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नूंह: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे हरियाणा के 3 जिलों से होकर गुजरेगा - haryana news in hindi

राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर काम 2019 की शुरुआत में ही निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देख-रेख में ये मार्ग बनाया जाएगा.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस
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Published : Sep 22, 2019, 2:23 PM IST

नूंह: हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात राज्यों की हजारों एकड़ में से करीब 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. अच्छी खबर ये है कि देश के सबसे बेहतरीन मार्गों में एक उपरोक्त मार्ग का काम शुरू होने के दिन से महज 2-3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देख-रेख में ये मार्ग बनाया जायेगा. भारत माला परियोजना के तहत मोदी सरकार की देशभर के लोगों के लिए ये बड़ी सौगात होगी.

खास बात ये है कि प्रदेश-देश के सबसे पिछड़े नूंह ( मेवात ) जिले के तीन खंडों नूंह, नगीना और फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से ये मार्ग निकलेगा. हरियाणा के 3 जिले, राजस्थान के 7 जिले, मध्यप्रदेश के 3 जिले, गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण इस मार्ग के लिए किया गया है.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य शुरू, देखें वीडियो

किसानों को मुआवजा वितरण भी किया जा चुका है. देश का ये बेहतरीन मार्ग आठ लेन का बनाया जायेगा, जो करीब 100 मीटर चौड़ा होगा. इस मार्ग को बनाने में सैकड़ों डंपर मेवात के लगे हुए हैं. जिसके सहारे रोजगार भी मिल रहा है.

मेवात में कहां से जुड़ेगा, कहां होगा समाप्त

नूंह जिले में 12.4 किलोमीटर दूरी पर भिरावटी गांव से दिल्ली की तरफ से जुड़ेगा और कोलगांव फिरोजपुर झिरका में 79 किलोमीटर दूरी पर सीमा समाप्त होकर राजस्थान प्रदेश में प्रवेश कर जायेगा. इस मार्ग पर अभी महज दो उतार-चढ़ाव का प्रावधान किया गया है.

फिरोजपुर झिरका-बीवां मार्ग पर करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर और केएमपी मार्ग पर 19.5 किलोमीटर दूरी पर कट दिया गया है. बड़कली-होडल और नूंह-होडल दो मुख्य मार्गों पर अभी उतार चढ़ाव नहीं दिया गया है, लेकिन राज्य मंत्री रहीस खान ने केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है.

इसके अलावा जिला राजस्व अधिकारी नूंह बस्तीराम से भी लोगों ने उपरोक्त दोनों मार्गों पर कट दिए जाने की मांग की है. नीति आयोग की रिपोर्ट में देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह के करीब 47 गांव के सैकड़ों किसानों की भूमि का अधिग्रहण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए किया गया है.

कौन-कौन से गांव की भूमि का हुआ अधिग्रहण

एनएच 148 एन दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे में नूंह तहसील के भिरावटी, हिलालपुर, कालियाका, उलेटा, हसनपुर सोहना, खलीलपुर, कुर्थला, गोलपुरी, नौसेरा, जयसिंहपुर, कलिंजर, संगेल, प्रतापनगर, बझेड़ा, देवला नंगली शामिल हैं. नगीना सब तहसील के रीठठ, उमरी, सुखपुरी, रनियाला पटाकपुर, ढाढोली कला, ढाढोला , खानपुर घाटी , मरोड़ा , झिमरावट , बसई खानजादा, खेड़ली कलां, गुर्जर नंगला गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
ये भी पढ़े- भिवानी: HSSC परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर दूर होने से भटकते दिखे भावी क्लर्क

नूंह: हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात राज्यों की हजारों एकड़ में से करीब 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. अच्छी खबर ये है कि देश के सबसे बेहतरीन मार्गों में एक उपरोक्त मार्ग का काम शुरू होने के दिन से महज 2-3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देख-रेख में ये मार्ग बनाया जायेगा. भारत माला परियोजना के तहत मोदी सरकार की देशभर के लोगों के लिए ये बड़ी सौगात होगी.

