नूंह: जिले में खाद की किल्लत (Dap Fertilizer Shortage In Nuh) से किसानों की नींद उड़ी हुई है. डीएपी खाद लेने के लिए अन्नदाता दिन-रात लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करने को मजबूर हैं. उसके बावजूद भी उसे खाद के एक-एक बैग के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. किसानों का आरोप है कि जिले में जमकर डीएपी खाद की कालाबाजारी (Black marketing of DAP fertilizer in Nuh) हो रही है. मुनाफाखोर डीएपी खाद को ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं.
हालत यहां तक आ गई है कि डीएपी पुलिस थाने के अंदर किसानों को खाद मिल रही है. बाहर खाद लेने के लिए किसानों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं. डीएपी खाद 1200 रुपये प्रति बैग मिलना चाहिए, लेकिन मुनाफा खोर 1500 रुपये में एक बैग बेचने का काम कर रहे हैं. जब इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने दावा किया कि किसानों को खाद की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. हलांकि की जमीन पर हालत कुछ और है. किसानों ने साफ-साफ कहा कि उन्हें खाद के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. अधिकारियों के दावे हवा-हवाई हैं.
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कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार किसान विरोधी है. फसलों की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है, गेहूं व सरसों इलाके की मुख्य फसलें हैं. किसान इन्हीं दो फसलों पर पूरी तरह से आधारित है. इस बार बरसात भी अच्छी हुई है, लेकिन खाद की कालाबाजारी ने किसानों को हिलाकर रख दिया है. अभी तक इलाके में 25 फ़ीसदी सरसों की फसल की बिजाई नहीं हो पाई है, लेकिन अभी से खाद की किल्लत सामने आ रही है. सरकार को इस तरफ प्रमुखता से काम करना चाहिए.