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नूंह: बिजली के कटों से लोग परेशान, शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई

पिनगवां में लोग बिजली के कटों से परेशान हैं. ग्रामीणों के मुताबिक कई बार शिकायत संबंधित अधिकारियों से की गई, लेकिन समस्या जस की तस है.

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Published : Aug 16, 2019, 11:19 PM IST

लंबे पॉवर कट से जूझ रहा नूंह

नूंह: सरकार भले ही जगमग स्कीम को लेकर अपनी पीछ थपथपा रही हो, भले ही वो दावें करती ना थक रही हो, लेकिन सच्चाई ये है कि दावों को धरातल पर उतरने में अभी वक्त लगेगा. नूंह के पिनगवां में लोग घंटों बिजली के कट से परेशान हैं.

लोगों का आरोप है कि थोड़ी सी बरसात में ही विभाग बिजली को काट देता है. ग्रामीणों के मुताबिक कई बार अधिकारियों से इसको लेकर शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकला है.

लंबे पॉवर कट की समस्या से जूझ रहा नूंह, देखें वीडियो

जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग में अधिकारियों से लेकर स्टाफ का टोटा है. पिनगवां कस्बे मार्ग की केबल लम्बे समय से खराब है, लेकिन विभाग के पास उसे बदलने का समय नहीं है.

ये भी पढ़ें- किसानों की सरकार को चेतावनी, सीएम की जन-आशीर्वाद यात्रा का करेंगे विरोध

पिनगवां कस्बे के अलावा दर्जनों गांव इससे प्रभावित होते हैं. कस्बे के लोग बिल की अदायगी में पीछे नहीं हैं, तो ग्राम पंचायत ही करीब दो लाख रुपये का बिल हर बार भरती है, लेकिन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता.

नूंह: सरकार भले ही जगमग स्कीम को लेकर अपनी पीछ थपथपा रही हो, भले ही वो दावें करती ना थक रही हो, लेकिन सच्चाई ये है कि दावों को धरातल पर उतरने में अभी वक्त लगेगा. नूंह के पिनगवां में लोग घंटों बिजली के कट से परेशान हैं.

लोगों का आरोप है कि थोड़ी सी बरसात में ही विभाग बिजली को काट देता है. ग्रामीणों के मुताबिक कई बार अधिकारियों से इसको लेकर शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकला है.

लंबे पॉवर कट की समस्या से जूझ रहा नूंह, देखें वीडियो

जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग में अधिकारियों से लेकर स्टाफ का टोटा है. पिनगवां कस्बे मार्ग की केबल लम्बे समय से खराब है, लेकिन विभाग के पास उसे बदलने का समय नहीं है.

ये भी पढ़ें- किसानों की सरकार को चेतावनी, सीएम की जन-आशीर्वाद यात्रा का करेंगे विरोध

