गुरुग्राम: महिला खिलाड़ी ने अपनी मां और दोस्तों के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग का ये खेल खेला और अस्पताल संचालक से 13 लाख रुपये ऐंठे थे. आपको बताते हैं कि अब तक 28 मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रौशन करने वाली इस महिला खिलाड़ी ने ब्लैकमेलिंग का ये खेल आखिर कैसे खेला.
गैंगरेप का केस कराया दर्ज
10 अगस्त को नूंह की रहने वाली इस महिला खिलाड़ी ने सोहना में एक निजी हस्पताल चलाने वाले डॉक्टर पर दोस्त के साथ मिलकर गैंगरेप करने का आरोप लगाया था. महिला का आरोप था कि हस्पताल में नौकरी दिलाने का लालच देकर उसके साथ जबरन गैंगरेप किया गया था जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस को दी थी.
आरोप लगाया गया था कि नौकरी के बहाने अस्पताल संचालक डॉक्टर हुकमचंद ने महिला को सोहना बुलाया था. जहां से महिला को किसी अस्पताल में ले जाने की बात कहकर गुरुग्राम के सुभाष चौक में सेंट्रल पार्क की पांचवी मंजिल पर बने एक कमरे में ले जाया गया जहां डॉक्टर और उनके दोस्त ने उसके साथ गैंगरेप किया.
अस्पताल संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद आरोपी डॉक्टर के बेटे अभिषेक के पास फोन करके महिला खिलाड़ी की मां ने मामले को खत्म के एवज में पैसे की डिमांड की व मामला खत्म करने की रकम 13 लाख रुपए में तय की गई.
पुलिस ने पैसे लेते रंगे हाथों पकड़ा
सौदे के अनुसार अभिषेक 13 लाख रुपए लेकर सोहना के बाईपास पर पहुंचा. जहां पर महिला खिलाड़ी, उसकी मां और खिलाड़ी का दोस्त मंजीत सिंह उसका इंतजार कर रहे थे. उसके बाद सभी बाईपास पर स्थित एक वकील के कार्यालय पर पहुंचे और पैसों का लेनदेन शुरु हुआ. इसी दौरान मौके पर पुलिस पहुंच गई और पैसे लेते हुए सभी महिला खिलाड़ी, उसकी मां, खिलाड़ी के दोस्त मंजीत सहित एक वकील को गिरफ्तार किया.
ओलम्पिक मेडल जीतना चाहती थी महिला खिलाड़ी
महिला खिलाड़ी के बारे में बात करें तो ओलम्पिक गेम्स में पदक जीतने की तम्मन्ना रखने वाली नूंह के गांव छरोडा की रहने वाली इस होनहार खिलाड़ी ने इस केस से पहले ताइक्वांडो व कुश्ती में अब तक दर्जनों मेडल अपने नाम किए थे. महिला खिलाड़ी ने सबसे पहले 2014 में भूटान में अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था..
वहीं पिछले 6 वर्ष में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह अब तक कुल 28 सिल्वर व गोल्ड मेडल जीत चुकी है. महिला खिलाड़ी को उसके गांव में और जिला स्तर पर सम्मानित भी किया गया था. लेकिन इस खिलाड़ी द्वारा उठाए गए इस खतरनाक कदम के बाद उसके गांव के लोगों को भी विश्वास नहीं हो रहा है कि ये होनहार खिलाड़ी अब सलाखों के पीछे है. पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी.