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107 विदेशी समेत 1277 कोरोना संदिग्ध जमाती, कई पर FIR दर्ज और पासपोर्ट जब्त

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Published : Apr 2, 2020, 6:34 PM IST

Updated : Apr 2, 2020, 10:09 PM IST

हरियाणा के कई जिलों में मरकज से लौटे लोग फैल चुके हैं, हालांकि सरकार ने ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें क्वांरनटीन किया है, लेकिन अभी भी काफी लोग फरार है, या उनका पता नहीं चल पाया है, जो काफी चिंता की बात है, विस्तार से पढ़ें.

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हरियाणा के कई जिलों में मरकज से लौटे जमाती

चंडीगढ़: दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई तबलीगी जमात से निकलकर 1277 जमाती हरियाणा पहुंच गए हैं. इस बात की खबर होते ही सरकार में हड़कंप मच गया. इन 1277 जमातियों में 107 विदेशी हैं, जो टूरिस्ट वीजा पर धर्म का प्रचार करने के लिए आए थे. इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने दी है.

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि कई विदेशियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही कई विदेशियों के पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं. सीएम ने बताया कि 725 लोगों को क्वारंटीन किया गया है.

बता दें, ये विदेशी बांगलादेश, इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल, साउथ अफ्रीका और मलेशिया सहित अन्य देशों से यहां आए हैं. बड़ी बात ये है कि इन जमातियों में से पांच केस पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. दो मामले अंबाला में और तीन पलवल में पॉजिटिव पाए गए हैं.

कई देशों में फैल चुके हैं मरकज कनेक्टेड लोग, कई की मौत

मरकज में शामिल छह लोगों की तो तेलंगाना में मौत भी हो चुकी है. यहां से निकाले गए 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं. 441 संदिग्धों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. चिंता कि बात ये है कि मरकज में शामिल लोग उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल सहित देश के कई राज्यों में पहुंच चुके हैं.

दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़ा पूरा घटनाक्रम:-

  • 13 मार्च : दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात ने एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें करीब तीन हजार चार सौ लोगों ने भाग लिया.
  • 16 मार्च : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 50 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी वाले सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई. इसके बावजूद निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम जारी रहा.
  • 20 मार्च : इस मरकज में शामिल होने वाले इंडोनेशिया के 10 लोग तेलंगाना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए.22 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में जनता कर्फ्यू का आवाहन किया.
  • 23 मार्च : 1500 लोगों ने मरकज को खाली किया.
  • 24 मार्च : पीएम मोदी ने 21 दिनों के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की. इसमें सभी सार्वजनिक सभा और किसी भी प्रकार के गैर-जरूरी आंदोलनों पर रोक लगाई गई. केवल आवश्यक सेवाओं को चालू रखने की अनुमति दी गई.
  • 24 मार्च : निजामुद्दीन पुलिस ने मरकज में शेष लोगों को इलाका खाली करने के लिए कहा.
  • 25 मार्च : प्रशासन के आदेश के बावजूद इलाके में करीब एक हजार लोग रह रहे थे. मेडिकल टीम ने मरकज का दौरा कर, कोरोना संदिग्ध लोगों को इमारत के भीतर एक हॉल में अलग किया. जमात के अधिकारी ने मरकज को खाली कराने के लिए एसडीएम ऑफिस में आवेदन दायर किया.
  • 26 मार्च : दिल्ली में आयोजित इस मरकज में भाग लेने वाले व्यक्ति की श्रीनगर में कोरोना से मौत.
  • 26 मार्च : एसडीएम ने मरकज का दौरा किया और जमात के अधिकारियों को जिलाधिकारी के साथ बैठक के लिए बुलाया.
  • 27 मार्च : कोरोना वायरस के छह संदिग्धों को मेडिकल चेकअप के लिए मरकज से दूर ले जाया गया और बाद में हरियाणा के झज्जर में क्वारंटाइन में रखा गया.
  • 28 मार्च : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने एसडीएम के साथ मरकज का दौरा किया. मरकज के 33 लोगों को दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया.
  • 28 मार्च : लाजपत नगर के एसीपी ने मरकज को तुरंत खाली करने के लिए एक नोटिस भेजा.
  • 29 मार्च : नोटिस का जवाब देते हुए मरकज के अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के बाद किसी भी नए व्यक्ति को मरकज में आने की अनुमति नहीं दी गई है. मौजूद जत्था यहां लॉकडाउन के पहले से मरकज में है.
  • 29 मार्च की रात : पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने मरकज से लोगों को निकालना शुरू किया और उन्हें क्वारंटाइन के लिए भेज दिया. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने मस्जिद समिति को मरकज खाली कराने के लिए 23 मार्च और 28 मार्च को नोटिस भेजे थे.

