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धड़ल्ले से बिक रही नशीली दवाइयां, मेडिकल स्टोर सील

स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों की रोकथाम के लिए कार्रवाई तेज कर दी है. मंगलवार शाम गुरुग्राम-नूंह ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने पिंगवा कस्बे मे पलवल मोड़ पर एकाएक छापेमारी कर दी.

मेडिकल स्टोर किया सील
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Published : Apr 10, 2019, 6:33 PM IST

नूंह: जिले में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों के लिए स्वास्थ्य विभाग अब काफी सक्रिय हो गया है. मंगलवार शाम गुरुग्राम-नूंह ड्रग इंस्पेक्टर ने पिंगवा कस्बे के पलवल मोड़ पर गर्ग मेडिकल स्टोर पर एकाएक छापेमारी कर दी. पुलिस ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाइयां बरामद की. साथ ही मेडिकल स्टोर को भी सील कर दिया.

ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने दी मामले की जानकारी

स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी के बाद से इलाके के अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में भी हड़कंप मच गया है. बता दें कि कुछ ही दिन पहले जिले के दूसरे इलाके से भी भारी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी थीं.

ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश कुमार राणा ने पत्रकारों से बातचीत में भरोसा दिलाया कि विभाग की सख्ती अभी जारी रहेगी. जिले में अन्य कई शहरों-गांवों में भी टीम लगातार छापेमारी करेगी.

नूंह: जिले में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों के लिए स्वास्थ्य विभाग अब काफी सक्रिय हो गया है. मंगलवार शाम गुरुग्राम-नूंह ड्रग इंस्पेक्टर ने पिंगवा कस्बे के पलवल मोड़ पर गर्ग मेडिकल स्टोर पर एकाएक छापेमारी कर दी. पुलिस ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाइयां बरामद की. साथ ही मेडिकल स्टोर को भी सील कर दिया.

ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने दी मामले की जानकारी

स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी के बाद से इलाके के अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में भी हड़कंप मच गया है. बता दें कि कुछ ही दिन पहले जिले के दूसरे इलाके से भी भारी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी थीं.

ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश कुमार राणा ने पत्रकारों से बातचीत में भरोसा दिलाया कि विभाग की सख्ती अभी जारी रहेगी. जिले में अन्य कई शहरों-गांवों में भी टीम लगातार छापेमारी करेगी.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- नशीली दवाइयां बेचने पर मेडिकल स्टोर सील
नूंह जिले में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब गंभीर दिखाई देने लगा है। मंगलवार शाम करीब पांच बजे पिनगवां कस्बे में पलवल मोड़ के ठीक सामने गर्ग मेडिकोज पर गुरुग्राम - नूंह ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बरामद की , इतना ही नहीं दुकानदार दवाइयों रिकॉर्ड इत्यादि भी ठीक ढंग से टीम सम्मुख नहीं रख पाया। जिसके चलते मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। यानि रोजाना लोगों को खासकर युवाओं को मौत सामान बेचने वाला मेडिकल बुधवार को सील लगने के चलते बंद दिखाई दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी से पिनगवां कस्बे के ही नहीं बल्कि जिले के अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया। इससे कुछ दिन पहले टीम ने जिले के दूसरे इलाके से भारी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी थी।
आपको बता दें कि पिछले करीब एक दशक से नशे का कारोबार बड़ी तेजी से बढ़ा है। इस कारोबार में युवा बड़ी तेजी से धंसता जा रहा था। नशे के आदि कई नौजवान तो भरी जवानी में जान गंवा बैठे। इसके अलावा सार्वजानिक शौचालयों से लेकर कई स्थानों में नशीली खांसी की दवाई की शीशी , इंजेक्शन इत्यादि के ढेर लगे दिखाई देने लगे। नशीली गोलियों के अलावा आयोडेक्स , फलूड इत्यादि का नशा भी युवा करने लगा। नूंह जिला नशे के मामले में उड़ता पंजाब फिल्म की तर्ज पर चल पड़ा। नशे के इस कारोबार को बढ़ावा देने में मेडिकल स्टोर की भूमिका अहम रही। शहर , कस्बे ही नहीं गांव तक भी नशे का हर सामान मिलने लगा। नशा करने वालों की संख्या सैकड़ों से हजारों में होने लगी तो अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ने लगा। घरों का ताना - बाना नशे की लत की वजह से खराब होने लगा। खास बात यह रही कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछले एक दशक इस नशे के कारोबार पर सख्ती नहीं दिखाई , लेकिन कहावत है कि देर आये , दुरुस्त आये। कम से कम अब स्वास्थ्य विभाग अब मौत का सामान बेचने वाले मेडिकल स्टोर पर सख्ती की चाबुक चलाता दिखाई दे रहा है। अगर यह सख्ती इसी तरह जारी रही और मेवात जिले के मेडिकल स्टोर भी मौत का सामान यानि नशीली दवाइयां सप्लाई करने वालों पर भी कार्रवाई की जाये , तो मर्दानगी , जोश , हिम्मत के लिए पहचान रखने वाले मेवात का युवा रास्ता नहीं भटकेगा। ड्रग इंस्पेक्टर नूंह दिनेश कुमार राणा ने पत्रकारों से बातचीत में भरोसा दिलाया कि विभाग की सख्ती अभी जारी रहेगी। जिले में अन्य कई शहरों - गांवों में भी टीम छापेमारी करेगी।
बाइट;- दिनेश कुमार राणा ड्रग इंस्पेक्टर नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- नशीली दवाइयां बेचने पर मेडिकल स्टोर सील
नूंह जिले में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब गंभीर दिखाई देने लगा है। मंगलवार शाम करीब पांच बजे पिनगवां कस्बे में पलवल मोड़ के ठीक सामने गर्ग मेडिकोज पर गुरुग्राम - नूंह ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बरामद की , इतना ही नहीं दुकानदार दवाइयों रिकॉर्ड इत्यादि भी ठीक ढंग से टीम सम्मुख नहीं रख पाया। जिसके चलते मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। यानि रोजाना लोगों को खासकर युवाओं को मौत सामान बेचने वाला मेडिकल बुधवार को सील लगने के चलते बंद दिखाई दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी से पिनगवां कस्बे के ही नहीं बल्कि जिले के अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया। इससे कुछ दिन पहले टीम ने जिले के दूसरे इलाके से भारी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी थी।