पिनगवां कस्बे के अलावा दर्जनों गांव इससे प्रभावित होते हैं. कस्बे के लोग बिल की अदायगी में पीछे नहीं हैं, तो ग्राम पंचायत ही करीब दो लाख रुपये का बिल हर बार भरती है, लेकिन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- बरसात सीजन में रुला रही बिजली
जगमग हरियाणा से लेकर भले ही कई स्कीमें बिजली विभाग ने चलाई हुई हों , लोगों को 24 घंटे बिजली देने के वायदे किये जा रहे हों , लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। पिनगवां पॉवर हाउस में इन दिनों दो - चार नहीं बल्कि 24 घंटे या उससे भी लम्बे समय के लिए एक बार नहीं बल्कि कई बार कट लग चुके हैं। प्लास्टिक की केबल मामूली सी बरसात भी नहीं सहन कर सकती। केबल पेंचर होते ही सप्लाई सुचारु होने में लम्बा वक्त लगता है। गर्मी और मच्छरों प्रकोप का सामना भी लोगों को बिजली नहीं होने के कारण करना पड़ रहा है। वायरल फीवर जैसी बीमारियां भी सामने आ रही हैं। बिजली विभाग पर अधिकारियों से लेकर स्टाफ का टोटा है। सामान टोटा है। पिनगवां कस्बे मार्ग की केबल लम्बे समय से खराब है , लेकिन विभाग के पास उसे बदलने का समय नहीं है। पिनगवां कस्बे के अलावा दर्जनों गांव इससे प्रभावित होते हैं। क़स्बे के लोग बिल की अदायगी में पीछे नहीं हैं , तो ग्राम पंचायत ही करीब दो लाख रुपये का बिल हर बार भरती है , लेकिन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता। बिजली निगमों के चैयरमेन आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत नूंह जिले के बिजली विभाग के कर्मचारियों को कई बार पाठ पढ़ा चुके हैं और विभाग भी घाटे से उबर चुका है। पिनगवां पंचायत ने बिजली विभाग को कई एकड़ जमीन भी मुफ्त में दी हुई है। बावजूद इसके हालात सुधरने का नाम नहीं लेते। तार टूटने या ट्रांसफार्मर खराब होने की सूरत में जेब ढीली करने पर ही बिजली सुचारु हो पाती है। जबान खोलने पर लोगों को या तो तंग किया जाता है या फिर छापेमारी का डर दिखाकर उन्हें दबाने की हर सम्भव कोशिश होती है। बिजली नहीं होने से पानी की समस्या तो पैदा हो ही जाती है। बिजली से चलने वाले उपकरणों की वजह से लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
बाइट;- लवली ग्रामीण
बाइट;- डॉक्टर मनोज गोयल
बाइट ;- जावेद ग्रामीण
बाइट;- इकराम ग्रामीण
बाइट;- मोहमद असरुद्दीन ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- बरसात सीजन में रुला रही बिजली
जगमग हरियाणा से लेकर भले ही कई स्कीमें बिजली विभाग ने चलाई हुई हों , लोगों को 24 घंटे बिजली देने के वायदे किये जा रहे हों , लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। पिनगवां पॉवर हाउस में इन दिनों दो - चार नहीं बल्कि 24 घंटे या उससे भी लम्बे समय के लिए एक बार नहीं बल्कि कई बार कट लग चुके हैं। प्लास्टिक की केबल मामूली सी बरसात भी नहीं सहन कर सकती। केबल पेंचर होते ही सप्लाई सुचारु होने में लम्बा वक्त लगता है। गर्मी और मच्छरों प्रकोप का सामना भी लोगों को बिजली नहीं होने के कारण करना पड़ रहा है। वायरल फीवर जैसी बीमारियां भी सामने आ रही हैं। बिजली विभाग पर अधिकारियों से लेकर स्टाफ का टोटा है। सामान टोटा है। पिनगवां कस्बे मार्ग की केबल लम्बे समय से खराब है , लेकिन विभाग के पास उसे बदलने का समय नहीं है। पिनगवां कस्बे के अलावा दर्जनों गांव इससे प्रभावित होते हैं। क़स्बे के लोग बिल की अदायगी में पीछे नहीं हैं , तो ग्राम पंचायत ही करीब दो लाख रुपये का बिल हर बार भरती है , लेकिन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता। बिजली निगमों के चैयरमेन आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत नूंह जिले के बिजली विभाग के कर्मचारियों को कई बार पाठ पढ़ा चुके हैं और विभाग भी घाटे से उबर चुका है। पिनगवां पंचायत ने बिजली विभाग को कई एकड़ जमीन भी मुफ्त में दी हुई है। बावजूद इसके हालात सुधरने का नाम नहीं लेते। तार टूटने या ट्रांसफार्मर खराब होने की सूरत में जेब ढीली करने पर ही बिजली सुचारु हो पाती है। जबान खोलने पर लोगों को या तो तंग किया जाता है या फिर छापेमारी का डर दिखाकर उन्हें दबाने की हर सम्भव कोशिश होती है। बिजली नहीं होने से पानी की समस्या तो पैदा हो ही जाती है। बिजली से चलने वाले उपकरणों की वजह से लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
बाइट;- लवली ग्रामीण
बाइट;- डॉक्टर मनोज गोयल
बाइट ;- जावेद ग्रामीण
बाइट;- इकराम ग्रामीण
बाइट;- मोहमद असरुद्दीन ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- बरसात सीजन में रुला रही बिजली
जगमग हरियाणा से लेकर भले ही कई स्कीमें बिजली विभाग ने चलाई हुई हों , लोगों को 24 घंटे बिजली देने के वायदे किये जा रहे हों , लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। पिनगवां पॉवर हाउस में इन दिनों दो - चार नहीं बल्कि 24 घंटे या उससे भी लम्बे समय के लिए एक बार नहीं बल्कि कई बार कट लग चुके हैं। प्लास्टिक की केबल मामूली सी बरसात भी नहीं सहन कर सकती। केबल पेंचर होते ही सप्लाई सुचारु होने में लम्बा वक्त लगता है। गर्मी और मच्छरों प्रकोप का सामना भी लोगों को बिजली नहीं होने के कारण करना पड़ रहा है। वायरल फीवर जैसी बीमारियां भी सामने आ रही हैं। बिजली विभाग पर अधिकारियों से लेकर स्टाफ का टोटा है। सामान टोटा है। पिनगवां कस्बे मार्ग की केबल लम्बे समय से खराब है , लेकिन विभाग के पास उसे बदलने का समय नहीं है। पिनगवां कस्बे के अलावा दर्जनों गांव इससे प्रभावित होते हैं। क़स्बे के लोग बिल की अदायगी में पीछे नहीं हैं , तो ग्राम पंचायत ही करीब दो लाख रुपये का बिल हर बार भरती है , लेकिन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता। बिजली निगमों के चैयरमेन आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत नूंह जिले के बिजली विभाग के कर्मचारियों को कई बार पाठ पढ़ा चुके हैं और विभाग भी घाटे से उबर चुका है। पिनगवां पंचायत ने बिजली विभाग को कई एकड़ जमीन भी मुफ्त में दी हुई है। बावजूद इसके हालात सुधरने का नाम नहीं लेते। तार टूटने या ट्रांसफार्मर खराब होने की सूरत में जेब ढीली करने पर ही बिजली सुचारु हो पाती है। जबान खोलने पर लोगों को या तो तंग किया जाता है या फिर छापेमारी का डर दिखाकर उन्हें दबाने की हर सम्भव कोशिश होती है। बिजली नहीं होने से पानी की समस्या तो पैदा हो ही जाती है। बिजली से चलने वाले उपकरणों की वजह से लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
बाइट;- लवली ग्रामीण
बाइट;- डॉक्टर मनोज गोयल
बाइट ;- जावेद ग्रामीण
बाइट;- इकराम ग्रामीण
बाइट;- मोहमद असरुद्दीन ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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