खास बात ये है कि प्रदेश-देश के सबसे पिछड़े नूंह ( मेवात ) जिले के तीन खंडों नूंह, नगीना और फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से ये मार्ग निकलेगा. हरियाणा के 3 जिले, राजस्थान के 7 जिले, मध्यप्रदेश के 3 जिले, गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण इस मार्ग के लिए किया गया है.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर निर्माण कार्य शुरू, देखें वीडियो

किसानों को मुआवजा वितरण भी किया जा चुका है. देश का ये बेहतरीन मार्ग आठ लेन का बनाया जायेगा, जो करीब 100 मीटर चौड़ा होगा. इस मार्ग को बनाने में सैकड़ों डंपर मेवात के लगे हुए हैं. जिसके सहारे रोजगार भी मिल रहा है.

मेवात में कहां से जुड़ेगा, कहां होगा समाप्त

नूंह जिले में 12.4 किलोमीटर दूरी पर भिरावटी गांव से दिल्ली की तरफ से जुड़ेगा और कोलगांव फिरोजपुर झिरका में 79 किलोमीटर दूरी पर सीमा समाप्त होकर राजस्थान प्रदेश में प्रवेश कर जायेगा. इस मार्ग पर अभी महज दो उतार-चढ़ाव का प्रावधान किया गया है.

फिरोजपुर झिरका-बीवां मार्ग पर करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर और केएमपी मार्ग पर 19.5 किलोमीटर दूरी पर कट दिया गया है. बड़कली-होडल और नूंह-होडल दो मुख्य मार्गों पर अभी उतार चढ़ाव नहीं दिया गया है, लेकिन राज्य मंत्री रहीस खान ने केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है.

इसके अलावा जिला राजस्व अधिकारी नूंह बस्तीराम से भी लोगों ने उपरोक्त दोनों मार्गों पर कट दिए जाने की मांग की है. नीति आयोग की रिपोर्ट में देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह के करीब 47 गांव के सैकड़ों किसानों की भूमि का अधिग्रहण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए किया गया है.

