नूंह: बरसाती प्याज देश के चुनिंदा स्थानों पर होती है जिनमें मेवात (नूंह ) भी शामिल है. सूबे में सबसे ज्यादा नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में प्याज की खेती होती है. गुणवत्ता से लेकर उत्पादन में मेवात की प्याज का कोई जवाब नहीं है. अन्य इलाकों में होने वाली प्याज से अच्छे दाम मिलते हैं, साथ ही मेवाती प्याज एनसी आर कीद मंडियों में ग्राहकों को लुभाती है.
नूंह जिले के खासकर फिरोजपुर झिरका और नगीना खंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसान प्याज की खेती कई वर्षों से करते आ रहे हैं. तकरीबन 17-18 हजार एकड़ भूमि में प्याज की फसल की इस सीजन में पौध लगाई गई है. किसान को भाव अच्छे मिलने पर कम समय में दो लाख प्रति एकड़ की आमदनी इस फसल से हो जाती है.
मेवाती हरी प्याज मंडियों में आई
इस बार बरसात भले ही कम हुई है लेकिन पैदावार अच्छी हुई है. कुल मिलाकर रसोई का जायका बढ़ाने में सबसे अहम किरदार निभाने वाली मेवाती हरी प्याज मंडियों में आ चुकी है. किसान प्याज को उखाड़कर मंडियों में भेजने में इन दिनों व्यस्त है. किसान प्याज की खेती दूरदराज से पौध लाकर करता है. इस खेती से मेवात के सैकड़ों लोगों का रोजगार भी लगा हुआ है.
प्याज के दामों में आएगी कमी
मेवात जिला प्याज उत्पादन में हमेशा से बेहतर करता आया है. इस बार भी क्षेत्र के किसानों ने करीब 17 -18 हजार एकड़ में प्याज की खेती कर बंपर पैदावार की है. प्याज के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं. खास बात ये है कि मेवात के किसान को प्याज के अच्छे भाव होने का लाभ मिलेगा ही, लेकिन जो भाव आसमान छू रहे हैं उनमें भी बरसाती मेवाती प्याज के आने से कमी आना लाजमी है.
प्याज की खेती में अव्वल नंबर पर मेवात
जिले के बागवानी अधिकारी डॉक्टर दीन मोहम्मद बताया कि जिला प्याज की खेती के लिए अव्वल नंबर पर है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल प्याज की अच्छी खेती हुई है. केंद्र-राज्य की स्कीमों का लाभ भी प्याज उत्पादन करने वाले किसान उठा रहे हैं.
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