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दिल्ली-एनसीआर की सब्जियों में तड़का लगाएगी मेवाती हरी प्याज - मेवाती हरी प्याज

मेवात जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है. इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 हजार एकड़ में प्याज की खेती कर बंपर पैदावार की है.

bumper yield of green onion in nuh
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Published : Oct 28, 2019, 9:44 PM IST

नूंह: बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है. सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है. गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है. अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं, साथ ही मेवाती प्याज एनसी आर कीद मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है.

नूंह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं. तकरीबन 17-18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है. किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की आमदनी इस फसल से हो जाती है.

दिल्ली-एनसीआर की सब्जियों में तड़का लगाएगी मेवाती हरी प्याज

मेवाती हरी प्याज मंडियों में आई

इस बार बरसात भले ही कम हुई है लेकिन पैदावार अच्छी हुई है. कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है. किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है. किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है. इस खेती से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है.

प्याज के दामों में आएगी कमी

मेवात जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है. इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 हजार एकड़ में प्याज की खेती कर बंपर पैदावार की है. प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं. खास बात ये है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही, लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है.

प्याज की खेती में अव्वल नंबर पर मेवात

जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहम्मद बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल प्याज की अच्छी खेती हुई है. केंद्र-राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- दुष्यंत चौटाला का हुड्डा पर वार, कहा- जेजेपी ने ना तो कांग्रेस के लिए वोट मांगे ना बीजेपी के लिए

नूंह: बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है. सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है. गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है. अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं, साथ ही मेवाती प्याज एनसी आर कीद मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है.

नूंह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं. तकरीबन 17-18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है. किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की आमदनी इस फसल से हो जाती है.

दिल्ली-एनसीआर की सब्जियों में तड़का लगाएगी मेवाती हरी प्याज

मेवाती हरी प्याज मंडियों में आई

इस बार बरसात भले ही कम हुई है लेकिन पैदावार अच्छी हुई है. कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है. किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है. किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है. इस खेती से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है.

प्याज के दामों में आएगी कमी

मेवात जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है. इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 हजार एकड़ में प्याज की खेती कर बंपर पैदावार की है. प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं. खास बात ये है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही, लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है.

प्याज की खेती में अव्वल नंबर पर मेवात

जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहम्मद बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल प्याज की अच्छी खेती हुई है. केंद्र-राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- दुष्यंत चौटाला का हुड्डा पर वार, कहा- जेजेपी ने ना तो कांग्रेस के लिए वोट मांगे ना बीजेपी के लिए