कौन-कौन से गांव की भूमि का हुआ अधिग्रहण

एनएच 148 एन दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे में नूंह तहसील के भिरावटी, हिलालपुर, कालियाका, उलेटा, हसनपुर सोहना, खलीलपुर, कुर्थला, गोलपुरी, नौसेरा, जयसिंहपुर, कलिंजर, संगेल, प्रतापनगर, बझेड़ा, देवला नंगली शामिल हैं. नगीना सब तहसील के रीठठ, उमरी, सुखपुरी, रनियाला पटाकपुर, ढाढोली कला, ढाढोला , खानपुर घाटी , मरोड़ा , झिमरावट , बसई खानजादा, खेड़ली कलां, गुर्जर नंगला गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
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Intro:संवाददाता नूंह मेवात 
स्टोरी ;- राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे मेवात  विकास  साबित होगा मील का पत्थर साबित , कार्य तेज पगति पर। 
हरियाणा , राजस्थान , मध्यप्रदेश , गुजरात राज्यों की हजारों एकड़ में से करीब 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे पर काम 2019 की शुरुआत में ही निर्माण कार्य शुरू हो चुका  है। अच्छी खबर यह है कि देश के सबसे बेहतरीन मार्गों में एक उपरोक्त मार्ग का काम शुरू होने के दिन से महज 2 -3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा।  नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देखरेख में यह मार्ग बनाया जायेगा। भारत माला परियोजना के तहत मोदी सरकार की देशभर के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात होगी। खास बात यह है कि प्रदेश - देश के सबसे पिछड़े नूंह ( मेवात ) जिले के तीन खंडों नूंह , नगीना , फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से यह मार्ग निकलेगा। हरियाणा के 3 जिले , राजस्थान के 7 जिले , मध्यप्रदेश के 3 जिले , गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण इस मार्ग के लिए किया गया है।  किसानों को मुआवजा वितरण भी किया जा चुका  है । देश का यह बेहतरीन मार्ग आठ लेन का बनाया जायेगा , जो करीब 100 मीटर चौड़ा होगा। इस मार्ग को बनाने में सैकड़ों डंपर मेवात के लगे हुए जिसके सहारे रोजगार भी मिल रहा है।   मेवात में कहां से जुड़ेगा , कहां होगा समाप्त :- नूंह ( मेवात ) जिले में 12.4 किलोमीटर दूरी पर भिरावटी गांव से दिल्ली की तरफ से जुड़ेगा और कोलगांव फिरोजपुर झिरका में 79 किलोमीटर दूरी पर सीमा समाप्त होकर राजस्थान प्रदेश में प्रवेश कर जायेगा। इस मार्ग पर अभी महज दो उतार - चढ़ाव का प्रावधान किया गया है। फिरोजपुर झिरका - बीवां मार्ग पर करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर तथा केएमपी मार्ग पर 19.5 किलोमीटर दूरी पर कट दिया गया है। बड़कली - होडल तथा नूंह - होडल दो मुख्य मार्गों पर अभी उतार चढ़ाव नहीं दिया गया है ,लेकिन राज्य मंत्री रहीस खान ने केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। इसके अलावा जिला राजस्व अधिकारी नूंह बस्तीराम से भी लोगों ने उपरोक्त दोनों मार्गों पर कट दिए जाने की मांग की है। सैकड़ों किसानों को हजारों करोड़ मुआवजा मिलने से आ सकती है खुशहाली :- नीति आयोग की रिपोर्ट में देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह के करीब 47 गांव के सैकड़ों किसानों की भूमि का अधिग्रहण दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे के लिए किया गया है।
कौन -कौन से गांव की भूमि का हुआ अधिग्रहण ;- एनएच 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे में नूंह तहसील के भिरावटी , हिलालपुर , कालियाका , उलेटा , हसनपुर सोहना , खलीलपुर , कुर्थला , गोलपुरी , नौसेरा , जयसिंहपुर , कलिंजर , संगेल , प्रतापनगर , बझेड़ा , देवला नंगली शामिल हैं। नगीना सब तहसील के रीठठ , उमरी , सुखपुरी , रनियाला पटाकपुर , ढाढोली कला , ढाढोला , खानपुर घाटी , मरोड़ा , झिमरावट , बसई खानजादा , खेड़ली कलां , गुर्जर नंगला गांव को शामिल किया गया है। ठीक इसी तरह फिरोजपुर झिरका तहसील के बाईखेड़ा , महूं , चितौड़ा , नहारिका , रवा , बघौला , हिरवाड़ी - बावनठेड़ी , अलीपुर तिघरा , घाटा शमशाबाद , अखनाका , पथराली , शाहपुर , खेड़ला कला , भाकडोजी , बेरियाबास , इब्राहिम बास , सायमिरबास , कोलगांव , रीगड़ , अगोन गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।        
