महेंद्रगढ़: हरियाणा में मानसून की बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत देने के काम किया है तो वहीं दूसरी तरफ ये बारिश आफत भी बनकर आई है. या फिर यूं कहिए कि हर साल की तरह इस बारिश ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. सोमवार को हुई बारिश ने जिले के नांगल चौधरी में सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं. वहीं गांव बशीरपुर में पानी की निकासी के लिए बनाए गए नाले ओवर फ्लो हो रहे हैं जिससे आसपास के खेतों में खड़ी फसल खराब हो रही है.
जलभराव की वजह से परेशान ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में बनाए गए नाले घटिया सामग्री से बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पहली ही बारिश में ये नाले टूट गए और पूरा गांव पानी में डूब गया है. वहीं दसूरी तरफ नारनौल में भी बारिश के बाद बद से बदतर हालात हो गए. यहां तो जिला उपायुक्त का घर भी पानी में डूबा दिखाई दिया. जब खुद प्रशासन के आला अधिकारी पानी की निकासी न होने से परेशान है तो आम जनता की समस्याओं का कैसे हल निकलेगा.
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महेंद्रगढ़ जिले में जहां तक नजर घमाओं वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है. रेवाड़ी-झुंझुनू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गहली चौक से गोद बलाहा तक मुख्य रास्ता जलमग्न दिखाई दिया. लाखों रुपए की लागत से बने ड्रैनेज सिस्टम ने पहली ही बारिश में एनएचएआई की लापरवाही की पोल खोल दी. यहां गांव मकसुसपुर, भांखरी और बलाहा कलां के गांव की तरफ जाने वाली सड़क पूरी तरह से पानी में डूबी हुई है जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है.