Intro:संवाददाता नूंह मेवात 
 स्टोरी ;- मेवात क्षेत्र में प्याज की बंपर पैदावार , एनसीआर की मंडियों में जल्द पहुंचेगा 
प्याज  रसोई की शान प्याज ,और सरकार की आँखों में भी आंसू लाने वाली प्याज की खेती नूंह जिले के सैकड़ों खेतों में लहलहा रही है। हरी फालर वाली प्याज तो मंडियों की शोभा बढ़ा रही है ,लेकिन अभी फसल तैयार होकर आने मंडियों तक पहुंचने में कुछ माह का वक्त लग सकता है । vo----1बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है ,जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है। सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है। गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है। अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं ,साथ ही मेवाती प्याज एन सी आर की मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है। नूह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं। तक़रीबन 17 - 18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है। किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की की आमदनी इस फसल से हो जाती है। vo----2इस बार बरसात भले ही कम हुई है , लेकिन पैदावार अच्छी हुई है । कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है। किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है । किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है। इस खेती  से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है।  vo------3
मेवात प्रदेश का जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है। इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 एकड़  में प्याज की खेती कार बंपर पैदावार की है। प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं। लाल दिखाई देने वाली प्याज इस बार और भी भाव की वजह से लाल दिखाई पड़ रही हे। प्याज के दामों की चारों तरफ चर्चा हो रही है। खास बात यह है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही , लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं , उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है। vo-----4 जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहमद ने बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है । पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष प्याज की अच्छी खेती हुई है । केंद्र - राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं। खास बात यह है कि टपका प्रणाली इत्यादि स्कीमों से पानी कम और पैदावार अधिक होती है। नूंह जिले में टयूबवैल और नहरी पानी की कमी के बावजूद भी प्याज की यहां अच्छी खेती होती है। हरी प्याज की वजह से मंडियों से लेकर खेतों की रौनक इन दिनों देखने लायक है , तो भाव अच्छे मिलने की आस से किसान से लेकर बागवानी विभाग तक खुश है।
बाइट :-  डॉक्टर दीन मोहमद दीन मोहमद जिला बागवानी अधिकारी ।बाइट;- चंदरशेखर किसान बाइट ;- हामिद अल्वी दुकानदार बाइट ;- नरेश दुकानदार। संवाददाता कासिम खान नूह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात 
 स्टोरी ;- मेवात क्षेत्र में प्याज की बंपर पैदावार , एनसीआर की मंडियों में जल्द पहुंचेगा 
प्याज  रसोई की शान प्याज ,और सरकार की आँखों में भी आंसू लाने वाली प्याज की खेती नूंह जिले के सैकड़ों खेतों में लहलहा रही है। हरी फालर वाली प्याज तो मंडियों की शोभा बढ़ा रही है ,लेकिन अभी फसल तैयार होकर आने मंडियों तक पहुंचने में कुछ माह का वक्त लग सकता है । vo----1बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है ,जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है। सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है। गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है। अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं ,साथ ही मेवाती प्याज एन सी आर की मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है। नूह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं। तक़रीबन 17 - 18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है। किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की की आमदनी इस फसल से हो जाती है। vo----2इस बार बरसात भले ही कम हुई है , लेकिन पैदावार अच्छी हुई है । कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है। किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है । किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है। इस खेती  से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है।  vo------3
मेवात प्रदेश का जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है। इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 एकड़  में प्याज की खेती कार बंपर पैदावार की है। प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं। लाल दिखाई देने वाली प्याज इस बार और भी भाव की वजह से लाल दिखाई पड़ रही हे। प्याज के दामों की चारों तरफ चर्चा हो रही है। खास बात यह है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही , लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं , उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है। vo-----4 जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहमद ने बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है । पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष प्याज की अच्छी खेती हुई है । केंद्र - राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं। खास बात यह है कि टपका प्रणाली इत्यादि स्कीमों से पानी कम और पैदावार अधिक होती है। नूंह जिले में टयूबवैल और नहरी पानी की कमी के बावजूद भी प्याज की यहां अच्छी खेती होती है। हरी प्याज की वजह से मंडियों से लेकर खेतों की रौनक इन दिनों देखने लायक है , तो भाव अच्छे मिलने की आस से किसान से लेकर बागवानी विभाग तक खुश है।
बाइट :-  डॉक्टर दीन मोहमद दीन मोहमद जिला बागवानी अधिकारी ।बाइट;- चंदरशेखर किसान बाइट ;- हामिद अल्वी दुकानदार बाइट ;- नरेश दुकानदार। संवाददाता कासिम खान नूह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात 
 स्टोरी ;- मेवात क्षेत्र में प्याज की बंपर पैदावार , एनसीआर की मंडियों में जल्द पहुंचेगा 
प्याज  रसोई की शान प्याज ,और सरकार की आँखों में भी आंसू लाने वाली प्याज की खेती नूंह जिले के सैकड़ों खेतों में लहलहा रही है। हरी फालर वाली प्याज तो मंडियों की शोभा बढ़ा रही है ,लेकिन अभी फसल तैयार होकर आने मंडियों तक पहुंचने में कुछ माह का वक्त लग सकता है । vo----1बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है ,जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है। सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है। गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है। अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं ,साथ ही मेवाती प्याज एन सी आर की मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है। नूह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं। तक़रीबन 17 - 18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है। किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की की आमदनी इस फसल से हो जाती है। vo----2इस बार बरसात भले ही कम हुई है , लेकिन पैदावार अच्छी हुई है । कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है। किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है । किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है। इस खेती  से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है।  vo------3
मेवात प्रदेश का जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है। इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 एकड़  में प्याज की खेती कार बंपर पैदावार की है। प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं। लाल दिखाई देने वाली प्याज इस बार और भी भाव की वजह से लाल दिखाई पड़ रही हे। प्याज के दामों की चारों तरफ चर्चा हो रही है। खास बात यह है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही , लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं , उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है। vo-----4 जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहमद ने बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है । पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष प्याज की अच्छी खेती हुई है । केंद्र - राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं। खास बात यह है कि टपका प्रणाली इत्यादि स्कीमों से पानी कम और पैदावार अधिक होती है। नूंह जिले में टयूबवैल और नहरी पानी की कमी के बावजूद भी प्याज की यहां अच्छी खेती होती है। हरी प्याज की वजह से मंडियों से लेकर खेतों की रौनक इन दिनों देखने लायक है , तो भाव अच्छे मिलने की आस से किसान से लेकर बागवानी विभाग तक खुश है।
बाइट :-  डॉक्टर दीन मोहमद दीन मोहमद जिला बागवानी अधिकारी ।बाइट;- चंदरशेखर किसान बाइट ;- हामिद अल्वी दुकानदार बाइट ;- नरेश दुकानदार। संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
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