बाइट;- परवेज आलम साईट इंजिनियर बाइट ;- इकराम खान डंपर चालक। बाइट ;- इरफ़ान खान डंपर चालक। 
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात 
स्टोरी ;- राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे मेवात  विकास  साबित होगा मील का पत्थर साबित , कार्य तेज पगति पर। 
हरियाणा , राजस्थान , मध्यप्रदेश , गुजरात राज्यों की हजारों एकड़ में से करीब 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे पर काम 2019 की शुरुआत में ही निर्माण कार्य शुरू हो चुका  है। अच्छी खबर यह है कि देश के सबसे बेहतरीन मार्गों में एक उपरोक्त मार्ग का काम शुरू होने के दिन से महज 2 -3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा।  नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देखरेख में यह मार्ग बनाया जायेगा। भारत माला परियोजना के तहत मोदी सरकार की देशभर के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात होगी। खास बात यह है कि प्रदेश - देश के सबसे पिछड़े नूंह ( मेवात ) जिले के तीन खंडों नूंह , नगीना , फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से यह मार्ग निकलेगा। हरियाणा के 3 जिले , राजस्थान के 7 जिले , मध्यप्रदेश के 3 जिले , गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण इस मार्ग के लिए किया गया है।  किसानों को मुआवजा वितरण भी किया जा चुका  है । देश का यह बेहतरीन मार्ग आठ लेन का बनाया जायेगा , जो करीब 100 मीटर चौड़ा होगा। इस मार्ग को बनाने में सैकड़ों डंपर मेवात के लगे हुए जिसके सहारे रोजगार भी मिल रहा है।   मेवात में कहां से जुड़ेगा , कहां होगा समाप्त :- नूंह ( मेवात ) जिले में 12.4 किलोमीटर दूरी पर भिरावटी गांव से दिल्ली की तरफ से जुड़ेगा और कोलगांव फिरोजपुर झिरका में 79 किलोमीटर दूरी पर सीमा समाप्त होकर राजस्थान प्रदेश में प्रवेश कर जायेगा। इस मार्ग पर अभी महज दो उतार - चढ़ाव का प्रावधान किया गया है। फिरोजपुर झिरका - बीवां मार्ग पर करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर तथा केएमपी मार्ग पर 19.5 किलोमीटर दूरी पर कट दिया गया है। बड़कली - होडल तथा नूंह - होडल दो मुख्य मार्गों पर अभी उतार चढ़ाव नहीं दिया गया है ,लेकिन राज्य मंत्री रहीस खान ने केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। इसके अलावा जिला राजस्व अधिकारी नूंह बस्तीराम से भी लोगों ने उपरोक्त दोनों मार्गों पर कट दिए जाने की मांग की है। सैकड़ों किसानों को हजारों करोड़ मुआवजा मिलने से आ सकती है खुशहाली :- नीति आयोग की रिपोर्ट में देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह के करीब 47 गांव के सैकड़ों किसानों की भूमि का अधिग्रहण दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे के लिए किया गया है।
कौन -कौन से गांव की भूमि का हुआ अधिग्रहण ;- एनएच 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे में नूंह तहसील के भिरावटी , हिलालपुर , कालियाका , उलेटा , हसनपुर सोहना , खलीलपुर , कुर्थला , गोलपुरी , नौसेरा , जयसिंहपुर , कलिंजर , संगेल , प्रतापनगर , बझेड़ा , देवला नंगली शामिल हैं। नगीना सब तहसील के रीठठ , उमरी , सुखपुरी , रनियाला पटाकपुर , ढाढोली कला , ढाढोला , खानपुर घाटी , मरोड़ा , झिमरावट , बसई खानजादा , खेड़ली कलां , गुर्जर नंगला गांव को शामिल किया गया है। ठीक इसी तरह फिरोजपुर झिरका तहसील के बाईखेड़ा , महूं , चितौड़ा , नहारिका , रवा , बघौला , हिरवाड़ी - बावनठेड़ी , अलीपुर तिघरा , घाटा शमशाबाद , अखनाका , पथराली , शाहपुर , खेड़ला कला , भाकडोजी , बेरियाबास , इब्राहिम बास , सायमिरबास , कोलगांव , रीगड़ , अगोन गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।        
