिन उनकी ख़ुशी लम्बे अंतराल के बावजूद विधायक द्वारा घोषित की गई राशि ग्राम पंचायत के खाते में नहीं आने से मायूसी हाथ लगी है। विधायक रहीस खान वैसे तो बड़े विकास के दावे करते हैं , लेकिन जब गोद का विकास ही उनकी सूचि में शामिल नहीं हुआ तो विपक्षी उन पर विधानसभा चुनाव में निशाना साधने से पीछे रहने वाले नहीं हैं। ग्राम पंचायत पिनगवां में ही कब्रिस्तान की कमी को देखते हुए अनाज मंडी पिनगवां में हुए एक कार्यक्रम में कब्रिस्तान की भूमि हरियाणा वक्फ बोर्ड से खरीदकर देने की घोषणा कर मुस्लिम समाज के लोगों का दिल जीता था , लेकिन अब वही लोग चुनाव आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कुल मिलाकर पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री मोहमद इलियास को धूल चटाकर विधायक बने रहीस खान को इस बार पसीने आ सकते हैं।
बाइट ;- मनोज गोयल पिनगवां निवासी।
बाइट ;- निक्की पटेल पिनगवां निवासी।
बाइट - राजकुमार पिनगवां निवासी
बाइट ;- मौहम्मद तौफीक खान।
बाइट ;- नरेश पिनगवां निवासी।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात।

स्टोरी ;- गोद लिए गांव में विकास के नाम पर विधायक नहीं लगा पाए एक भी ईंट

पुन्हाना विधानसभा से निर्दलीय विधायक बनकर हरियाणा वक्फ बोर्ड में चैयरमेन के बाद राज्य मंत्री तक बनने में सफल रहे रहीस खान की राह इस बार आसान नहीं है। विधायक रहीस खान ने हलके के एकमात्र क़स्बा पिनगवां को गोद लेने का ऐलान ही नहीं किया बल्कि करीब 2 करोड़ रुपये की विकास राशि खर्च करने की घोषणा की। गोद लिए लंबा अर्सा बीत गया , लेकिन विधायक बनने के बाद अपने लिए काफी तरक्की करने वाले विधायक जनता के लिए कोई खास नहीं कर सके। कस्बे के सरपंच संजय सिंगला उर्फ़ बिल्लू एवं विधायक में अच्छे संबंध नहीं होने के कारण यह राशि सिर्फ घोषणा बनकर ही रह गई। विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है , ऐसे में विधायक का यह वायदा पूरा नहीं होने की सूरत में भाजपा का गढ़ माने जाने पिनगवां कस्बे में ही उनकी लुटिया डूब सकती है।
आपको बता दें कि सांसद , विधायकों ने अपने - अपने क्षेत्र के एक - एक गांव को गोद लिया था। चुने गए प्रतिनिधियों को इन गांवों का संपूर्ण विकास करना था। ग्रामीणों को भी पिनगवां को विधायक द्वारा गोद लेने से अपार ख़ुशी हुई थी , लेकिन उनकी ख़ुशी लम्बे अंतराल के बावजूद विधायक द्वारा घोषित की गई राशि ग्राम पंचायत के खाते में नहीं आने से मायूसी हाथ लगी है। विधायक रहीस खान वैसे तो बड़े विकास के दावे करते हैं , लेकिन जब गोद का विकास ही उनकी सूचि में शामिल नहीं हुआ तो विपक्षी उन पर विधानसभा चुनाव में निशाना साधने से पीछे रहने वाले नहीं हैं। ग्राम पंचायत पिनगवां में ही कब्रिस्तान की कमी को देखते हुए अनाज मंडी पिनगवां में हुए एक कार्यक्रम में कब्रिस्तान की भूमि हरियाणा वक्फ बोर्ड से खरीदकर देने की घोषणा कर मुस्लिम समाज के लोगों का दिल जीता था , लेकिन अब वही लोग चुनाव आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कुल मिलाकर पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री मोहमद इलियास को धूल चटाकर विधायक बने रहीस खान को इस बार पसीने आ सकते हैं।
बाइट ;- मनोज गोयल पिनगवां निवासी।
बाइट ;- निक्की पटेल पिनगवां निवासी।
बाइट - राजकुमार पिनगवां निवासी
बाइट ;- मौहम्मद तौफीक खान।
बाइट ;- नरेश पिनगवां निवासी।

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
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