ETV Bharat / state

हरियाणा: डीएपी की कालाबाजारी से आफत में अन्नदाता, इस जिले में थाने में बिक रही खाद - पुलिस थानों में मिल रही डीएपी खाद

हरियाणा के किसानों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही. पहले ही किसान धान की खरीद नहीं होने से परेशान हैं. अब उनको डीएपी खाद की किल्लत (DAP fertilizer shortage in Haryana) भी सता रही है.

Dap Fertilizer Shortage In Nuh
Dap Fertilizer Shortage In Nuh
author img

By

Published : Oct 16, 2021, 11:25 AM IST

Updated : Oct 16, 2021, 11:54 AM IST

नूंह: जिले में खाद की किल्लत (Dap Fertilizer Shortage In Nuh) से किसानों की नींद उड़ी हुई है. डीएपी खाद लेने के लिए अन्नदाता दिन-रात लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करने को मजबूर हैं. उसके बावजूद भी उसे खाद के एक-एक बैग के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. किसानों का आरोप है कि जिले में जमकर डीएपी खाद की कालाबाजारी (Black marketing of DAP fertilizer in Nuh) हो रही है. मुनाफाखोर डीएपी खाद को ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं.

हालत यहां तक आ गई है कि डीएपी पुलिस थाने के अंदर किसानों को खाद मिल रही है. बाहर खाद लेने के लिए किसानों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं. डीएपी खाद 1200 रुपये प्रति बैग मिलना चाहिए, लेकिन मुनाफा खोर 1500 रुपये में एक बैग बेचने का काम कर रहे हैं. जब इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने दावा किया कि किसानों को खाद की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. हलांकि की जमीन पर हालत कुछ और है. किसानों ने साफ-साफ कहा कि उन्हें खाद के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. अधिकारियों के दावे हवा-हवाई हैं.

हरियाणा के इस जिले में किसानों को थाने में मिल रही डीएपी खाद, बोले- जमकर हो रही कालाबाजारी

ये भी पढ़ें- जानें क्यों हो रही हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत, सरकारी दावों से कोसों दूर हकीकत

कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार किसान विरोधी है. फसलों की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है, गेहूं व सरसों इलाके की मुख्य फसलें हैं. किसान इन्हीं दो फसलों पर पूरी तरह से आधारित है. इस बार बरसात भी अच्छी हुई है, लेकिन खाद की कालाबाजारी ने किसानों को हिलाकर रख दिया है. अभी तक इलाके में 25 फ़ीसदी सरसों की फसल की बिजाई नहीं हो पाई है, लेकिन अभी से खाद की किल्लत सामने आ रही है. सरकार को इस तरफ प्रमुखता से काम करना चाहिए.

नूंह: जिले में खाद की किल्लत (Dap Fertilizer Shortage In Nuh) से किसानों की नींद उड़ी हुई है. डीएपी खाद लेने के लिए अन्नदाता दिन-रात लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करने को मजबूर हैं. उसके बावजूद भी उसे खाद के एक-एक बैग के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. किसानों का आरोप है कि जिले में जमकर डीएपी खाद की कालाबाजारी (Black marketing of DAP fertilizer in Nuh) हो रही है. मुनाफाखोर डीएपी खाद को ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं.

हालत यहां तक आ गई है कि डीएपी पुलिस थाने के अंदर किसानों को खाद मिल रही है. बाहर खाद लेने के लिए किसानों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं. डीएपी खाद 1200 रुपये प्रति बैग मिलना चाहिए, लेकिन मुनाफा खोर 1500 रुपये में एक बैग बेचने का काम कर रहे हैं. जब इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने दावा किया कि किसानों को खाद की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. हलांकि की जमीन पर हालत कुछ और है. किसानों ने साफ-साफ कहा कि उन्हें खाद के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. अधिकारियों के दावे हवा-हवाई हैं.

हरियाणा के इस जिले में किसानों को थाने में मिल रही डीएपी खाद, बोले- जमकर हो रही कालाबाजारी

ये भी पढ़ें- जानें क्यों हो रही हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत, सरकारी दावों से कोसों दूर हकीकत

कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार किसान विरोधी है. फसलों की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रही है, गेहूं व सरसों इलाके की मुख्य फसलें हैं. किसान इन्हीं दो फसलों पर पूरी तरह से आधारित है. इस बार बरसात भी अच्छी हुई है, लेकिन खाद की कालाबाजारी ने किसानों को हिलाकर रख दिया है. अभी तक इलाके में 25 फ़ीसदी सरसों की फसल की बिजाई नहीं हो पाई है, लेकिन अभी से खाद की किल्लत सामने आ रही है. सरकार को इस तरफ प्रमुखता से काम करना चाहिए.

Last Updated : Oct 16, 2021, 11:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.