नूंह: जिले के बिछोर गांव में अपने गन्ने के खेत में शाम के समय सिंचाई करने गए एक किसान की संदिग्ध हालत में लाश मिली है. परिजनों का आरोप है कि किसान की चार पांच लोगों ने मिलकर जान ली है.
किसान के शरीर पर ना केवल चोट के निशान मिले हैं बल्कि सबूत नष्ट करने के लिए बदमाशों ने उसे जलाने की भी कोशिश की है. हद तो तब हो गई जब किसान की हत्या किसी जगह की गई और उसका शव दूसरी जगह मिला तो उसकी चप्पल किसी अन्य स्थान पर मिली.
बिछोर गांव की आबादी से तकरीबन 1 किलोमीटर दूर झारोकड़ी और बिछोर गांव के बीच जंगल में किसान का शव मिला है. किसान के शरीर पर चोट के निशान बताते हैं कि उसकी बदमाशों ने बड़ी बेरहमी से जान ली है.
वहीं परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि उनकी किसी के साथ रंजिश नहीं है. परिवार के सदस्यों का आरोप है कि किसान की हत्या कि गई है. किसान का नाम रामजी लाल है. उसकी उम्र 58 साल बताई जा रही है. किसान का बेटा आज सुबह अपने पिता को खेतों में चाय देने के लिए गया और उसे उसका पिता नहीं मिला तो उसने कई घंटे की खोजबीन के बाद अपने पिता को नहीं बल्कि उसके शव को एक खेत में पड़ा हुआ पाया.
पिता के शव को देखकर बेटे ने रोना शुरू कर दिया. उसे देखकर वहां पर भीड़ इकट्ठा हो गई. ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी.