नूंह: रविवार को नगीना के शहीदी स्मारक में नूंह-अलवर हाइवे को फोरलेन बनाने की मांग को लेकर बैठक (Demand for Fourlane in Nuh) का आयोजन किया गया. बैठक में 30 मार्च को सरकार के खिलाफ नुंह के बड़कली चौक से नूंह सचिवालय तक 27 किलोमीटर पदयात्रा मार्च निकाले का फैसला लिया है. बैठक के दौरान कई उलेमा के अलावा सामाजिक संगठनों व गणमान्य लोग उपस्थित रहें. बैठक की अध्यक्षता हाजी सहूद खान बादली ने की.
नूंह के साकरस गांव के पूर्व सरपंच फजरुद्दीन बेसर कि 2018 में हरियाणा दिवस पर धरना दिया था. नूंह-अलवर हाइवे को फोरलेन करने के गतवर्ष 30 मार्च 2021 को पैदल मार्च बड़कली से नूंह तक किया गया था. जिसके बाद भी सरकार ने फोरलेन बनाने कोई फैसला नहीं किया. मुफ्ती सलीम अहमद कासमी ने कहा कि सिंगल हाईवे पर 8 सालों में अब तक 1500 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है. जबकि प्रतिदिन दर्जनों सड़क हादसे हो रहे है.
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समाजसेवी रजिया बानो ने कहा कि पहली साल हरियाणा सरकार ने 292 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया और केंद्र सरकार ने भी 186 करोड़ रुपए मंजूर किया था. लेकिन काम शुरू नहीं हुआ. बड़कली चौक पर सबसे पहले 2017 में मेवात आरटीआइ मंच ने नूंह अलवर हाइवे व ट्रामा सेंटर निर्माण के लिए दो दिन का धरना किया गया था. मरोड़ा कट के धरने में भी इस हाईवे को चौड़ा करने की आवाज उठाई गई थी. यह मेवात का मुख्य मुद्दा है.
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