बाइट;- परवेज आलम साईट इंजिनियर बाइट ;- इकराम खान डंपर चालक। बाइट ;- इरफ़ान खान डंपर चालक। 
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात 
स्टोरी ;- राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे मेवात  विकास  साबित होगा मील का पत्थर साबित , कार्य तेज पगति पर। 
हरियाणा , राजस्थान , मध्यप्रदेश , गुजरात राज्यों की हजारों एकड़ में से करीब 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे पर काम 2019 की शुरुआत में ही निर्माण कार्य शुरू हो चुका  है। अच्छी खबर यह है कि देश के सबसे बेहतरीन मार्गों में एक उपरोक्त मार्ग का काम शुरू होने के दिन से महज 2 -3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा।  नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की देखरेख में यह मार्ग बनाया जायेगा। भारत माला परियोजना के तहत मोदी सरकार की देशभर के लोगों के लिए यह बड़ी सौगात होगी। खास बात यह है कि प्रदेश - देश के सबसे पिछड़े नूंह ( मेवात ) जिले के तीन खंडों नूंह , नगीना , फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से यह मार्ग निकलेगा। हरियाणा के 3 जिले , राजस्थान के 7 जिले , मध्यप्रदेश के 3 जिले , गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण इस मार्ग के लिए किया गया है।  किसानों को मुआवजा वितरण भी किया जा चुका  है । देश का यह बेहतरीन मार्ग आठ लेन का बनाया जायेगा , जो करीब 100 मीटर चौड़ा होगा। इस मार्ग को बनाने में सैकड़ों डंपर मेवात के लगे हुए जिसके सहारे रोजगार भी मिल रहा है।   मेवात में कहां से जुड़ेगा , कहां होगा समाप्त :- नूंह ( मेवात ) जिले में 12.4 किलोमीटर दूरी पर भिरावटी गांव से दिल्ली की तरफ से जुड़ेगा और कोलगांव फिरोजपुर झिरका में 79 किलोमीटर दूरी पर सीमा समाप्त होकर राजस्थान प्रदेश में प्रवेश कर जायेगा। इस मार्ग पर अभी महज दो उतार - चढ़ाव का प्रावधान किया गया है। फिरोजपुर झिरका - बीवां मार्ग पर करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर तथा केएमपी मार्ग पर 19.5 किलोमीटर दूरी पर कट दिया गया है। बड़कली - होडल तथा नूंह - होडल दो मुख्य मार्गों पर अभी उतार चढ़ाव नहीं दिया गया है ,लेकिन राज्य मंत्री रहीस खान ने केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। इसके अलावा जिला राजस्व अधिकारी नूंह बस्तीराम से भी लोगों ने उपरोक्त दोनों मार्गों पर कट दिए जाने की मांग की है। सैकड़ों किसानों को हजारों करोड़ मुआवजा मिलने से आ सकती है खुशहाली :- नीति आयोग की रिपोर्ट में देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह के करीब 47 गांव के सैकड़ों किसानों की भूमि का अधिग्रहण दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे के लिए किया गया है।
कौन -कौन से गांव की भूमि का हुआ अधिग्रहण ;- एनएच 148 एन दिल्ली - मुंबई एक्सप्रैस वे में नूंह तहसील के भिरावटी , हिलालपुर , कालियाका , उलेटा , हसनपुर सोहना , खलीलपुर , कुर्थला , गोलपुरी , नौसेरा , जयसिंहपुर , कलिंजर , संगेल , प्रतापनगर , बझेड़ा , देवला नंगली शामिल हैं। नगीना सब तहसील के रीठठ , उमरी , सुखपुरी , रनियाला पटाकपुर , ढाढोली कला , ढाढोला , खानपुर घाटी , मरोड़ा , झिमरावट , बसई खानजादा , खेड़ली कलां , गुर्जर नंगला गांव को शामिल किया गया है। ठीक इसी तरह फिरोजपुर झिरका तहसील के बाईखेड़ा , महूं , चितौड़ा , नहारिका , रवा , बघौला , हिरवाड़ी - बावनठेड़ी , अलीपुर तिघरा , घाटा शमशाबाद , अखनाका , पथराली , शाहपुर , खेड़ला कला , भाकडोजी , बेरियाबास , इब्राहिम बास , सायमिरबास , कोलगांव , रीगड़ , अगोन गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।        
बाइट;- परवेज आलम साईट इंजिनियर बाइट ;- इकराम खान डंपर चालक। बाइट ;- इरफ़ान खान डंपर चालक। 
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात 
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