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नूंह: जलालपुर गांव के सरपंच पर गबन का आरोप, सीएम विंडो पर हुई शिकायत - सरपंच पर गबन आरोप

नूंह के गांव जलालपुर के सरपंच पर गबन का आरोप लगा है. आरोप है कि सरपंच ने मनरेगा योजना में लाखों रुपये का हेर फेर किया है. विस्तार से पढ़ें खबर.

allegation of corruption on sarpanch of village jalalpur nuh
जलालपुर गांव के सरपंच पर गबन का आरोप
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Published : Jan 21, 2020, 6:18 PM IST

नूंह: जिले के नगीना खंड की ग्राम पंचायत जलालपुर की सरपंच सकुनत की तरफ से मनरेगा के तहत लाखों रुपये के गबन के मामले की शिकायत सीएम विंडो में लगाई है. शिकायत होने से सरपंच की मुसीबत बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता.

गांव के लोगों ने बताया कि जलालपुर, महू ,खानपुर नूंह 3 गांव की एक पंचायत है, जिसकी सरपंच महिला है. जबकि सरपंची का काम उनके पति जान मोहम्मद देखते हैं. उन्होंने कहा कि महिला सरपंच द्वारा गांव के वार्डों के विकास के लिए सड़कों का निर्माण कराया गया. निर्माण कार्य अभी तक हुआ नहीं है, लेकिन निर्माण कार्य की राशि निकाल ली गई.

जलालपुर गांव के सरपंच पर गबन का आरोप, देखिए वीडियो

मनरेगा में नाम है लेकिन ग्राम पंचायत में नहीं
इसके आलावा गांव में पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया. जिसको मनरेगा के तहत कराया गया, लेकिन जिन लोगों का मनरेगा मजदूरी में नाम दिखाया गया है, उनमें से एक व्यक्ति ग्राम पंचायत का नहीं है.

आरोप है कि आधा दर्जन व्यक्तियों के नाम पर मनरेगा में काम दिखा कर रुपयों का गबन किया गया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सीएम विंडो में भी की गई. जिसके बाद सरपंच पति जान मोहम्मद ने शिकायतकर्ता को धमकी तक दे डाली.

निर्माण भी नहीं हुआ पूरा
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत जलालपुर नूंह 3 गांव की एक पंचायत है. जिसमें विकास के लिए सरपंच की तरफ से सड़क निर्माण में 14 लाख 96 हजार 627 रुपये की राशि लगाई गई तथा पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया, जिसमें 21 लाख 78 हजार 300 खर्च किए गए. ग्राम पंचायत में रास्तों का निर्माण कराया गया है. वह आधे अधूरे रास्ते बनाए गए हैं. जिनकी हालत बद से बदतर है.

वहीं कुछ रास्तों का तो निर्माण ही नहीं कराया गया. इसके अलावा गांव के पशुओं को पीने के पानी के लिए एक तालाब का निर्माण कराया गया. जिसको मनरेगा स्कीम के तहत बनवाया गया, लेकिन गांव के लोगों ने मनरेगा में काम नहीं किया. उन लोगों के नाम से सरपंच द्वारा पैसे निकाले गए, जिसकी शिकायत गांव के ही परवेज आलम खान ने नूह सीएम विंडो में की.

ये भी पढ़ें- CID विवाद पर विज का बड़ा बयान, 'जब तक मैं गृह मंत्री हूं, मुझे ही रिपोर्ट करे सीआईडी'

आरोप ये भी हैं कि उन्हें और उनके भाई के हाथ पैर तोड़ने की सरपंच पति की तरफ से धमकी दी गई. जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने पुलिस कप्तान नूंह को दी गई. अब देखना यह है कि सरपंच की तरफ से किए गए गबन को जिला प्रशासन कितने गंभीर तरीके से लेता है. ये तो आने वाला समय ही बताएगा.

नूंह: जिले के नगीना खंड की ग्राम पंचायत जलालपुर की सरपंच सकुनत की तरफ से मनरेगा के तहत लाखों रुपये के गबन के मामले की शिकायत सीएम विंडो में लगाई है. शिकायत होने से सरपंच की मुसीबत बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता.

गांव के लोगों ने बताया कि जलालपुर, महू ,खानपुर नूंह 3 गांव की एक पंचायत है, जिसकी सरपंच महिला है. जबकि सरपंची का काम उनके पति जान मोहम्मद देखते हैं. उन्होंने कहा कि महिला सरपंच द्वारा गांव के वार्डों के विकास के लिए सड़कों का निर्माण कराया गया. निर्माण कार्य अभी तक हुआ नहीं है, लेकिन निर्माण कार्य की राशि निकाल ली गई.

जलालपुर गांव के सरपंच पर गबन का आरोप, देखिए वीडियो

मनरेगा में नाम है लेकिन ग्राम पंचायत में नहीं
इसके आलावा गांव में पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया. जिसको मनरेगा के तहत कराया गया, लेकिन जिन लोगों का मनरेगा मजदूरी में नाम दिखाया गया है, उनमें से एक व्यक्ति ग्राम पंचायत का नहीं है.