मेवात से फला फुला है तबलीगी जमात

भारत में तबलीग़ी जमात की नींव 1926-27 के दौरान रखी गई. एक इस्लामी स्कॉलर मौलाना मुहम्मद इलियास ने इसकी बुनियाद रखी थी. परंपराओं के मुताबिक़, मौलाना मुहम्मद इलियास ने अपने काम की शुरुआत दिल्ली से सटे... मेवात में लोगों को, मज़हबी शिक्षा देने के ज़रिए की बाद में ये सिलसिला आगे बढ़ता गया.

चंडीगढ़: दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई तबलीगी जमात से निकलकर 1277 जमाती हरियाणा पहुंच गए हैं. इस बात की खबर होते ही सरकार में हड़कंप मच गया. इन 1277 जमातियों में 107 विदेशी हैं, जो टूरिस्ट वीजा पर धर्म का प्रचार करने के लिए आए थे. इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने दी है.

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि कई विदेशियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही कई विदेशियों के पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं. सीएम ने बताया कि 725 लोगों को क्वारंटीन किया गया है.

बता दें, ये विदेशी बांगलादेश, इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल, साउथ अफ्रीका और मलेशिया सहित अन्य देशों से यहां आए हैं. बड़ी बात ये है कि इन जमातियों में से पांच केस पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. दो मामले अंबाला में और तीन पलवल में पॉजिटिव पाए गए हैं.

कई देशों में फैल चुके हैं मरकज कनेक्टेड लोग, कई की मौत

मरकज में शामिल छह लोगों की तो तेलंगाना में मौत भी हो चुकी है. यहां से निकाले गए 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं. 441 संदिग्धों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. चिंता कि बात ये है कि मरकज में शामिल लोग उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल सहित देश के कई राज्यों में पहुंच चुके हैं.

दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़ा पूरा घटनाक्रम:-

  • 13 मार्च : दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात ने एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें करीब तीन हजार चार सौ लोगों ने भाग लिया.
  • 16 मार्च : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 50 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी वाले सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई. इसके बावजूद निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम जारी रहा.
  • 20 मार्च : इस मरकज में शामिल होने वाले इंडोनेशिया के 10 लोग तेलंगाना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए.22 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में जनता कर्फ्यू का आवाहन किया.
  • 23 मार्च : 1500 लोगों ने मरकज को खाली किया.
  • 24 मार्च : पीएम मोदी ने 21 दिनों के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की. इसमें सभी सार्वजनिक सभा और किसी भी प्रकार के गैर-जरूरी आंदोलनों पर रोक लगाई गई. केवल आवश्यक सेवाओं को चालू रखने की अनुमति दी गई.
  • 24 मार्च : निजामुद्दीन पुलिस ने मरकज में शेष लोगों को इलाका खाली करने के लिए कहा.
  • 25 मार्च : प्रशासन के आदेश के बावजूद इलाके में करीब एक हजार लोग रह रहे थे. मेडिकल टीम ने मरकज का दौरा कर, कोरोना संदिग्ध लोगों को इमारत के भीतर एक हॉल में अलग किया. जमात के अधिकारी ने मरकज को खाली कराने के लिए एसडीएम ऑफिस में आवेदन दायर किया.
  • 26 मार्च : दिल्ली में आयोजित इस मरकज में भाग लेने वाले व्यक्ति की श्रीनगर में कोरोना से मौत.
  • 26 मार्च : एसडीएम ने मरकज का दौरा किया और जमात के अधिकारियों को जिलाधिकारी के साथ बैठक के लिए बुलाया.
  • 27 मार्च : कोरोना वायरस के छह संदिग्धों को मेडिकल चेकअप के लिए मरकज से दूर ले जाया गया और बाद में हरियाणा के झज्जर में क्वारंटाइन में रखा गया.
  • 28 मार्च : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने एसडीएम के साथ मरकज का दौरा किया. मरकज के 33 लोगों को दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया.
  • 28 मार्च : लाजपत नगर के एसीपी ने मरकज को तुरंत खाली करने के लिए एक नोटिस भेजा.
  • 29 मार्च : नोटिस का जवाब देते हुए मरकज के अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के बाद किसी भी नए व्यक्ति को मरकज में आने की अनुमति नहीं दी गई है. मौजूद जत्था यहां लॉकडाउन के पहले से मरकज में है.
  • 29 मार्च की रात : पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने मरकज से लोगों को निकालना शुरू किया और उन्हें क्वारंटाइन के लिए भेज दिया. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने मस्जिद समिति को मरकज खाली कराने के लिए 23 मार्च और 28 मार्च को नोटिस भेजे थे.

मेवात से फला फुला है तबलीगी जमात

भारत में तबलीग़ी जमात की नींव 1926-27 के दौरान रखी गई. एक इस्लामी स्कॉलर मौलाना मुहम्मद इलियास ने इसकी बुनियाद रखी थी. परंपराओं के मुताबिक़, मौलाना मुहम्मद इलियास ने अपने काम की शुरुआत दिल्ली से सटे... मेवात में लोगों को, मज़हबी शिक्षा देने के ज़रिए की बाद में ये सिलसिला आगे बढ़ता गया.

Last Updated : Apr 2, 2020, 10:09 PM IST
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