आपको बता दें कि पिछले करीब एक दशक से नशे का कारोबार बड़ी तेजी से बढ़ा है। इस कारोबार में युवा बड़ी तेजी से धंसता जा रहा था। नशे के आदि कई नौजवान तो भरी जवानी में जान गंवा बैठे। इसके अलावा सार्वजानिक शौचालयों से लेकर कई स्थानों में नशीली खांसी की दवाई की शीशी , इंजेक्शन इत्यादि के ढेर लगे दिखाई देने लगे। नशीली गोलियों के अलावा आयोडेक्स , फलूड इत्यादि का नशा भी युवा करने लगा। नूंह जिला नशे के मामले में उड़ता पंजाब फिल्म की तर्ज पर चल पड़ा। नशे के इस कारोबार को बढ़ावा देने में मेडिकल स्टोर की भूमिका अहम रही। शहर , कस्बे ही नहीं गांव तक भी नशे का हर सामान मिलने लगा। नशा करने वालों की संख्या सैकड़ों से हजारों में होने लगी तो अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ने लगा। घरों का ताना - बाना नशे की लत की वजह से खराब होने लगा। खास बात यह रही कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछले एक दशक इस नशे के कारोबार पर सख्ती नहीं दिखाई , लेकिन कहावत है कि देर आये , दुरुस्त आये। कम से कम अब स्वास्थ्य विभाग अब मौत का सामान बेचने वाले मेडिकल स्टोर पर सख्ती की चाबुक चलाता दिखाई दे रहा है। अगर यह सख्ती इसी तरह जारी रही और मेवात जिले के मेडिकल स्टोर भी मौत का सामान यानि नशीली दवाइयां सप्लाई करने वालों पर भी कार्रवाई की जाये , तो मर्दानगी , जोश , हिम्मत के लिए पहचान रखने वाले मेवात का युवा रास्ता नहीं भटकेगा। ड्रग इंस्पेक्टर नूंह दिनेश कुमार राणा ने पत्रकारों से बातचीत में भरोसा दिलाया कि विभाग की सख्ती अभी जारी रहेगी। जिले में अन्य कई शहरों - गांवों में भी टीम छापेमारी करेगी।
बाइट;- दिनेश कुमार राणा ड्रग इंस्पेक्टर नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- नशीली दवाइयां बेचने पर मेडिकल स्टोर सील
नूंह जिले में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिक रही प्रतिबंधित नशीली दवाइयों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब गंभीर दिखाई देने लगा है। मंगलवार शाम करीब पांच बजे पिनगवां कस्बे में पलवल मोड़ के ठीक सामने गर्ग मेडिकोज पर गुरुग्राम - नूंह ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बरामद की , इतना ही नहीं दुकानदार दवाइयों रिकॉर्ड इत्यादि भी ठीक ढंग से टीम सम्मुख नहीं रख पाया। जिसके चलते मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। यानि रोजाना लोगों को खासकर युवाओं को मौत सामान बेचने वाला मेडिकल बुधवार को सील लगने के चलते बंद दिखाई दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस छापेमारी से पिनगवां कस्बे के ही नहीं बल्कि जिले के अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया। इससे कुछ दिन पहले टीम ने जिले के दूसरे इलाके से भारी मात्रा में नशीली दवाइयां पकड़ी थी।
आपको बता दें कि पिछले करीब एक दशक से नशे का कारोबार बड़ी तेजी से बढ़ा है। इस कारोबार में युवा बड़ी तेजी से धंसता जा रहा था। नशे के आदि कई नौजवान तो भरी जवानी में जान गंवा बैठे। इसके अलावा सार्वजानिक शौचालयों से लेकर कई स्थानों में नशीली खांसी की दवाई की शीशी , इंजेक्शन इत्यादि के ढेर लगे दिखाई देने लगे। नशीली गोलियों के अलावा आयोडेक्स , फलूड इत्यादि का नशा भी युवा करने लगा। नूंह जिला नशे के मामले में उड़ता पंजाब फिल्म की तर्ज पर चल पड़ा। नशे के इस कारोबार को बढ़ावा देने में मेडिकल स्टोर की भूमिका अहम रही। शहर , कस्बे ही नहीं गांव तक भी नशे का हर सामान मिलने लगा। नशा करने वालों की संख्या सैकड़ों से हजारों में होने लगी तो अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ने लगा। घरों का ताना - बाना नशे की लत की वजह से खराब होने लगा। खास बात यह रही कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछले एक दशक इस नशे के कारोबार पर सख्ती नहीं दिखाई , लेकिन कहावत है कि देर आये , दुरुस्त आये। कम से कम अब स्वास्थ्य विभाग अब मौत का सामान बेचने वाले मेडिकल स्टोर पर सख्ती की चाबुक चलाता दिखाई दे रहा है। अगर यह सख्ती इसी तरह जारी रही और मेवात जिले के मेडिकल स्टोर भी मौत का सामान यानि नशीली दवाइयां सप्लाई करने वालों पर भी कार्रवाई की जाये , तो मर्दानगी , जोश , हिम्मत के लिए पहचान रखने वाले मेवात का युवा रास्ता नहीं भटकेगा। ड्रग इंस्पेक्टर नूंह दिनेश कुमार राणा ने पत्रकारों से बातचीत में भरोसा दिलाया कि विभाग की सख्ती अभी जारी रहेगी। जिले में अन्य कई शहरों - गांवों में भी टीम छापेमारी करेगी।
बाइट;- दिनेश कुमार राणा ड्रग इंस्पेक्टर नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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