आरोप है कि आधा दर्जन व्यक्तियों के नाम पर मनरेगा में काम दिखा कर रुपयों का गबन किया गया है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सीएम विंडो में भी की गई. जिसके बाद सरपंच पति जान मोहम्मद ने शिकायतकर्ता को धमकी तक दे डाली.

निर्माण भी नहीं हुआ पूरा
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत जलालपुर नूंह 3 गांव की एक पंचायत है. जिसमें विकास के लिए सरपंच की तरफ से सड़क निर्माण में 14 लाख 96 हजार 627 रुपये की राशि लगाई गई तथा पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया, जिसमें 21 लाख 78 हजार 300 खर्च किए गए. ग्राम पंचायत में रास्तों का निर्माण कराया गया है. वह आधे अधूरे रास्ते बनाए गए हैं. जिनकी हालत बद से बदतर है.

वहीं कुछ रास्तों का तो निर्माण ही नहीं कराया गया. इसके अलावा गांव के पशुओं को पीने के पानी के लिए एक तालाब का निर्माण कराया गया. जिसको मनरेगा स्कीम के तहत बनवाया गया, लेकिन गांव के लोगों ने मनरेगा में काम नहीं किया. उन लोगों के नाम से सरपंच द्वारा पैसे निकाले गए, जिसकी शिकायत गांव के ही परवेज आलम खान ने नूह सीएम विंडो में की.

ये भी पढ़ें- CID विवाद पर विज का बड़ा बयान, 'जब तक मैं गृह मंत्री हूं, मुझे ही रिपोर्ट करे सीआईडी'

आरोप ये भी हैं कि उन्हें और उनके भाई के हाथ पैर तोड़ने की सरपंच पति की तरफ से धमकी दी गई. जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने पुलिस कप्तान नूंह को दी गई. अब देखना यह है कि सरपंच की तरफ से किए गए गबन को जिला प्रशासन कितने गंभीर तरीके से लेता है. ये तो आने वाला समय ही बताएगा.

Intro:संवाददाता नूह मेवात
स्टोरी :- सरपंच ने मनरेगा स्कीम के नाम पर किया गबन
नूह जिले के नगीना खंड की ग्राम पंचायत जलालपुर की सरपंच सकुनत द्वारा मनरेगा के तहत लाखों रुपए के गबन के मामले की शिकायत सीएम विंडो में लगाई है । शिकायत होने से सरपंच की मुसीबत बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। गांव के लोगों ने बताया कि जलालपुर, महू ,खानपुर नूंह 3 गांव की एक पंचायत है , जिसकी सरपंच महिला है ।जबकि सरपंची का काम उनके पति जान मोहम्मद देखते हैं। उन्होंने कहा कि महिला सरपंच द्वारा गांव के वार्डों के विकास के लिए सड़कों का निर्माण कराया गया। निर्माण कार्य अभी तक हुआ नहीं है , लेकिन निर्माण कार्य की राशि निकाल ली गई । इसके अलावा गांव में पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया। जिसको मनरेगा के तहत कराया गया , लेकिन जिन लोगों का मनरेगा मजदूरी में नाम दिखाया गया है , उनमें से एक व्यक्ति ग्राम पंचायत का नहीं है। इसके अलावा आधा दर्जन व्यक्तियों के नाम पर मनरेगा में काम दिखा कर रुपयों का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सीएम विंडो में भी की गई। जिसके बाद सरपंच पति जान मोहम्मद ने शिकायतकर्ता को धमकी तक दे डाली। Body:आपको बता दें कि ग्राम पंचायत जलालपुर नूह 3 गांव की एक पंचायत है। जिसमें विकास के लिए सरपंच द्वारा सड़क निर्माण में 14 लाख 96627 रुपये की राशि लगाई गई तथा पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण कराया गया , जिसमें 21 लाख 78300 खर्च किए गए। ग्राम पंचायत में रास्तों का निर्माण कराया गया है। वह आधे अधूरे रास्ते बनाए गए हैं । जिनकी हालत बद से बदतर है। कुछ रास्तों का तो निर्माण ही नहीं कराया गया। इसके अलावा गांव के पशुओं को पीने के पानी के लिए एक तालाब का निर्माण कराया गया। जिसको मनरेगा स्कीम के तहत बनवाया गया। लेकिन गांव के लोगों ने मनरेगा में काम नहीं किया। उन लोगों के नाम से सरपंच द्वारा पैसे निकाले गए । जिसकी शिकायत गांव के ही परवेज आलम खान ने नूह सीएम विंडो में की तो उन्हें व उनके भाई के हाथ पैर तोड़ने की सरपंच पति द्वारा धमकी दी गई। जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने पुलिस कप्तान नूह को दी गई। अब देखना यह है कि सरपंच द्वारा किए गए गबन को जिला प्रशासन कितने गंभीर तरीके से लेता है। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।Conclusion:बाइट :- परवेज आलम खान शिकायतकर्ता
बाइट :- निसार ग्रामीण
बाइट :- साकिर ग्रामीण
संवाददाता कासिम खान नूह मेवात
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