नूंह: हरियाणा के मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले में प्रदेश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को सोमवार को बड़ा झटका लगा है. नगर परिषद नूंह के आधा दर्जन पार्षदों ने निर्वाचित होने के 1 साल बाद विकास कार्य नहीं होने की वजह से नाराज होकर सामूहिक इस्तीफा दे दिया. पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दौरे से चंद घंटे पहले भाजपा के लिए ये बुरी खबर आई है. आपको बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को जिले के फिरोजपुर झिरका में विशाल जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं. इसके बाद जिला मुख्यालय नूंह में अधिकारियों के साथ लघु सचिवालय में सीएम बैठक करेंगे. सीएम के दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयारियों में जुटे हुए थे, लेकिन इसी दौरान भाजपा के लिए एक बुरी खबर आई है. भारतीय जनता पार्टी के 6 पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.
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जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के नगर परिषद नूंह के वार्ड एक से पार्षद नियामत अली वार्ड नंबर 1, वार्ड-4 के सलीम, वार्ड-7 के समय चंद, वार्ड नंबर-13 के सुमित अदलखा, वार्ड नंबर-3 के पार्षद रईस खान, और वार्ड 9 से पार्षद श्वेता गौरव गुप्ता ने सामूहिक रूप से इस्तीफा नगर परिषद नूंह कार्यालय में सौंप दिया है. सभी पार्षद भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी हैं. खास बात यह है कि पार्षदों ने जो सामूहिक इस्तीफा नगर परिषद नूंह में कार्यरत बिल्डिंग इंस्पेक्टर सरफराज को सौंपा है, उसमे उन्होंने कहा है कि उन्हें चुनाव जीते तकरीबन 1 साल हो गया है, लेकिन विकास के नाम पर वो अपने वार्डों में एक ईंट भी नहीं लगा पाए.
पार्षदों का कहना है कि शहर में साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट, जलभराव इत्यादि की बात करें तो वहां पर भी कोई काम नहीं हुआ. इसके बावजूद नगर परिषद नूंह के अधिकारी व कर्मचारियों के अलावा चेयरमैन उनकी बात नहीं सुनते, इसलिए तंग आकर वो अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. हालांकि अभी पार्षदों का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है.
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