नूंह: जुनैद मौत मामले में फरीदाबाद क्राइम ब्रांच (faridabad police) पर केस दर्ज किया गया है. फरीदाबाद थाने के एसएचओ सहित सात नामजद लोगों के अलावा 4-5 अन्य पुलिस जवानों के खिलाफ हत्या की धाराओं में बिछोर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. खतीजा नाम की महिला की शिकायत पर ये मामला दर्ज हुआ है. इसी महिला की एसआई राजेश से बातचीत की ऑडियो वायरल हुई थी.
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि, नूंह में जुनैद नामक युवक की मौत के बाद शनिवार को बवाल हुआ था. मृतक के परिवार ने पुलिस पर जुनैद की पिटाई का आरोप लगाया था. पीड़ित परिजनों ने कहा कि 31 मई को जुनैद और उसके दोस्त बारात से नूंह लौट रहे थे. जहां से फरीदाबाद पुलिस (Faridabad Police) ने उन्हें चोरी और ऑनलाइन ठगी के शक पर हिरासत में लिया.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जुनैद की बेरहमी से पिटाई की. जिसकी वजह से जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि जब उनको पता चला कि जुनैद को पुलिस उठाकर ले गई है तो उन्होंने फरीदाबाद पुलिस से बातचीत की. जिसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने उनसे जुनैद को छोड़ने की एवज में 70 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी.
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जुनैद का भाई आजाद 70 हजार रुपये की रिश्वत लेकर उसे फरीदाबाद पुलिस हिरासत से छुड़वाकर लाया था. जिसके करीब 10 दिन बाद जुनैद की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि जुनैद को इतनी बुरी तरह से पीटा गया था कि उसकी तबियत बिगड़ती चली गई. जिसके बाद उसने शनिवार को दम तोड़ दिया. जुनैद की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार को पुन्हाना रोड पर जाम लगा दिया. सूचना मिलने पर पुलिस जाम खुलवाने पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पीसीआर में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया.
बिगड़ते हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया और ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया. अब ग्रामीण और परिजन आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा पीड़ित परिवार ने एसआईटी जांच की भी मांग की है. वहीं फरीदाबाद पुलिस ने परिजनों के सभी आरोपों को खारिज कर दिया. फरीदाबाद पुलिस का कहना है कि जुनैद को किड़नी की बीमारी थी, और इसी के कारण उसकी मौत हुई.
वहीं इस मामले में पुन्हाना पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस पर हमला करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित विभिन्न आरोपों में भादस की धारा 147, 148, 149, 186, 188, 332, 353, 307, 435 आईपीसी 3 पीडीपी एक्ट के तहत 58 नामजद में लगभग डेढ़ सौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. अब पीड़ित परिवार की शिकायत पर बिछोर थाने में फरीदाबाद पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.